यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में,
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
फूलों की ताज़गी में,
तारों की रौशनी में,
जो बात देखी तुममें,
देखी नहीं किसी में,
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
तुम सामने खड़े हो,
मैं सजदा कर रहा हूं,
मैं सजदा कर रहा हूं,
मैं सजदा कर रहा हूं,
बड़ा लुफ्त आ रहा है,
बन्दे को बंदगी में,
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
मेरी आखिरी तमन्ना,
तू कबूल काश कर ले,
तू कबूल काश कर ले,
तू कबूल काश कर ले,
मैं जीऊं तेरी गली में,
मैं मरुँ तेरी गली मैं,
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में,
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
फूलों की ताज़गी में,
तारों की रौशनी में,
जो बात देखी तुममें,
देखी नहीं किसी में,
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
तुम सामने खड़े हो,
मैं सजदा कर रहा हूं,
मैं सजदा कर रहा हूं,
मैं सजदा कर रहा हूं,
बड़ा लुफ्त आ रहा है,
बन्दे को बंदगी में,
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
मेरी आखिरी तमन्ना,
तू कबूल काश कर ले,
तू कबूल काश कर ले,
तू कबूल काश कर ले,
मैं जीऊं तेरी गली में,
मैं मरुँ तेरी गली मैं,
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
यही हसरतें तलब हैं,
ये ही आरजू है दिल में,
ना हटें मेरी निगाहें,
तेरे रुख से जिंदगी में।
इस भावपूर्ण भजन को अवश्य सुनें | Nikunj Kamra Best Bhajan | Bhav Pravah #krishnabhajan
Voice: Nikunj Kamra
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