काशी में खुली है दुकान गौरा रानी क्या लोगी भजन लिरिक्स

काशी में खुली है दुकान गौरा रानी क्या लोगी Kashi Me Khuli Hai Dukan

 
Kashi Me Khuli Hai Dukan

काशी में खुली है दुकान,
गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी,
हो गौरा रानी क्या लोगी।

पायल तो मैं पहन के आई,
मुझे बिछुबा दिला दो भोलेनाथ,
मैं तो बस यही लूंगी,
काशी में खुली है दुकान,
गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी,
हो गौरा रानी क्या लोगी।

लहंगा तो मैं पहन के आई,
मुझे चुनर दिला दो भोलेनाथ,
मैं तो बस यही लूंगी,
काशी में खुली है दुकान,
गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी,
हो गौरा रानी क्या लोगी।

हरवा तो मैं पहन के आई,
मुझे नथनी दिला दो भोलेनाथ,
मैं तो बस यही लूंगी,
काशी में खुली है दुकान,
गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी,
हो गौरा रानी क्या लोगी।

चूड़ा तो मैं पहन के आई,
मुझे मेंहंदी दिला दो भोलेनाथ,
मैं तो बस यही लूंगी,
काशी में खुली है दुकान,
गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी,
हो गौरा रानी क्या लोगी।
काशी में खुली है दुकान,
गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी,
हो गौरा रानी क्या लोगी।



Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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