राधा देखे बाट यूं, कब आओगे मेरे श्याम जी, जहर का प्याला पिया, और श्याम धुन में खो गई, वो श्याम नजर आतें है, वो अमृत करवाते हैं, वो मेरे गुरुदेव नजर आते हैं।
जपते जपते कभी-कभी, वो राम नजर आते हैं, राम नजर आते हैं, और घनश्याम नजर आते हैं, वो मेरे गुरुदेव नजर आते हैं।