राजस्थानी/मारवाड़ी भाषा की कहावतें और मुहावरे निचे हिंदी अर्थ सहित दिए गए हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आएंगे। इसके अतिरिक्त अन्य कहावत और मुहावरों का हिंदी अर्थ का लिंक निचे दिया गया है. यदि आप इसी तरह की अन्य कहावतें/लोकोक्तियाँ और मुहावरे देखना चाहते हैं तो निचे दिए गए लिंक पर विजिट करें .
असाई म्हे असाई म्हारा सगा,
असी रातां का अस्सा ही तड़का।
Asayi Mhe, Asayi Mhara Saga,
Asi Rata Ka Asa Hi Tadaka.
हिंदी अर्थ : ऐसे ही हम हैं और ऐसे ही हमारे सगे सबंधी ही हैं, ऐसी रातों के ऐसी ही सुबह होती है। आशय है की दोनों का स्वभाव/आर्थिक और सामजिक स्थिति एक समान होना। इसका उपयोग अधिकतर नकारात्मक रूप में किया जाता है, यथा मूर्ख और गवार व्यक्ति के जानने वाले व्यक्ति भी उसी के समान ही होते हैं।
असाई म्हे असाई म्हारा सगा,हिंदी अर्थ : एक समान व्यक्तित्व का होना, दोनों के दीन हीन होना। ऐसे ही हम हैं और ऐसी ही हमारे रिश्तेदार हैं। हमारे रिश्तेदार के टोपी नहीं है और हमारे झगा (अधोवस्त्र) नहीं है। दोनों ही कंगाल हैं।
बां कै टोपी न म्हारे झगा ।
Asai Mhe, Asai Mhara Saga,
Ba Ke topi Na Mhare Jhaga
असी रातां का अस्सा ही तड़का ।हिंदी अर्थ : डोल गैल बेडोल होना। यदि कोई कार्य ही सही ना हो तो उसके परिणाम का भी सही नहीं होना। यथा यदि रात में ही खराबी है तो उस रात की सुबह भी वैसी ही होगी (अच्छी नहीं होगी) तड़का से आशय सुबह, भौ फटना से है।
Asi Rata Ka Assa Hi Tadaka.
असो भगवान्यू भोळो कोनी,हिंदी अर्थ : ऐसा कोई भी मूर्ख व्यक्ति नहीं होगा जो फल की आशा/लोभ के बिना काम करे। भगवान्यो एक व्यक्ति का नाम है और भैंसा में जाने से आशय पशुओं के काम, भैंसों के काम (चारा डालना, चराना आदि ) से है। वह पहले अपने पेट की पूजा करेगा फिर कोई काम करेगा।
जको भूखो भैसां में जाय ।
Aso Bhagvanyo Bholo Koni,
Jhako Bhukho Baisa Me Jaay
अस्सी बरस पूरा हुया,हिंदी अर्थ : जीवन बीत चला लेकिन मन में अभी तृष्णा और वासना बाकी रह गई है। यथा व्यक्ति अस्सी साल का हो चला है लेकिन जीवन के जंजाल, मोह माया (फेरां -शादी के सात फेरे/सांसारिक चक्र) में ही उलझा रहता है। संसार की तृष्णा कभी पूर्ण नहीं होती है।
तो भी मन फेरां में रह्या.
Assi Baras Pura Hua,
To Bhi Man Fera Me Rahya
अहारे ब्योहारे लज्जा न कारे।हिंदी अर्थ : आहार (भोजन) ब्योहारे (व्यवहार: पैसे टके का व्यवहार) व्यवहार में किसी प्रकार की लज्जा नहीं करनी चाहिए। आवश्यक कार्य को कर लेना चाहिए उसमें किसी प्रकार की शर्म/शंका नहीं करनी चाहिए।
Ahare Byohare Lajja Na Kare.
आ छाय तो ढोलियां जोगी ही।हिंदी अर्थ : यह छाछ/मट्ठा तो ढोली के जैसी ही है / मुफ्त में ढोली को देने लायक है। भाव है की कोई कार्य/ वस्तु का खराब होना और उसे उसी के समान गुण वाले को दिया जाना। बेकार वस्तु के नुकसान का दुःख न होना।
Aa Chhay To Dholiya Jogi Hi.
आ नई काया सोने की,
बार बार नहीं होणै की।
Aa Nayi Kaya Sone Ki,
Bar Bar Nahi Hone Ki.
हिंदी अर्थ : मनुष्य जीवन बार बार नहीं मिलने वाला है। कोई अमूल्य वस्तु बार बार नहीं मिलती है। यह मानव शरीर (काया) सोने के समान है, जो बार बार प्राप्त नहीं होने वाली।
आ बलद मनै मार।हिंदी : आ बैल मुझे मार। मुसीबत को न्यौता देना/बुलावा देना। आफत (बैल) को आमंत्रित करना। जैसे की बैल को कहना की आओ बैल मुझे मारो।
Aa Balad Manne Maar.
