ओ बाबा श्याम पलका थारी खोलो जी लिरिक्स Baba Shyam Palaka Thari Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan / O Baba Shyam Palaka Thari Kholo Ji
ओ बाबा श्याम पलकां,
थारी खोलो जी,
कन्हैया इक बार,
मुखड़े से बोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां,
थारी खोलो जी।
भक्त दुखी थाने नींदड़ली आवे,
भक्ता रा भीड़ थाने गाँव बतावे,
शरण तिहारी पलकां खोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
देर करा पथ थारी भी जासी,
दीनानाथ दुनिया हांसी उडासी,
काई छ विचार कुछ तो बोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
लाज बचाने वाले लाज बचाले,
पीछो ना छोड़ू चाहे कितनो सताले,
सेवक टाबर थारो भोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
आलूसिंह जी ने श्रृंगार सजावे,
केसर चन्दन थारे इतर चढ़ावे,
हिवड़े में अमृत घोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी,
कन्हैया इक बर मुखड़े से बोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी,
कन्हैया इक बर मुखड़े से बोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
थारी खोलो जी,
कन्हैया इक बार,
मुखड़े से बोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां,
थारी खोलो जी।
भक्त दुखी थाने नींदड़ली आवे,
भक्ता रा भीड़ थाने गाँव बतावे,
शरण तिहारी पलकां खोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
देर करा पथ थारी भी जासी,
दीनानाथ दुनिया हांसी उडासी,
काई छ विचार कुछ तो बोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
लाज बचाने वाले लाज बचाले,
पीछो ना छोड़ू चाहे कितनो सताले,
सेवक टाबर थारो भोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
आलूसिंह जी ने श्रृंगार सजावे,
केसर चन्दन थारे इतर चढ़ावे,
हिवड़े में अमृत घोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी,
कन्हैया इक बर मुखड़े से बोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी,
कन्हैया इक बर मुखड़े से बोलो जी,
ओ बाबा श्याम पलकां थारी खोलो जी।
ओ बाबा श्याम पलका थारी खोलो जी - Shyam Singh Chouhan Khatu | O Baba Shyam Palka Thari Kholo Ji
स्वर: महाराज श्री श्याम सिंह जी चौहान
Label: Shyam Singh Chouhan Khatu