मिलती है प्रेमियों की संगत कभी कभी लिरिक्स Milati Hai Premiyo Ki Sangat Lyrics, Krishna Bhajan by Sardar Romi Ji
मिलती है प्रेमियों की, संगत कभी कभी,मिलती है प्रेमियों की, संगत कभी कभी,
चढ़ती है श्याम नाम की, रंगत कभी कभी,
चढ़ती है श्याम नाम की, रंगत कभी कभी।
दौलत के पीछे भागना, ज्यादा उचित नही,
लेती है जान इंसान की, दौलत कभी कभी,
मिलती है प्रेमियों की, संगत कभी कभी,
मिलती है प्रेमियों की, संगत कभी कभी।
शौहरत को पाके भूलो ना, भगवान को कभी,
इज्जत को पाके भूलो ना, भगवान को कभी,
लेता है छीन, देकर ये इज्जत कभी कभी,
चढ़ती है श्याम नाम की, रंगत कभी कभी,
चढ़ती है श्याम नाम की, रंगत कभी कभी।
हँसने से पहले दूजे पर, खुद को निहारिये,
दिखलाती है बुरे दिन, ये आदत कभी कभी,
मिलती है प्रेमियों की, संगत कभी कभी,
मिलती है प्रेमियों की, संगत कभी कभी,
चढ़ती है श्याम नाम की, रंगत कभी कभी,
चढ़ती है श्याम नाम की, रंगत कभी कभी।
मिलती है प्रेमियों की, संगत कभी कभी,
मिलती है प्रेमियों की, संगत कभी कभी,
चढ़ती है श्याम नाम की, रंगत कभी कभी,
चढ़ती है श्याम नाम की, रंगत कभी कभी।
भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)
भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)