आ रै मेरा सम्पटपाट,हिंदी अर्थ : दोनों ही एक जैसे होना, दोनों ही मूर्ख/दीन हीन होना। आशय है की आओ मेरे मूर्ख (सम्पटपाट-अभागे ), मैं तुम्हे चाटता हूँ तुम मुझे चाटो, हम दोनों एक ही जैसे हैं।
मैं तनै चाटूं, तू मनै चाट।
Aa Re Mera Samptpaat,
Main Tanne Chatu Tu Manne Chaat
आ ले पड़ोसण झूंपड़ी,हिंदी अर्थ/मतलब : विवाद और कलह के मूल को ही त्याग देना। यथा पड़ोसन को रोज सुबह उठ कर किसी ना किसी बात पर लड़ाई करने होती थी। अतः तुम यह झोपड़ी ही रख लो हम कहीं और चले जाएंगे, क्योंकि इस झोपड़ी के कारण ही तुम रोज सुबह उठते ही/जगते ही लड़ाई (राड़ ) करती हो।
नित उठ करती राड़।
Aa Le Padosan Jhupadi,
Nit Uth Karti Raad
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आंधी भैंस बरू में चरै,हिंदी मीनिंग: विवेकहीन / मूर्ख होने पर नुकसान करवाना। भैंस अंधी हो जाने पर वह दिखाई नहीं देने पर हरे घास को छोड़ कर बरु (बाजरे की जैसी चिकनी घास जिसे पशुओं को चरने के लिए नहीं दिया जाता है, क्योंकि बरु गले में अटक जाती है ) में चरती है। ऐसे ही मूर्ख व्यक्ति स्वंय का ही नुक्सान करवाता है।
Andhi Bhains Baru me Chare
अक्कल बड़ी के भैंस।हिंदी अर्थ : भौतिक आकर, शारीरिक शक्ति की अपेक्षा अक्ल बड़ी होती है। भैंस का आकार बड़ा होता है लेकिन उसमें बुद्धि का अभाव है। अतः बुद्धि और विवेक ही श्रेष्ठ होता है।
Akal Badi Ke Bhains.
अल्ला अल्ला खैर सल्ला,हिंदी अर्थ : शिष्टाचार, रामरमी (हाल चाल पूछना) के अतिरिक्त किसी अन्य बात, विषय से कुछ भी ना लेना देना। यथा किसी व्यक्ति से बस इतना सा सबंध रखना की वो मिल जाए तो जय राम जी की, अभिवादन कर देना और चलते बनना, उससे कोई और अन्य मतलब नहीं रखना।
Allah Allah, Khair Salla.
अरडावतां ऊँट लदैहिंदी अर्थ : इस राजस्थानी कहावत का हिंदी में अर्थ है की किसी की बुरी स्थिति को देखकर भी उस पर दया नहीं करना। यथा ऊंट पीड़ा से कराह रहा है (अरडावतां) लेकिन फिर भी उस पर भार/बोझा डालना, उसकी पीड़ा को नजरअंदाज कर देना। जब व्यक्ति मुसीबत में हो, दीनहीन हो, पीड़ा में हो तो भी उस पर कोई दया नहीं करना।
Ardavataa Unt Lade.
अरजन जसा ही फरजन।हिंदी अर्थ : जैसा बाप, वैसा ही बेटा, दोनों का समान स्वभाव होना। जब दो व्यक्ति/घटना आदि एक जैसी ही हो, एक समान ही गुणों वाले हों।
Arjan Jasa Hi Farjan
अभागियों टाबर त्युंहार नै रूसै।हिंदी अर्थ : बदनसीब व्यक्ति लाभ के अवसर पर नाराज हो जाता है। यथा त्योंहार के अवसर पर घर में मिठाई बनती हैं, छोटे बच्चों को नई पोशाक दिलाई जाती हैं लेकिन अभागा बालक (टाबर) त्योंहार के अवसर ही नाराज (रूस) जाता है, फलस्वरूप उसे कुछ भी प्राप्त नहीं होता है।
Abhaga Tabar Tyonhar Ne Ruse.
अनियूँ नाचै, अनियूँ कूदै, अनियूँ तोडै़ तान.हिंदी अर्थ : अन्न ही नाचता है, अन्न ही कूदता है और अन्न ही झूम कर तान तोड़ता है। अन्न के बल पर ही समस्त सुख समृद्धि आती है, सभी का मूल अन्न ही है।
Aniyu Nache, Aniyu Kude, Aniyu Tode Taan.
अणदोखी ने दोख, बीने गति न मोख.हिंदी अर्थ : जिसका कोई दोष नहीं है (अणदोखी ), उसे यदि कोई दोषी ठहराता है उसे ना तो गति मिलती है और ना ही मोक्ष ही। जो व्यक्ति दोषी नहीं है, उसे कभी भी दोष नहीं देना चाहिए। ऐसा व्यक्ति जो निर्दोष को दोषी बनाता है उसकी ना तो मुक्ति होती है और ना ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Andokhi Ne Dokh, Bine Gati Na Mokh
इसो गुड़ गीलो कोनी।हिंदी अर्थ : गुड़ इतना भी गीला (भीगा हुआ) नहीं है की कोई उसको दबा दे, मनचाहा कर ले। आशय है की यहाँ पर इतनी भी पोलपट्टी नहीं है जिसका फायदा कोई व्यक्ति उठाकर मनमर्जी कर ले।
Iso Gud Geelo Koni.
