राम नाम की धुन पर नाँचे होकर के ये मतवाला
राम नाम की धुन पर नाँचे होकर के ये मतवाला
राम नाम की धुन पर नाँचे,होकर के ये मतवाला,
हर संकट में साथ निभाता,
ये मेरा बजरंगबाला।
जय श्री राम, जय हनुमान।
अष्ट सिद्धि नव नीधी का दाता,
दुनियां तुमको कहती है,
तेरे चरणों में बजरंगी,
प्रेम की गंगा बहती हैं,
सालासर और मेहंदीपुर में,
भवन सजा सुन्दर आला,
हर संकट में साथ निभाता,
ये मेरा बजरंगबाला।
जिस सागर को सेतु बिना,
लाँघ सके ना रघुराई,
पार किया हनुमत ने उसको,
खोई सुध जब याद आयी,
लंका नगरी जाकर के सब,
उथल पुथल हैं कर डाला,
हर संकट में साथ निभाता,
ये मेरा बजरंगबाला।
रघुवर का ये दास कहाता,
राम नाम बस गाता हैं,
मोनू भी इनके चरणों में,
हरपल शीश झुकाता हैं,
भव सागर से पार लगाता,
ये माँ अंजनी का लाला,
हर संकट में साथ निभाता,
ये मेरा बजरंगबाला।