करुणामई किशोरी

करुणामई किशोरी

करुणामई किशोरी,
तुम तो बड़ी हो भोरी,
बिन पाप पुण्य देखे,
आती हो दौड़ी दौड़ी
राधे, राधे राधे,
राधे, राधे राधे।

हम जैसों को शरण दी,
एहसान है तुम्हारा,
तुम सा दयालु श्यामा,
देखा नहीं दोबारा,
ऐसी कृपा करो अब
बन जाऊं तेरी चेरी
बिन पाप पुण्य देखे,
आती हो दौड़ी दौड़ी
राधे, राधे राधे,
राधे, राधे राधे।

विनती है इतनी तुमसे
चरणों से ना हटाना
चरणों से हट गए तो
नहीं और है ठिकाना
दे दो दुलार अपना
हे विषभान की दुलारी
बिन पाप पुण्य देखे
आती हो दौड़ी दौड़ी
राधे, राधे राधे,
राधे, राधे राधे।

साधनहीन मैं लाड़ली
गुण ना मो में कोय,
जी निज महलन की चाकरी,
दे श्री राधे मोय,
दासी बना के अपनी,
सेवा में रखना हमको,
हे श्याम लालड़ी,
यूँ भूलूँ नहीं मैं तुमको,
महारानी अब तो,
आके बैयाँ पकड़ लो मोरी,
बिन पाप पुण्य देखे,
आती हो दौड़ी दौड़ी,
राधे, राधे राधे,
राधे, राधे राधे
 



करुणामई किशोरी | Karunamayi Kishori | Shri Radha Ji Bhajan | Vrajrasik Shri Radha Govind Ji Maharaj

Next Post Previous Post