अठे गुड़ गीलो कोनी।हिंदी अर्थ : यहाँ पर गुड़ गीला नहीं है, यहाँ पर पोलपट्टी नहीं है। आशय है की यहाँ पर मामला सख्त है, कोई व्यक्ति यहाँ पर अपना फायदा नहीं उठा सकता है।
Athe Gud Gilo Koni
आँ तिलां मैँ तेल कोनी.हिंदी मतलब : क्षमता का अभाव, मनवांछित परिणाम प्राप्त करने योग्य स्थिति का ना होना। जहाँ पर क्षमता का अभाव हो, प्रतिभा और सामर्थ्य का अभाव हो। तिलों में तेल ना होने से आशय तिल का खोखला होने से है। तिल में तेल का ही महत्त्व होता है।
Aa Tilaa Me Tel Koni,
अठे चाय जैंकी उठे बी चाय.हिंदी अर्थ : जो यहाँ चाहिए (धरती पर) वह वहाँ (ईश्वर के पास) भी चाहिए (चाय)। आशय है की सद्पुरुष, गुणीजन व्यक्ति की इस धरा पर आवश्यकता होती है लेकिन उनकी ईश्वर के पास भी आवश्यकता होती है। सद्जन की हर जगह आवश्यकता होती है।
या
अठे चाहे जखो भठे भी चाहे।
अग्रे अग्रे ब्राह्मणा, नदी नाला बरजन्ते।हिंदी : ब्राह्मण वैसे तो हर जगह आगे रहता है लेकिन वह खतरों और मुश्किल में दूर ही रहता है। ब्राह्मण आगे आगे चलता है लेकिन नदी, नाला (विपरीत स्थिति) को वर्जित (बरजन्ते) करता है, दूर ही रहता है। आशय है की ब्राह्मण बुद्धिमान होता है।
Agre Agre Brahmna, Nadi Nala Barjante
आँख फड़कै दहणी, लात घमूका सहणी ।Hindi Meaning/हिंदी मीनिंग : यदि दाहिनी आँख फड़कने लगे तो समझना चाहिए की लात घुसा (मुक्का) सहन करना पड़ेगा, लड़ाई झगड़ा अवश्य ही होता। दाहिनी आँख फड़के तो समझना चाहिए की कुछ अनिष्ट ही होने वाला है।
Aankh Fadake Dahini, Laat Ghamuka Sahani
अठे किसा काचर खाय है।हिंदी अर्थ : यहाँ तुम्हारा क्या काम/प्रयोजन है। आशय है की यहाँ तुम्हारी स्वार्थ सिद्धि नहीं होने वाली है, तुम्हारी दाल नहीं गलने वाली।
Athe Kisa Kachar Khay Hai
अक्कल बिना ऊँट उभाणा फिरे।हिंदी अर्थ : अक्ल और विवेक के अभाव में ऊंट बगैर जूतों के ही फिरता है।
Akal Bina Unt Ubhano Fire.
उभाणो से आशय बैर फुट / बिना जूतों के/नंगे पाँव होता है। यदि ऊंट में ही अक्ल हो तो वह भी गर्म रेत से बचने के लिए जुते पहन सकता है। आशय है की बुद्धि और विवेक के अभाव में व्यक्ति भटकता रहता है, उसका कोई कार्य सिद्ध नहीं होता है।
आँख फड़कै बांई, के बीर मिलै के सांई।हिंदी अर्थ : बाई आँख फडकने पर समझना चाहिए की या तो भाई आने वाला है या फिर पति आने वाला है। बाई आँख के फडकने को शुभ माना गया है।
Aankh Fadake Bai, Ke Beer Mile Ke Saai.
अक्कल कोई कै बाप की कौनी।हिंदी अर्थ : अक्ल किसी की बपौती नहीं होती है, उस पर हर किसी का अधिकार होता है। अक्ल और विवेक को कोई भी व्यक्ति अर्जित कर उससे लाभ प्राप्त कर सकता है, यह किसी की निजी वस्तु नहीं होती है।
Akal Koi Ke Bap Ki Koni.
अम्बर कै थेगली कौनी लागै।हिंदी अर्थ : आकाश के पैबंद (कारी पैच / थेगळी ) नहीं लगता है। आशय है बहुत बड़े स्तर के कार्य में छोटी वस्तुओं, विषयों का कोई महत्त्व नहीं होता है। आकाश के कारी लगाना सम्भव नहीं है और ऐसे ही असम्भव कार्य को करने से कोई लाभ नहीं होता है।
Ambr Ke Thegali Koni Lage.
अण मिले का सै जती हैंहिंदी अर्थ : अन्न ना मिले तो सभी जति (उपवास करने वाले) होते हैं। भाव है की यदि कोई वस्तु प्राप्त ही ना हो उसके त्याग का क्या महत्त्व ? वह तो वैसे भी प्राप्त नहीं हो रही है। यदि अन्न मिले फिर उपवास करे तो उसका महत्त्व है लेकिन यदि अन्न/भोजन ही प्राप्त ना हो पा रहा हो तो व्यक्ति स्वतः ही उपवासी हो जाता है।
Ann Mile Ka Se Jati Hai.
आँख कान को च्यार आंगल को फरक है।(आँख ओर कान में चार अंगुल का फर्क)
Aakh Kan Ko Chyar Aangal Ko Farak Hai.
हिंदी अर्थ : आँखों देखी और कानों सुनी में बहुत अंतर होता है। हमें आखों देखी पर ही यकीन करना चाहिए। कानों सुनी बात झूठी भी हो सकती है। आँखों और कान में चार अंगुली (दूरी) का अंतर से आशय है की आखों देखि और कानों सुनी में अंतर होता है। आंगल-अंगुली / अंगुली का अंतर।
आंधी आई ही कोनी, सूंसाट पैली ही माचगोहिंदी : किसी कार्य/घटना के होने से पहले ही उसका ढिंढोरा पिट जाना, प्रचार प्रसार हो जाना। यथा आंधी आई ही नहीं और उससे पहले ही हवाओं की तेज आवाज (सुसाट) मच गया है। जैसे की गाँव बसा ही नहीं और मंगते पहले ही आ जाना।
Aandhi Aayi Hi Koni, Sunsaat Pahali Hi Machgo.
