मैंने अर्ज़ी लगाई मेरे श्याम को भजन
मैंने अर्ज़ी लगाई मेरे श्याम को,
बाबा ले खबरिया एक बार हो,
मैंने अर्जी लगाई मेरे श्याम को,
किसने आकर मेरी चलाई नाव हो,
ना ही माँझी दिखे ना पतवार हो,
मैंने अर्ज़ी लगाई मेरे श्याम को,
बाबा ले खबरिया एक बार हो।
दुख के बदल मंडराये काली रात को,
नैया डोले रे डोले खाये हिचकोले,
डोले रे डोले बाबा साथ दो
छोड़ ना देना बाबा दुखिया अनाथ को,
तू तो सबसे बड़ा है दीनानाथ हो,
बाबा ले खबरिया एक बार हो,
मैंने अर्ज़ी लगाई मेरे श्याम को,
बाबा ले खबरिया एक बार हो।
आपके बिना ना नैया पार हो,
आये कोई तूफां या तेज धार हो,
कैसे रोकूं बोलो आंसू की धार को,
आजा करके सवारी लीले साथ हो
बाबा ले खबरिया एक बार हो,
मैंने अर्ज़ी लगाई मेरे श्याम को,
बाबा ले खबरिया एक बार हो।
रंजीता गाये आज पुकार आपको,
आंधी हो या तूफां बचाना नाव को,
सत्य कहता ये ही है अरदास हो,
ज्योति लिखती ना टूटे विश्वास हो,
मैंने अर्ज़ी लगाई मेरे श्याम को,
बाबा ले खबरिया एक बार हो।
Arzi Shyam Se | मैंने अर्ज़ी लगाईं मेरे श्याम को | Khatu Shyam Bhajan | by Ranjeeta Shahi | Video
Song: Arzi Shyam Se
Singer: Ranjeeta Shahi ( Dehradun) 9758144168
Music: Capital Record Studio
Lyricist: Rakesh Saini "Satya" & Jyoti Yadav
Video: Shree Printers
Category: Hindi Devotional ( Shyam Bhajan)
Producers: Amresh Bahadur, Ramit Mathur
जीवन की कठिनाइयों और दुखों के बीच जब बार-बार संकट आता है, तब एक ऐसे साथी की जरुरत होती है जो हर समय साथ दे, जो हमारी नाव को स्थिर रखे जब तूफानों की आंधी आए। वह साथी है जो ना केवल सहारा देता है, बल्कि हमें भरोसा और साहस भी प्रदान करता है। इस विश्वास से मन को अपार शांति मिलती है कि चाहे हालात कितने भी मुश्किल क्यों न हों, हमारे साथ कोई है जो हमारी बात सुनता है और हमें अकेला नहीं छोड़ता। यह साथी न केवल सुरक्षा का भाव देता है, बल्कि हमारे आंसुओं को समझता है और हमारे दिल की पीड़ा को कम करता है।
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