सालमन मछली के फायदे, नुकसान Salmon Machhali Ke Fayde Hindi

सालमन मछली के फायदे, नुकसान Salmon Machhali Ke Fayde Nuksan in Hindi

स्वस्थ रहने के लिए, विभिन्न बीमारियों से शरीर को लड़ने लायक बनाने के लिए हमें विभिन्न तरह के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। शाकाहारी भोजन के अतरिक्त यदि आप मांसाहरी हैं तो सी फ़ूड आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। 'अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन' के एक मुताबिक़ यदि आप सप्ताह में दो बार सी फ़ूड का सेवन करते हैं तो इससे हृदय स्वास्थ्य मजबूत बनता है और साथ ही कई अन्य पोषण भी प्राप्त होते हैं। इस लेख में आपको सालमन मछली से प्राप्त होने वाले पोषण के विषय में जानकारी दी गई है लेकिन यदि आप किसी बिमारी से पीड़ित हैं तो इसे उपचार या ओषधि के रूप में ना लें, अपितु डॉक्टर से सलाह प्राप्त करें। सैल्मोनिडे परिवार की विभिन्न प्रजातियों की मछली में से ही एक मछली है सैल्मन। आपको बता दें की आमतौर पर, सैल्मन ऐनाड्रोमस हैं, वे ताज़े पानी रहना/प्रजनन करना पसंद करती हैं। ऐसी मान्यता है की सलमान मछली जहाँ पर पैदा होती हैं, वहीँ फिर अंडे देने के लिए लौटती है।  इस लेख का उद्देश्य आपको सालमन मछली के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में बताना है।  आइये इस लेख में हम जान लेते हैं की सालमन मछली के सेवन से हमें क्या फायदे होते हैं।
 
Salmon Machhali Ke Fayde Hindi

सालमन मछली क्‍या है? What is Salmon Fish in Hindi

सालमन मछली एक मछली होती है जो ताजे और खारे पानी में फलती फूलती है। ताजा और ठन्डे पानी की नदी, झील आदि में यह मछली अधिकता से पाई जाती है। सालमन मछली अमेरिकी, जापानी, और यूरोपीय देशों में सी फ़ूड के रूप में बहुत लोकप्रिय है।
साल्मन मछली कई प्रजातियों में पाई जाती है। सामान्यतः, साल्मन मछली की विशेष प्रजाति अटलांटिक साल्मन (Atlantic salmon) होती है, जो उत्तरी ध्रुवीय महासागर में पाई जाती है। इसके अलावा, अन्य साल्मन प्रजातियों में सम्मिलित होती हैं जैसे कि कोहो साल्मन (Coho salmon), चूमा साल्मन (Chum salmon), सोकाई साल्मन (Sockeye salmon), और चीनी साल्मन (Pink salmon) आदि।
 
सालमन मछली का रंग गुलाबी और नारंगी होता है लेकिन इसकी त्वचा चांदी के रंग की चमकीली होती है। जब इसकी बाहरी त्वचा को निकाल दिया जाता है तो यह इसका नारंगी रंग निखर कर सामने आता है। यह मछली प्रायः अपने अंडे देने के लिए ताजे पानी की तरफ आती हैं। इस मछली का सामान्यतः वजन वजन 57.4 किलोग्राम और लम्बाई 1.5 मीटर तक होता है। (1)
  1. अंग्रेजी नाम: Salmon Fish
  2. वैज्ञानिक नाम: Salmo salar
  3. साल्मन मछली का रंग गुलाबी और नारंगी होता है। यह उनके पोषक लाल रंग के कारण होता है।
  4. साल्मन मछली कई प्रजातियों में पाई जाती है। अटलांटिक साल्मन, कोहो साल्मन, चूमा साल्मन, सोकाई साल्मन और चीनी साल्मन कुछ उनमें से प्रमुख हैं।
  5. भारत में साल्मन मछली प्रचलित नहीं है, लेकिन कुछ राज्यों में साल्मन मछली के उत्पादन के लिए तटीय क्षेत्रों में मछली पालन किया जाता है। उदाहरण के लिए, हिमाचल प्रदेश में बस्ति, उत्तराखंड में देहरादून और जम्मू-कश्मीर में साल्मन मछली की खेती की जाती है।
  6. साल्मन मछली में बहुत से पोषक तत्व होते हैं जैसे कि प्रोटीन, विटामिन डी, और ऑमेगा-3 फैटी एसिड।
  7. साल्मन मछली में मात्रा में विटामिन डी होता है, जो शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है।
  8. ऑमेगा-3 फैटी एसिड साल्मन मछली में बहुत अधिक मात्रा में होते हैं, जो दिल के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