आंधो बाटै सीरणी, घरकां नै ही दे।हिंदी अर्थ : अँधा व्यक्ति जब प्रसाद (सिरनी, सीरणी / सीणी ) बांटता है तो वह घूम फिर कर अपने घर वालों को/आस पास के व्यक्तियों को बाँट देता है, क्योंकि उसे दिखाई नहीं देता है।
Aandho Bante Sirani, Gharka Ne Hi De
(अँधा बांटे रेवडी फिर फिर अपनों को ही दे )
आये लाडी आरो घालां,
कह पूंछ ई आरै में तुड़ाई हैAaye Ladi Aaro Ghala,Kah Ponch Ee Aare Me Tudayi Hai
हिंदी अर्थ : कार्य शुरू होने से पहले ही योजना बनाना।
आँख गई संसार गयो,हिंदी अर्थ : आँखों के जाने पर संसार ही चला जाता है। आँखों के रहने पर ही संसार होता है और कानों के चले जाने पर, बहरा हो जाने पर अहम् चला जाता है। आशय है की आँख और कान के रहने पर ही व्यक्ति का महत्त्व होता है।
कान गयां हंकार गयो।
Aankh Gayi Sansar Gayo,
Kan Gaya Hankar Gayo,
आसवाणी, भागवाणी।हिंदी : आषाढ़/आश्विन महीने में वर्षा भाग्यवान/भाग्यशाली के यहाँ बरसात होती है।
Aasvaani, Bhaagvani.
आँख फुड़ाई मूंड मुन्डायो, घर को फेरयो द्वार ।हिंदी अर्थ : बहुत जतन के उपरान्त भी लाभ प्राप्त ना होना।
दोन्यू बोई रै बूबना, आदेश न जुहार ।।
आल पड़ै तो खेलूं मालूं,हिंदी अर्थ : लाभ के समय साथ रहना और दुःख में छोड़ देना। आला (गीला) आशय बरसात से है। राजस्थान में आला/बरसात को लाभ का प्रतीक माना जाता है। आशय है की गीले में तो हम तुम्हारे साथ हैं लेकिन सूखा पड़ने पर हम तुमको छोड़ देंगे।
सूक पड़ै तो जाऊं
Aal Pade To Khelu Malu,
Sook Pade To Jaau
आँख मीच्यां अंधेरो होयहिंदी अर्थ : किसी विषय / वस्तु से मुख मोड़ लेने पर उसका बोध समाप्त हो जाता है। यथा आँखों को बंद कर लेने से अँधेरा हो जाता है वैसे ही विषय से ध्यान हटा लेने पर उसका कोई बोध/ज्ञान नहीं रहता है।
Aankh Meechya Andhero Hoy
आपकी छाय नै कोई खाटी कोनी बतावै,हिंदी अर्थ : अपनी छाछ को कोई खट्टा नहीं बताता है। स्वंय के बारे में, स्वंय से जुड़े मसलों की कमियों को कोई गौर नहीं करता है, अपितु उसकी प्रसंसा ही करता है। आशय है की व्यक्ति स्वंय के अवगुणों को नहीं देखता है।
Aapki Chhay Ne Koi Khati Koni Batave
आपकी मा ने डाकण कुण बतावै।हिंदी अर्थ : अपनी माँ को कौन डायन बताता है ? कोई नहीं। आशय है की व्यक्ति स्वंय और स्वंय से जुड़े विषयों की कमियों को कभी जग जाहिर नहीं करता है।
Aapki Ma Ne Dakan Kun Batave.
आँखन, कान, मोती, करम, ढोल, बोल अर नार।हिंदी अर्थ : आखें, कान, मोती, कर्म, ढोलक, नारी ये सभी साबुत होने चाहिए फूटने नहीं चाहिए यथा ढाल, ताल और तलवार भी फूटने पर किसी काम की नहीं रहती हैं।
अ तो फूट्या ना भला, ढाल, ताल, तलवार॥
राजस्थानी मुहावरे/लोकोक्तियाँ/कहावतें हिंदी अर्थ सहित Rajasthani Muhavare Lokoktiyan With Hindi Meaning.
- राजस्थानी मुहावरे भाग -1 : राजस्थानी मुहावरों का सरल हिंदी अर्थ देखें (Rajasthani Muhavare Meaning Hindi)
राजस्थानी मुहावरे भाग -2 : राजस्थानी मुहावरों का हिंदी में मीनिंग देखें Rajasthani Muhavare Hindi Arth Sahit - राजस्थानी मुहावरे भाग -3 राजस्थानी मुहावरों का हिंदी मीनिंग अर्थ देखें Rajasthani Muhavre Lokoktiyan/Kahavaten Hindi Meaning
- राजस्थानी मुहावरे भाग -4 राजस्थानी मुहावरों का हिंदी मीनिंग अर्थ मीनिंग Rajasthani Muhavare / Lokoktiya/Muhavaren
राजस्थानी मुहावरे भाग -5 राजस्थानी मुहावरों का हिंदी मीनिंग अर्थ देखें। - राजस्थानी लोकोक्ति/kahavade कहावतें हिंदी अर्थ सहित मीनिंग अर्थ देखें।
आपके लागै हीक में, दूसरो के लागे भीत में।हिंदी अर्थ : व्यक्ति स्वंय के दुःख को महसूस कर सकता है लेकिन दूसरों के दुःख दर्द को समझता नहीं है। यथा स्वंय के लगे तो दिल पर लगती है और दूसरों के लगने पर मानों दीवार (भींत) पर लगती है, भावशून्य का प्रतीक।
Aapke Lage Heek Me, Dusaron Ke Lage Bheet Me
आपको कोढ़ सांमर ओढ़हिंदी अर्थ : अपने किये का फल स्वंय को ही भोगना पड़ता है।
Aapko Kodh, Samar Odh.
आँख्यां देखी परसराम,हिंदी अर्थ : परसराम (किसी का नाम) आखों देखि कभी झूठी नहीं होती है। आखो देखी घटना सच्ची होती है।
कदे न झूठी होय।
Aakhya Dekhi Parasram,
Kade Na Jhuthi Hoy
आँख्यां में गीड पड़ै, नांव मिरगानैणी।हिंदी अर्थ : आखों में से गीड़ (आखों को समय पर नहीं धोने से एक चिपचिपा प्रदार्थ का आना ) पड रहा है / निकल रहा है और नाम है मृगनयनी। स्वभाव और गुणों के विरुद्ध नामकरण होना। नाम के विपरीत गुणों का होना।
Aakya Me Geed Pade, Naam Mirganaini.
