सिया को ढूढ़ रहे वन वन में रघुरैया लिरिक्स Siya Ko Dhundh Rahe Lyrics

सिया को ढूढ़ रहे वन वन में रघुरैया लिरिक्स Siya Ko Dhundh Rahe Lyrics, Shri Ram Bhajan by Rajendra Prasad Soni

बन बन में रघुरैया,
सिया को ढूढ़ रहे,
वन वन में रघुरैया।

पूछे पेड़ों से रो रो के,
पूछे फुलों से रो रो के,
बोलो री पुरवैया,
सिया को ढूढ़ रहे,
वन वन में रघुरैया।

झरने पेड़ और पर्वत बोलो,
मोर पपीहा मुह तो खोलो,
बोलो सोन चिरैया,
सिया को ढूढ़ रहे,
वन वन में रघुरैया।

राह चलत एक मिली निशानी,
लगी राम को जानी मानी,
भर भर आईं तरैया,
सिया को ढूढ़ रहे,
वन वन में रघुरैया।

लक्ष्मण देखो तनक ये गहने,
देखे का सीता को पहने,
मन मे भ्रम सो भैया,
सिया को ढूढ़ रहे,
वन वन में रघुरैया।

मैंने देखे चरण माई के,
गहने ना पहचानूँ भाई ये,
मैं चरणों का सेवक भैया,
सिया को ढूढ़ रहे,
वन वन में रघुरैया।

राजेन्द्र राम दुखी है मन में,
सीता को खोजे वन वन में,
कोई नहीँ सुनवइया,
सिया को ढूढ़ रहे,
वन वन में रघुरैया।

भजन श्रेणी : राम भजन (Ram Bhajan)



सिया खों ढूढ़ रहे वन वन में रघुरैया

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Siya Ko Dhudh Rahe,
Van Van Mein Raghuraiya.

Puchhe Pedon Se Ro Ro Ke,
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Bolo Ri Puravaiya,
Siya Ko Dhudh Rahe,
Van Van Mein Raghuraiya.

Jharane Ped Aur Parvat Bolo,
Mor Papiha Muh To Kholo,
Bolo Son Chiraiya,
Siya Ko Dhudh Rahe,
Van Van Mein Raghuraiya.

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Lagi Ram Ko Jani Mani,
Bhar Bhar ain Taraiya,
Siya Ko Dhudh Rahe,
Van Van Mein Raghuraiya.

Lakshman Dekho Tanak Ye Gahane,
Dekhe Ka Sita Ko Pahane,
Man Me Bhram So Bhaiya,
Siya Ko Dhudh Rahe,
Van Van Mein Raghuraiya.

Mainne Dekhe Charan Mai Ke,
Gahane Na Pahachanun Bhai Ye,
Main Charanon Ka Sevak Bhaiya,
Siya Ko Dhudh Rahe,
Van Van Mein Raghuraiya.

Rajendr Ram Dukhi Hai Man Mein,
Sita Ko Khoje Van Van Mein,
Koi Nahin Sunaviya,
Siya Ko Dhudh Rahe,
Van Van Mein Raghuraiya.
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