सालमन मछली खाने के फायदे Benefits of Salmon Fish in Hindi

सालमन मछली को भोजन में शामिल करना चाहिए क्योंकि यह बहुत स्वास्थ्य वर्धक और पौष्टिक होती है। यह ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, विटामिन डी, विटामिन बी12 और सेलेनियम का बहुत अच्छा स्रोत होती है। इसमें प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है जो हमारे शरीर के ऊर्जा स्तर को बनाए रखने में मदद करती है। साथ ही, ओमेगा-3 फैटी एसिड न ही केवल हमारे दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि ब्रेन के लिए भी फायदेमंद होती है। विटामिन डी और विटामिन बी12 शरीर को नयी ऊर्जा देते हैं।
सालमन मछली खाने के कई अन्य फायदे भी होते हैं। यह एक उत्तम स्रोत है ओमेगा-3 फैटी एसिड का जो हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा, सालमन मछली में विटामिन डी, प्रोटीन, सेलेनियम, बी-विटामिन, पोटेशियम, और ऑमेगा-6 फैटी एसिड भी होते हैं जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। सालमन मछली आंतों के स्वस्थ विकास और कमजोरी के इलाज में भी मदद करती है। इसके अलावा, यह मछली मसूड़ों के लिए फायदेमंद होती है जो दांतों की स्वस्थता के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। सामान्य रूप से हफ्ते में कम से कम एक बार सालमन मछली का सेवन करना फायदेमंद होता है। आइये सालमन मछली के सेवन से होने वाले फायदों के विषय में विस्तार से जान लेते हैं।

हृदय के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सालमन मछली For better heart health, eat salmon fish in Hindi

सालमन मछली खाना हृदय के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो हमारे हृदय के लिए बहुत लाभकारी होता है। यह हमारी धमनियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और हृदय संबंधी बीमारियों जैसे दिल की बीमारी, अधिमांस, हाई ब्लड प्रेशर और अर्थराइटिस जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा, सालमन मछली में पाए जाने वाले विटामिन डी, सेलेनियम और पोटेशियम भी हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसलिए, हमें नियमित रूप से सालमन मछली खाना चाहिए ताकि हमारे हृदय स्वस्थ रहे और हम स्वस्थ जीवन जी सकें।
हृदय सम्बन्धी विकारों से बचने के लिए अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक़ हमें सप्ताह में कम से कम दो बार संतुलित मात्रा में सालमन मछली खाना चाहिए। (2)
यूँ है हृदय के लिए सालमन मछली फायदेमंद-
  1. सालमन मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक रिच स्त्रोत है।
  2. सालमन मछली में विटामिन डी, विटामिन बी12, विटामिन ए, और सेलेनियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो अच्छे हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होते हैं।
  3. सालमन मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक बहुत अच्छा स्रोत होता है। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, रक्त थक्का जमाने से रोकने, और हृदय रोगों के खतरों को कम करने में मदद मिलती है।
  4. सालमन मछली में मौजूद गैर-फैट तत्व ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  5. सालमन मछली में ऑमिगा-3 फैटी एसिड के साथ-साथ उन्नत प्रोटीन भी होता है जो शरीर की मांसपेशियों के निर्माण में मदद करता है।