आपको टको टको दूसरै को टको टकुलड़ीहिंदी अर्थ : स्वंय का टका (रुपया) तो रुपया और दूसरों का व्यर्थ। स्वंय की वस्तु की कीमत को रखना लेकिन दूसरे की वस्तु की कीमत को गौण कर देना।
Aapko Tako Tako, Dusare Ko Tako Takuladi.
आपको बिगाड्यां बिना दूसरां को कोनी सुधरैहिंदी अर्थ : स्वंय का स्वार्थ छोड़ने पर ही दूसरों का हित किया जा सकता है। परोपकार करने के लिए स्वंय के स्वार्थों का त्याग आवश्यक है। दूसरे का सुधारने के लिए स्वंय का बिगाड़ना आवश्यक होता है।
Aapko Bigadya Bina, Dusara Ko Koni Sudhare.
आपको सो आपको और बिराणू लोगहिंदी : अपना तो अपना होता है, अन्य सब बिराणु (बेगाने) होते हैं।
Aapko So Aapko Aur Biranu Log.
आ बलद मनै मारहिंदी : आ बैल मुझको मार, आशय है की मुसीबत को न्योता देना, मूर्खतापूर्वक कार्य करना।
Aa Balad Manne Maar.
आँख्यां सै आँधो, नांव नैणसुख।हिंदी अर्थ : गुण और स्वभाव के विपरीत नामकरण। आँखों से अंधे व्यक्ति का नाम नयनसुख, गुण के विपरीत प्रतिष्ठा।
Aakhya Se Andho, Naam Nayansukh
आँण गाँव को बींद गांव को छोरा।हिंदी : अन्य (आँण) गाँव, दूसरे गांव में एक व्यक्ति दूल्हा जी होता है और अपने गाँव में छोरा (सामान्य व्यक्ति) होता है। व्यक्ति का अपने आस पास, गाँव में क्षेत्रीय स्तर पर सम्मान नहीं होता है लेकिन उसी व्यक्ति का दूसरे गाँव में सम्मान होता है, यथा घर की मुर्गी दाल बराबर।
Aan Gaanv Ko Beend Gaanv Ko Choura.
आम खाणा क पेड़ गिणना.हिंदी अर्थ : अपने मूल विषय पर ध्यान केंद्रित करना, व्यर्थ की बातों पर ध्यान नहीं देना। व्यक्ति को गुठलियों को गिनने के स्थान पर आम खाने पर ध्यान देना चाहिए।
Aam Khana Ke Ped Ginana.
(आम खाने या पेड़ गिनना)
आम नींबू बाणियो, कंठ भींच्यां जाणियोहिंदी : आम, नीम्बू और कंठ (गला ) दबाने से ही सार तत्व बाहर आता है। जैसे आम को दबाने से, नीम्बू को दबाने से उसका रस बाहर आता, ऐसे ही बनिया को भी दबाने से वह सत्य बोलता है। शारीरिक शक्ति का उपयोग करने से बहुत से कार्य सिद्ध होते हैं।
Aam Neembu Baniyo, Kanth Beechya Janiyo
आं तिला में तेल कोनी।हिंदी अर्थ : इन तिलों में तेल नहीं है। स्थान/वस्तु/व्यक्ति विशेष में स्वार्थ की सिद्धि प्राप्त नहीं होना। जब व्यक्ति को कहीं कोई मनवांछित परिणाम मिलने की कोई संभावना ना हो तो कहते हैं की " इन तिलों में तेल नहीं है।
Aa Tila Me Tel Koni
आम फलै नीचो नवै, अरंड आकासां जाय.हिंदी अर्थ : गुणवान गुण प्राप्त करने पर अधिक विनम्र होता है, वह अपनी शक्ति पर घमंड नहीं करता है और ऐसे ही आम के वृक्ष पर फल लगने पर वह निचे की तरफ झुकता है और अरंड वृक्ष के अरंडी लगने पर वह और अधिक ऊपर की और वृद्धि करता है। अरंड को आम की तुलना में महत्वहीन माना गया है। आशय है की गुणीजन और शक्तिशाली व्यक्ति विनम्र होता है वहीँ पर घमंडी व्यक्ति शक्ति प्राप्त होने पर अधिक घमंडी बन जाता है।
Aam Fale Neche Nave, Arand Akasha Jaay.
आया की समाई पण गया की समाई कोनी।हिंदी अर्थ : लाभ का अच्छा लगना लेकिन हानि को बर्दास्त नहीं कर पाना। व्यक्ति अपने लाभ (आया/वस्तु या धन का आगमन) को ठीक मानता है , समाई से आशय सतोष से है लेकिन यदी कोई वस्तु या धन हाथ से चला जाय तो उसका सब्र टूट जाता है, वह दुखी हो जाता है।
Aaya Ki Samayi Pan Gaya Ki Samayi Koni.
आयो रात, गयो परभात.हिंदी : तुरंत फुरंत काम होना, विश्राम नहीं करना जल्दबाजी में काम करना। यथा कोई रात को आया और प्रभात (सुबह) होते ही चला गया, रुकना नहीं।
Aayo Raat, Gayo Parbhaat
आ रै मेरा सम्पटपाट मैं तनै चाटूं, तू मनै चाट.हिंदी अर्थ : दो मूर्ख, अविवेकी, अभागे व्यक्तियों का मिलाप होना। आओ मेरे नीरे ठोठ, मैं तुमको चाटता हूँ, तुम मुझे चाटो। निकम्मे व्यक्तियों का समागम हो जाना.
Aa Re Mera Samptpat Main Tanne Chatu Tu Manne Chaat.
