आना मदन गोपाला दिल्ली वालों भजन
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां,
दिल्ली वालों की,
सारे भक्तों की गलियां,
आना नंद जी के लाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
देख कान्हा तेरे लिए,
मुकुट मंगाया,
मुकुट मंगाया,
मोर पंखों से सजाया,
सज धज पहर दिखाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
देख कान्हा तेरे लिए,
माखन बनाया,
माखन बनाया,
मैंने मटकी में भराया,
रुचि रुचि भोग लगाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
देख कान्हा तेरे लिए,
बांसुरी मंगाई,
बांसुरी मंगाई,
हीरे मोती से सजाई,
मीठी तान सुनाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
देख मैंने तेरे लिए,
पायल मंगाई,
पायल मंगाई,
मैंने घुंघरू से सजाई,
छम छम नाच के दिखाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
तेरे लिए कान्हा मैंने,
गोपियां बुलाई,
गोपियां बुलाई,
राधा रानी भी है आई,
आकर रास रचाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
तेरे लिए कान्हा मैंने,
सारा जग छोड़ा,
सारा जग छोड़ा,
मैंने तुझ से नाता जोड़ा,
आके दरस दिखाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
दिल्ली वालों की गलियां,
दिल्ली वालों की,
सारे भक्तों की गलियां,
आना नंद जी के लाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
देख कान्हा तेरे लिए,
मुकुट मंगाया,
मुकुट मंगाया,
मोर पंखों से सजाया,
सज धज पहर दिखाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
देख कान्हा तेरे लिए,
माखन बनाया,
माखन बनाया,
मैंने मटकी में भराया,
रुचि रुचि भोग लगाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
देख कान्हा तेरे लिए,
बांसुरी मंगाई,
बांसुरी मंगाई,
हीरे मोती से सजाई,
मीठी तान सुनाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
देख मैंने तेरे लिए,
पायल मंगाई,
पायल मंगाई,
मैंने घुंघरू से सजाई,
छम छम नाच के दिखाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
तेरे लिए कान्हा मैंने,
गोपियां बुलाई,
गोपियां बुलाई,
राधा रानी भी है आई,
आकर रास रचाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
तेरे लिए कान्हा मैंने,
सारा जग छोड़ा,
सारा जग छोड़ा,
मैंने तुझ से नाता जोड़ा,
आके दरस दिखाना,
सारे भक्तों के अंगना,
आना मदन गोपाला,
दिल्ली वालों की गलियां।
SSDN:-आना मदन गोपाला दिल्ली वालों की गलियां | Anandpur bhajan | Krishna bhajan 2023 | Radha Krishna
दिल्ली वालों की गलियों में भक्त नंदलाल को बुलाते हैं, मुकुट मोर पंखों से सजाकर, माखन मटकी भरकर, हीरे-मोती बांसुरी और घुंघरू पायल सजाकर अंगना सजाते हैं। गोपियां राधा रानी संग रास रचाने को बुलाईं, जग छोड़कर नाता जोड़ा है, बस सज-धज पहनकर दर्शन दिखाने को आतुर हैं। मदन गोपाल का ये आह्वान भक्ति का स्वर है, जहां कान्हा के भक्त प्रेम से लीन हो जाते हैं।
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