मेरी बहना स्वर्ग से आयो है विमान
मेरी बहना स्वर्ग से आयो है विमान,
बुलावो आयो राम को,
मेरी बहना स्वर्ग से आयो है विमान,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
बेटा आऊ समझाएं,
मेरे बेटा मिल जुलकर,
करियो हिस्सा बांट,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
बहुओं को आऊ समझाएं,
मेरी बहुओं मिल जुलकर,
करियो अपनों काम,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
बेटी को आऊं समझाए,
मेरी बेटी दोनों कुलों की,
रखना लाज,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
पोते को आऊं समझाएं,
मेरे पोते अपने बाबा को,
रखयों ध्यान,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
स्वामी को आऊ समझाएं,
मेरे स्वामी मोतियन भरो,
मेरी मांग,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
सखियों को आऊ समझाए,
मेरी सखियों सत्संग में,
रखना मेरा ध्यान,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
गुरुवर करियाहूं बात,
मेरे सतगुरु कस के पकड़ना,
मेरा हाथ,
बुलावो आयो राम को।
मेरी बहना स्वर्ग से आयो है विमान,
बुलावो आयो राम को,
मेरी बहना स्वर्ग से आयो है विमान,
बुलावो आयो राम को।
बुलावो आयो राम को,
मेरी बहना स्वर्ग से आयो है विमान,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
बेटा आऊ समझाएं,
मेरे बेटा मिल जुलकर,
करियो हिस्सा बांट,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
बहुओं को आऊ समझाएं,
मेरी बहुओं मिल जुलकर,
करियो अपनों काम,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
बेटी को आऊं समझाए,
मेरी बेटी दोनों कुलों की,
रखना लाज,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
पोते को आऊं समझाएं,
मेरे पोते अपने बाबा को,
रखयों ध्यान,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
स्वामी को आऊ समझाएं,
मेरे स्वामी मोतियन भरो,
मेरी मांग,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
सखियों को आऊ समझाए,
मेरी सखियों सत्संग में,
रखना मेरा ध्यान,
बुलावो आयो राम को।
जरा प्रभुजी ठाड़े रहियो,
गुरुवर करियाहूं बात,
मेरे सतगुरु कस के पकड़ना,
मेरा हाथ,
बुलावो आयो राम को।
मेरी बहना स्वर्ग से आयो है विमान,
बुलावो आयो राम को,
मेरी बहना स्वर्ग से आयो है विमान,
बुलावो आयो राम को।
|| बुलावो आयो राम को || BULAWO AAYO RAM KO || #GURUBHAJAN2020
स्वर्ग से विमान पर बहना आती है राम का बुलावा लेकर, प्रभु से कहती है ठहर जाओ ताकि अपनों को समझा सकें। बेटे-बहुओं को मिलजुलकर हिस्सा बांटना सिखाए, बेटी को दोनों कुलों की लाज रखना बताए। पोतों को बाबा का ध्यान रखना, स्वामी को मांग में मोती भरना, सखियों को सत्संग में नाम सुमिरन याद दिलाए। जहां मृत्यु का समय तय न हो, अपनों को प्रेम से जोड़ना ही असली धन है। सत्संग भजनों में ये भाव जागृत होता है, राम नाम का जाप पारिवारिक एकता लाता है। गुरु को हाथ पकड़कर भक्ति का पाठ पढ़ाना जीवन का सार है।
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