आंट में आयोड़ो लो टूटै।हिंदी अर्थ : विशेष परिस्थिति में आने पर, फंसने पर शक्तिशाली को भी परास्त होना पड़ता है। आंट में आने पर, तरक़ीब से लोहा भी टूट जाता है। आशय है की स्वंय से शक्तिशाली व्यक्ति जब विशेष परिस्थिति में फंस जाता है तो वह भी परास्त हो जाता है।
Aant Me Aayodo Lo Tute.
आंटै आई मैरे बिलाई.हिंदी अर्थ : धूर्त और चालाक व्यक्ति का फसने पर काबू में आ जाना। बिल्ली बस गयी है और ताबे आ गई है, जो रोज दूध पीकर भाग जाती थी, आज पकड़ी गई है।
Aante Aayi Mere Bilai.
आंधा आगे ढोल बाजै, आ डमडमी क्यां की।हिंदी अर्थ : अंधे व्यक्ति के सामने ढोल बजने पर वह देख नहीं सकता है और सुनकर कहता है की ये डमडम किस बात की है। आशय है की मूर्ख और अविवेकी व्यक्ति किसी विषय के तह तक नहीं पहुंच सकता है, वह सिर्फ भौतिक रूप से ही देख सकता है। मूर्ख व्यक्ति के बारे में वर्णन है।
Aandha Aage Dhol Baje, Aa Damdami Kya Ki.
आंधा की गफ्फी, बहरा को बटको,हिंदी अर्थ : अंधे व्यक्ति का गले मिलना (गफ्फी, अंक भरना, बाहें फैलाकर गले मिलना ), बहरे व्यक्ति के द्वार मुंह से काटना (बटका), दोनों से ही ईश्वर ही मुक्त कर सकता, अन्यथा सर पटक कर मर जाओ, दोनों को बोध नहीं होता है समक्ष व्यक्ति किस अवस्था में, या उनको गले मिलने से छोड़ देना चाहिए, या बहरे व्यक्ति ने कितनी जोर से काटा है। आशय है की मूर्ख और अविवेकी व्यक्ति वास्तविक परिणाम से अनभिज्ञ रहता है, ऐसे व्यक्ति से ईश्वर ही बचा सकता है।
राम छुटावै तो छूटै नहीं सिर ही पटको।
Andha Ki Gaffi, Bahara Ko Batako,
Ram Chhutave To Chhute, Nahi Sir Hi Patako
आंधा नै तो लाठी चाये।हिंदी अर्थ : अंधे व्यक्ति को क्या चाहिए, दो आँखे ! ऐसे ही अंधे व्यक्ति को क्या चाहिए एक लाठी जिससे टटोल कर वह चल फिर सके। आशय है की परिस्थिति विशेष के अनुसार किसी व्यक्ति को वस्तुओं की आवश्यकता होती है। अंधे व्यक्ति को सांसारिक चकाचौंध दिखाई नहीं देती हैं इसलिए अन्य वस्तुओं के स्थान पर उसे एक लाठी की ही आवश्यकता होती है। आवश्यकता को परिस्थिति तय करती हैं.
या
अंधे को क्या चाहिए, दो आँखें।
आंधा पीसै कुत्ता खाय।हिंदी अर्थ : अँधा व्यक्ति या अंधी औरत जब अन्न को पीसती हैं तो उसे वह पीसने के कार्य को लगातर जारी रखता है लेकिन देख नहीं पाता है की उसके द्वारा पीसे जा रहे अनाज को, उसके आटे को कुत्ते खा रहे हैं, उसे दिखाई नहीं देता है। आशय है की मूर्ख, लापरवाह और विवेकहीन व्यक्ति के द्वारा जब कोई कार्य किया जाता है तो उसका
या
अँधा पीसे, कुत्ते खाएं।
फायदा अन्य लोग उठाते हैं।आंधा भागे रोवै, अपना दीदा खोवै।
Aandha Bhage Rove , Apna Dida Khove
हिंदी अर्थ : अँधा व्यक्ति इधर उधर व्यर्थ में दौड़ लगाता है और रुदन करता है लेकिन वह अनभिज्ञ होता है की वह अकेला है, कोई देखने वाला नहीं है, ऐसे में वह अपना ही दीदा/आँखें नष्ट करता करता है (उसके रोने का कोई लाभ नहीं मिल पाता है ) आशय है की कमजोर व्यक्ति रोकर, अपनी पीड़ा को लोगों को बताकर स्वंय का अधिक नुकसान करवाता है।
आंधा मेँ काणोँ राव।हिंदी अर्थ : कम गुणी व्यक्तियों में, कम पढ़े लिखे, कम ज्ञानीजन में थोड़ा बहुत ज्ञान रखने वाला भी श्रेष्ठ होता है। आशय ही जहाँ सब ठोठ हों, जड़ हो, मूर्ख हों वहां पर अल्प ज्ञानी भी बहुत बड़ा ज्ञानी और विद्वान कहलाता है। यथा अंधों के समूह में काना राजा (राव) होता है क्योंकि उसके आस पास के लोगों को दोनों आखों से दिखाई नहीं देता है लेकिन उसे एक आँख से दिखाई देता है।
या
अंधों में काना राजा।
आंधा सुसरा में क्यांकी लाज.हिंदी अर्थ : अंधे ससुर से कैसी लाज, शर्म (घूंघट करने की आवश्यकता नहीं है ) आशय है की जो मूर्ख है उसके सामने किसी गूढ़ बात को करने में झिझक नहीं होती है क्योंकि वह उस बात को समझ ही नहीं सकता है।
Aandha Sasura Ki Kyanki Laaj.
