जब जब तेरी चौखट पे कोई नीर बहाता है
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
तेरे मित्र सुदामा जी,
तुझे मिलने आये थे,
आंसू से प्रभु तुमने,
फिर चरण धुलाये थे,
भक्तों के अश्कों का,
यू मोल चुकाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
नरसी ने प्रभु तुझ पर,
विश्वास किया भारी,
उस भक्त की हुंडी तो,
तूने ही स्वीकारी,
बन नानी का भाई,
तू धीर बंधाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
मीरा के अश्कों में,
तेरी प्रेम कहानी थी,
तू उसका दीवाना था,
वह तेरी दीवानी थी,
तू जहर के प्याले को,
अमृत कर जाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
जब हार के रोमी भी,
कुछ कह नहीं पाता है,
वह भी तेरे चरणों में,
आंसू ही बहाता है,
हर बार तू आकर के,
उम्मीद जगाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
तेरे मित्र सुदामा जी,
तुझे मिलने आये थे,
आंसू से प्रभु तुमने,
फिर चरण धुलाये थे,
भक्तों के अश्कों का,
यू मोल चुकाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
नरसी ने प्रभु तुझ पर,
विश्वास किया भारी,
उस भक्त की हुंडी तो,
तूने ही स्वीकारी,
बन नानी का भाई,
तू धीर बंधाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
मीरा के अश्कों में,
तेरी प्रेम कहानी थी,
तू उसका दीवाना था,
वह तेरी दीवानी थी,
तू जहर के प्याले को,
अमृत कर जाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
जब हार के रोमी भी,
कुछ कह नहीं पाता है,
वह भी तेरे चरणों में,
आंसू ही बहाता है,
हर बार तू आकर के,
उम्मीद जगाता है,
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
जब जब तेरी चौखट पे,
कोई नीर बहाता है,
उस प्रेम में ऐ कान्हा,
तू भी बह जाता है।
जब जब तेरी चौखट पर | Sheetal Pandey | Khatu Shyam Bhajan | #newbhajan2022 #sheetalpandeySong: तेरी चौखट
श्रीकृष्णजी की चौखट पर आंसुओं के साथ पुकार करने वाला मन उनके प्रेम में डूब जाता है, और प्रभु भी उस भक्ति की गहराई में बहने लगते हैं। जैसे सुदामा के आंसुओं से उनके चरण धुले, नरसी की हुंडी स्वीकार हुई, और मीराबाई के प्रेम ने जहर को अमृत बना दिया, वैसे ही श्रीकृष्णजी अपने भक्तों की हर पुकार सुनते हैं। भक्त का विश्वास और आंसुओं भरी अरदास प्रभु के दिल को पिघला देती है, और वे हर बार希望 का दीया जला देते हैं। जैसे रोमी जैसे भक्त हारकर भी उनके चरणों में आंसू बहाते हैं, वैसे ही श्रीकृष्णजी उनकी पुकार में शामिल होकर प्रेम और करुणा बरसाते हैं। यह सुंदर भजन मन को यह विश्वास दिलाता है कि सच्चे प्रेम और भक्ति से पुकारने पर श्रीकृष्णजी हमेशा साथ होते हैं, और उनकी कृपा से हर दुख शांति में बदल जाता है।
Singer: Sheetal Pandey
Music: Lovely Sharma Ji
Lyricist: Romi Ji
Video: DEEPAK CREATIONS
Media Partner: ARDAAS BHAKTI
Music: Lovely Sharma Ji
Lyricist: Romi Ji
Video: DEEPAK CREATIONS
Media Partner: ARDAAS BHAKTI
