हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
बेटा हनुमान, मेरे वीर हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान।
वन में जायो वन में पालो,
वन में गोद खिलायो,
तू तो गयो है लंकापुरी को,
मां को क्यों नहीं लायो,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान।
मारु धार तो फट जाए पर्वत,
ऐसो दूध पिलायो,
वो पल अपनों भूल गयो जब,
सूरज मुख में दबायो,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान।
इतने वचन सुने माता के,
नैन नीर भर आयो,
मैं हूं तेरा लाला ओ माता,
नीचो नहीं दिखायो,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान।
इतने बचन सुने हनुमत ने,
अंग रोष भर आयो,
दक्षिण से उत्तर कर दे,
पर हुकुम ना राम को पायो,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान।
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
बेटा हनुमान मेरे वीर हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान,
हमरो दूध क्यों लजायो रे बेटा हनुमान। भजन श्रेणी : हनुमान भजन (Hanuman Bhajan)
MERA DUDH KYUN LAJAYA RE BETA HANUMAN
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