आंधी मा पूत को माथो नोज देखै।हिंदी अर्थ : अंधी माँ अपने पुत्र का मस्तक/चेहरा चाहकर भी नहीं देख पाती है। आशय है की सामर्थ्यहीन व्यक्ति मन मसोस कर रह जाता है।
Aandhi Ma Poot Ko Matho Noj Dekhe
आंधै कै भांवै किंवाड़ ई पापड़।हिंदी अर्थ : अंधे व्यक्ति के लिए तो किवाड़/दरवाजे ही पापड़ के समान है क्योंकि वह देख पाने के अभाव में किवाड़ और पापड़ में भेद नहीं कर पाता है। भावे -के लिए। किवाड़-पापड़।
Aandhe Ke Bhave Kivaad Hi Papad.
आंधों के जाणै सावण की भार।हिंदी मीनिंग : अँधा व्यक्ति सावन के भार/जोर को समझ नहीं सकता है। अविवेकी और मूर्ख व्यक्ति किसी विषय के मर्म को समझ नहीं सकता है।
Aandho Ke Jane, Savan Ki Bhar.
आंध्यां की माखी राम उडावै ।हिंदी अर्थ : अंधे व्यक्ति के शरीर पर बैठी मक्खी को ईश्वर की उड़ाता है क्योंकि वह देख नहीं सकता है की मक्खी बड़ी है और कहाँ पर बैठी है। आशय है की असहाय, कमजोर, दीन हीन व्यक्ति के संकटों, पीड़ाओं को ईश्वर ही दूर करता है, वह स्वंय संकट से बाहर आने के लिए असमर्थ होता है।
या
अंधे की मक्खी राम उड़ावे।
आई रुत खेती, क्यूं करै पछैती।हिंदी अर्थ : खेती की ऋतू आ गयी है, अब बिजाई में तुम पीछे क्यों रहते हो। पछेती-समय उपरान्त की फसल, देरी से बिजाई की फसल। आशय है की जब किसी विषय, घटना का सही समय हो तो समयानुकूल कार्य करना चाहिए। यदि खेती का समय आ गया हो तो खेती करनी चाहिए, उसमें देरी नहीं करनी चाहिए।
Aayi Rut Kheti, Kyo Kare Pachheti
आई ही छाय नै, घर की धिराणी बण बैठी।हिंदी अर्थ : आयी थी छाछ मांगने (मट्ठा मांगने) और घर की मालकिन बन बैठी है। आशय है की किसी असमर्थ व्यक्ति के द्वारा अधिकार जताना, अधिकारी बनने का प्रयत्न करना। छाछ मांगने से आशय है की उसके घर पर दूध दही नहीं है जिससे वह छाछ तैयार कर सके, वह आर्थिक रूप से कमजोर है और उसके द्वारा जिस घर में छाछ मांगी जाती है वहीँ पर वह अपनी पंचायती करने लग जाती है।
Aai Hi Chhay Ne, Ghar Ki Dhirani Ban Baithi
आक को कीड़ो आक में, ढाक को कीड़ो ढाक में ।हिंदी अर्थ : आक (मंदार) का कीड़ा आक के पादप में और ढाक का कीड़ा ढाक में ही शोभा देता है। जो जहाँ के लिए उचित है वह वहीँ पर ही रहना चाहिए, रहता है। आक में रहने वाला कीड़ा ढाक में रहने के लिए नहीं होता है। जो जहाँ का है वहीँ पर ठीक होता है।
Aak Ko Keedo Aak me, Dhak Ko Kido Dhak Me.
आकास में बिजली चिमकै, गधेड़ो लात बावै।हिंदी अर्थ : जिस घटना/विषय से कोई लेना देना ना हो उस पर अपनी प्रतिक्रिया दे, व्यर्थ में विचिलित हो। यथा आकाश में बिजली स्वाभाविक रूप से चमकती है, लेकिन गधा उसे स्वंय पर आक्रमण समझ कर लात मारता है।
Aakash Me Bijali Chamake, Gadhedo Laat Bave.
आखर रामजी कै घर न्याव है।हिंदी अर्थ / मीनिंग : आखिरकार इश्वर दे दरबार में न्याय है। संसार में व्यक्ति माया के प्रभाव में झूठ पर आधारित फैसले कर देते हैं, लेकिन इश्वर के घर पर अवश्य ही नाय मिलता है। व्यक्ति और समाझ झूठा हो सकता है लेकिन इश्वर न्यायोचित फैसला करते हैं।
Aakhir Ramji Ke ghar Nyay Hai
आगली दाल नयी पाणी कोनी।हिंदी अर्थ : जो दाल पास में है (आगली दाल) उसके लिए है पानी नहीं है। आशय है की पहले से जो दाल है उसके लिए ही पानी नहीं है। आशय है की पहले से ही मुसीबत / अभाव है और एक नयी मुसीबत गले आन पड़ी है।
Aagali Dal Ne Hi Pani Koni,
आगले पाग को थायचो देख, पाछालो उठा ज्यो।हिंदी अर्थ : जो पाँव पहले उठा चुके हो उसको टिकाने का स्थान मिलने के उपरान्त ही पीछे का पाँव उठाना चाहिए। आशय है की कोई भी निर्णय लेने से पूर्व हमें अच्छे से सोच विचार कर लेना चाहिए।
आगलै सै पाछलो भलो।हिंदी अर्थ : अगले (आने वाले / भविष्य की घटना ) से पिछला भला होता है. आशय है की आज जो हमारे पास है वही श्रेष्ठ है भविष्य में क्या प्राप्त होगा इसका कोई ठिकाना नहीं है. जो है उसकी कद्र करना चाहिए .
Aagale Se Pachhalo Bhalo
आग लगे झूपड़े, जो निकसे सो लाभ.हिंदी अर्थ : झोपड़ी में आग लग जाने पर, जो उससे निकल जाता है, बाहर निकल जाता है वह लाभ में रहता है। जो झुपड़ी में ठहर जाते हैं वे अवश्य ही जल जाते हैं। आशय है की जब नुकसान होना तय हो, तो उस स्थान, विषय से बाहर निकल जाने पर ही लाभ होता है।
Aag Lage Jhupade, Jo Nikase So Labh.