वजन घटाने के लिए सालमन मछली का उपयोग Salmon fish for weight loss

सैल्मन मछली के सेवन से बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में सहायता मिलती हैं क्योंकि सैल्मन मछली में मौजूद उच्‍च प्रोटीन भूख को नियंत्रित करता है और बार बार भूख लगने को रोकता है। सैल्मन मछली कम कैलोरी वाले आहार में आती है और इससे शरीर को पानी और फाइबर की अच्छी मात्रा प्राप्त हो जाती है। 
 
सालमन मछली में प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं जो वजन घटाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि इसमें कम कैलोरी और ज्यादा प्रोटीन होता है। वजन घटाने के लिए साल्मन मछली को भूनकर तला जा सकता है या फिर साल्मन मछली की स्टीमिंग की जा सकती है। इसे भोजन में शामिल करने से पहले अधिक से अधिक पानी से धोएं ताकि मछली के लगभग सभी बड़ी हड्डियां निकल जाएं। अधिकतर लोगों के लिए हर हफ्ते कम से कम दो बार साल्मन मछली खाना उपयोगी होता है। हालांकि, अगर आपको अधिकतम फायदा प्राप्त करना है तो आपको अधिक से अधिक तीन बार सप्ताह में साल्मन मछली का सेवन करना चाहिए। (3)

Salmon Machhali Ke Fayde Hindi

सूजन को करने के लिए सालमन मछली है गुणकारी

शारीरिक सूजन को कम करने के लिए भी साल्मन मछली गुणकारी होती है। ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर की सूजन कम होती है। सालमन मछली में विटामिन डी, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं जो शरीर में फैले इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं। इससे जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में सहायता मिल सकती है।

इम्यूनिटी बूस्ट करती है सैल्मन मछली

सैल्मन मछली के उपयोग से शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। साल्मन मछली इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मददगार होती है। इसमें मौजूद विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर के इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, साल्मन मछली में मौजूद अन्य पोषक तत्व जैसे सेलेनियम, जिंक और विटामिन सी भी इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ाने के लिए

साल्मन मछली मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ाने में मददगार होती है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड मस्तिष्क के लिए बहुत लाभदायक होता है और समय से पहले बुढ़ापे के लक्षणों को रोकता है। अन्य तत्वों में भी साल्मन मछली में विटामिन डी और बी-कॉम्प्लेक्स होते हैं, जो मस्तिष्क के लिए लाभदायक होते हैं।
साल्मन मछली में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इस फैटी एसिड का अभाव आमतौर पर उच्च रक्तचाप, मनोविज्ञानीक विकार और असमान भावनात्मकता के साथ जुड़ा होता है। साल्मन मछली एक स्वस्थ भोजन होती है जिसमें यह फैटी एसिड मौजूद होता है। इसके अलावा, साल्मन मछली में विटामिन डी भी होता है जो दिमाग की स्वस्थ विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसलिए, साल्मन मछली का उपयोग दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए उत्तम हो सकता है।
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आपको वर्तमान समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में हेल्दी और फिट रहने के लिए जरूरी है शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति समुचित रूप से हो। पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए हेल्दी डाइट बहुत आवश्यक है। सालमन फिश को प्रोटीन का एक बेहतरीन सोर्स होता है।

कैंसर से बचाव के लिए

कुछ शोधों के अनुसार, साल्मन मछली में मौजूद विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर को कैंसर से बचाने में मददगार होते हैं। इसके अलावा, साल्मन मछली में मौजूद सेलेनियम भी कैंसर से लड़ने में मददगार होता है। सेलेनियम कैंसर से लड़ने वाले अंतिक्रियाशील तत्वों को नष्ट करता है और इससे कैंसर के विकास को रोकता है। अनेक अध्ययनों से पता चलता है कि साल्मन मछली में मौजूद विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड अन्य अस्थायी रोगों के साथ साथ कैंसर से लड़ने में भी मददगार साबित होते हैं। इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की मौजूदगी से साल्मन मछली के नियमित सेवन से कैंसर से बचाव करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, साल्मन मछली में विटामिन ए और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व भी होते हैं जो कैंसर के खिलाफ लड़ने में मदद करते हैं।
वास्तव में, साल्मन मछली खाने से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है क्योंकि यह ओमेगा-3 फैटी एसिड का उच्च स्रोत है जो शरीर के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। साल्मन मछली में प्रति सेवन लाभ कम से कम 2 सप्ताह में दिखाई देना शुरू होता है। इसमें विटामिन डी भी होता है जो शरीर के लिए उपयोगी होता है। साल्मन मछली को बनाने के लिए आप उसे ग्रिल, फ्राई, स्टीम, बेक या रोस्ट कर सकते हैं। इसे सैलाद, सैलमन फ्राई, सैलमन स्टीम, सैलमन बेक्ड इत्यादि नामों से जाना जाता है।(5)