आगे थारो पीछे म्हारो |हिंदी अर्थ : अगला तुम्हारा तो पिछला हमारा, जैसा आप करोगे वैसा ही हम भी करेंगे।
Aage Tharo Pichhe Mharo
आगे आग ना लेरया पाणी।
Aage Aag Ne Lerya Pani.
या
आगै आग न पीछै भींटकीAage Aag Na Niche Bhintaki
हिंदी अर्थ : लावारिश होना, कोई ठौर ठिकाना ना होना। मरने के बाद कोई अग्नि देने वाला नहीं है और पीछे पाणी संस्कार करने वाला भी नहीं है। आशय है की कोई आगे पीछे ना होना, अकेला और असहाय होना।
आगे ही गधेड़ा आवे तो लारे का के आस।हिंदी अर्थ : जब आगे आगे ही गधे मिल रहे हैं तो इसके बाद भविष्य में घोड़ों के मिलने की कोई आस नहीं है। आशय है की जब अभी गधे मिल रहे हैं, दुर्भाग्य है, विपत्ति और संकट है तो भविष्य में अच्छी वस्तु मिलने की कोई आस नहीं है।
Aage Hi Gadheda Aave to Lare Ka Ke Aas.
आज मरयो दिन दूसरो।हिंदी अर्थ : आज जो हुआ सो हुआ, कल नया सवेरा होगा. आज भले ही संकट और विपत्ति रही, नुकसान रहा लेकिन कल दिन दूसरा होगा, नया सवेरा होगा .
Aaj Maryo, Din Dusaro.
आज मरां काल मरां, मर्या मर्या फिरां।हिंदी अर्थ : आज मरे, कल मरे, मरे हुए फिर रहे हैं .आशय है की बहुत ही दीन हीन स्थिति है, कंगाली और विपत्ति में घिरे हुए हैं .
Aaj Mara Kal Mara, Marya Marya Fira.
आगे तो बाईजी फुटरा घणा, फेर निंदा में उठ खड़ा रह्या।हिंदी : आगे तो बाई जी (स्त्री के लिए) खुबसुरत बहुत थी (बदसूरत है के भाव में ) और ऊपर से नींदों में उठ खड़ी हो गयी (नींदों में उठने से आशय शरीर का अस्त व्यस्त होना, बिगड़ा हुआ होने से है। आशय है की कोई वस्तु/विषय पहले से ही खराब हो, बिगड़ा हुआ हो और ऊपर से और बिगड़ जाना।
Aage To Baiji Futra Ghana, Ninda Me Uth Khada Rahya.
आज मरै जकै ने काल कद आवै।हिंदी अर्थ : जो आज ही मर रहा है उसे कल की क्या आस, उसे कल से क्या लेना देना। आशय है की विपत्ति और संकट तो आज है तो उसे कल मदद मिले उसका क्या फायदा।
Aaj Mare Jake Ne Kal Kad Aave
आज हमां और काल थमां |हिंदी अर्थ : आज हमारी बारी है और कल तुम्हारी। आशय है की यदि आज हम पर संकट है तो कल तुम पर भी संकट आ सकता है। यह चक्र तो चलता ही रहता है। हमा-हम, थमा-तुम।
Aaj Hama Aur Kal Thama
आज ही मोडियो मूंड मूंडायो आज ही ओला पड्या।हिंदी अर्थ : आज ही साधू (मोडो ) ने सर के बाल कटवाए (मूंड मुंडाई) और आज ही ओला (बरसात में गिरने वाले बर्फ के छोटे गोले) गिर गए, सर पर चोट लगने के भाव में। आशय है की आज ही किसी कार्य की शुरुआत करना और करते ही संकट और विपत्ति का आ जाना।
Aaj Hi Modiyo Moond Mundayo, Aaj Hi Ola Padya.
Or
आज मोडो मूंड मुंडाई, आज हीओला पड़ ग्या।
आ छाछ तो राळबा जोगी।हिंदी अर्थ : यह छाछ (मट्ठा ) तो जमीन (धुल) में गिराने लायक ही है। किसी वस्तु, व्यक्ति, विषय का पहले ही बदत्तर होना, जिसे उसी के लायक परिणाम प्राप्त होना। यदि कोई दुष्ट व्यक्ति पुलिस के द्वारा धरा जाता है तो उसे बचाने के लिए कोई आगे नहीं आता है क्योंकि वह उसी के लायक होता है। इस भाव में उस व्यक्ति के लिए हम कहते हैं की आ छाछ तो राळबा जोगी है। जोगी-लायक, राळबा-फेंकना, जमीन में गिराना, आ छाछ-यह छाछ/लस्सी। लस्सी के खट्टे/खराब हो जाने के अर्थ में।
Aa Chhachh To Ralaba Jogi.
- राजस्थानी मुहावरे भाग -1 : राजस्थानी मुहावरों का सरल हिंदी अर्थ देखें (Rajasthani Muhavare Meaning Hindi)
- राजस्थानी मुहावरे भाग -2 : राजस्थानी मुहावरों का हिंदी में मीनिंग देखें Rajasthani Muhavare Hindi Arth Sahit
- राजस्थानी मुहावरे भाग -3 राजस्थानी मुहावरों का हिंदी मीनिंग अर्थ देखें Rajasthani Muhavre Lokoktiyan/Kahavaten Hindi Meaning
- राजस्थानी मुहावरे भाग -4 राजस्थानी मुहावरों का हिंदी मीनिंग अर्थ मीनिंग Rajasthani Muhavare / Lokoktiya/Muhavaren
- राजस्थानी मुहावरे भाग -5 राजस्थानी मुहावरों का हिंदी मीनिंग अर्थ देखें।