प्रोटीन के उच्च स्रोत के रूप में सालमन मछली का उपयोग

सालमन मछली में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो शरीर के लिए उत्तम खाद्य स्रोत होता है। प्रति 100 ग्राम सालमन मछली में 25-26 ग्राम प्रोटीन होता है। इसलिए यह खाद्य उत्पाद उन लोगों के लिए अधिक उपयोगी होता है जो बॉडी बिल्डिंग करना चाहते हैं, मसल्स बढ़ाना चाहते हैं और मसल्स का विकास करना चाहते हैं। इसके अलावा, सालमन मछली में पाया जाने वाला प्रोटीन शरीर को ऊर्जा देने में मदद करता है। सैल्मन मछली में अन्य मछलियों की तुलना में अधिक प्रोटीन होता है। अतः शरीर में प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए आप सैल्मन मछली का सेवन कर सकते हैं. यह विटामिन-बी और विटामिन-डी के लिए भी बेस्ट मानी जाती है।
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त्वचा के लिए गुणकारी है सालमन मछली

साल्मन मछली में विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं जो त्वचा के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। इन दो तत्वों के संयोग से सालमन मछली त्वचा को नरम, ग्लैमरस और सुंदर बनाने में मदद करती है। ओमेगा-3 फैटी एसिड में एक खास प्रकार का तत्व, जो ईपीए नाम से जाना जाता है, शरीर के अंदर एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा के इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

कहां मिलती है सैल्मन मछली

यह मछली हर स्थान पर सुलभ नहीं होती है। समुद्री इलाकों, सी फूड्स स्टोर्स और ताजे पानी की नदियों से इसको प्राप्त किया जा सकता है।
 

सैल्मन के साइड इफेक्ट्स Salmon ke Side effects

सैल्मन को अपने भोजन में शामिल करने के ढेरों फायदे हैं लेकिन इसके साइडइफेक्ट्स के बारे में आपको जानना भी आवश्यक है।
सैल्मन मछली में डाइऑक्सिन और मिथाइलमर्करी जैसे अवयव होते हैं, जो कई प्रकार से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा स​कते हैं, अतः इसका संतुलित रूप से सेवन किया जाना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से पूर्व डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
सैल्मन मछली की त्वचा का उपयोग करने से पहले भी आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
 
USDA के द्वारा सैल्मन मछली के बारे में जारी सुचना जिसमें इस मछली के न्यूटिशन वैल्यू, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्वों की जानकारी दी गई है। (7)
  1. पानी / Water: 75.52 ग्राम / g
  2. ऊर्जा / Energy: 127 कैलोरी / kcal
  3. प्रोटीन / Protein: 20.5 ग्राम / g
  4. टोटल लिपिड (वसा) / Total lipid (fat): 4.4 ग्राम / g
  5. कार्बोहाइड्रेट, बाय डिफरेंस / Carbohydrate, by difference: 0 ग्राम / g
  6. फाइबर, टोटल आहारी / Fiber, total dietary: 0 ग्राम / g
  7. शुगर, टोटल इंकलूडिंग NLEA / Sugars, total including NLEA: 0 ग्राम / g
  8. कैल्शियम, Ca / Calcium, Ca: 7 मिलीग्राम / mg
  9. आयरन, Fe / Iron, Fe: 0.38 मिलीग्राम / mg
  10. मैग्नीशियम, Mg / Magnesium, Mg: 27 मिलीग्राम / mg
  11. फॉस्फोरस, P / Phosphorus, P: 261 मिलीग्राम / mg
  12. पोटैशियम, K / Potassium, K: 366 मिलीग्राम / mg
  13. सोडियम, Na / Sodium, Na: 75 मिलीग्राम / mg
  14. जिंक, Zn / Zinc, Zn: 0.39 मिलीग्राम / mg
  15. कॉपर, Cu / Copper, Cu: 0.063 मिलीग्राम / mg
  16. सेलेनियम, Se / Selenium, Se: 31.4 माइक्रोग्राम / µg
  17. विटामिन ी, टोटल एस्कोर्बिक एसिड / Vitamin C, total ascorbic acid: 0 मिलीग्राम / mg
  18. थायमिन / Thiamin: 0.08 मिलीग्राम / mg
  19. रिबोफ्लेविन / Riboflavin: 0.105 मिलीग्राम / mg

सालमन मछली का उपयोग भोजन के रूप में कैसे करें How to Use Salmon Fish in Hindi

साल्मन मछली का उपयोग कई तरीकों से किया जाता है। यह मछली तंदुर, ग्रिल या फिर फ्राई करके खाई जा सकती है। साल्मन मछली को सुखाकर या अंडे के साथ मिलाकर टिक्की बनाई जा सकती है। इसे सलाद या नूडल्स के साथ भी परोसा जा सकता है। साल्मन मछली आपके खाने को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ आपके शरीर को भी कई फायदे पहुंचाती है, क्योंकि यह बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होती है।

फ्राई करके : सालमन मछली को फ्राई करने के लिए, नमक, मिर्च, लहसुन, हल्दी, धनिया और जीरा आदि मसालों से भरकर तलिये। इससे आपको एक स्वादिष्ट मछली फ्राई मिलेगी जो बेहद स्वादिष्ट होती है।
 
ग्रिल करके : सालमन मछली को ग्रिल करने के लिए, इसे तले हुए ब्रेड क्रम्ब्स, लहसुन, जीरा, मिर्च, और हरा धनिया से भरकर ग्रिल करें। इसे आप चावल या रोटी के साथ परोस सकते हैं।
 
बेक करें : सालमन मछली को बेक करने के लिए, इसे निम्न सामग्री के साथ मिलाएं - लहसुन, मिर्च, नींबू, जीरा, और ताजा हरे पत्ते। इसे फिर ओवन में डालें और बेक करें। इससे आपको एक स्वादिष्ट और सुगंधित सालमन मछली मिलेगी।
 
सूप बनाएं : सालमन मछली को सूप बनाने के लिए, इसे धनिया, नमक, मिर्च, हल्दी और टमाटर के साथ उबालें। इसमें अन्य सब्जियों और मसालों को भी शामिल कर सकते हैं।
  • तंदुरी साल्मन - साल्मन मछली को तंदूर में पकाकर उसमें मसाले लगाकर सर्व किया जा सकता है।
  • ग्रिल्ड साल्मन - साल्मन मछली को ग्रिल्ड करके स्वादिष्ट बनाया जा सकता है।
  • फ्राई साल्मन - साल्मन मछली को तलकर फ्राई करके भी खाया जा सकता है।
  • साल्मन टिक्की - साल्मन मछली को सुखाकर उसमें मसाले मिलाकर टिक्की बनाई जा सकती है।
  • साल्मन सलाद - साल्मन मछली को सलाद के साथ भी परोसा जा सकता है।
  • साल्मन नूडल्स - साल्मन मछली को नूडल्स के साथ भी खाया जा सकता है।

सालमन मछली की कितनी मात्रा का सेवन करें ?

इस हेतु आप आहार विशेषज्ञ से राय अवश्य प्राप्त करें।
 
अतः हमने जाना की साल्मन मछली प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स , इम्यूनिटी बढ़ाने, मोटापा दूर करने, सूजन को कम करने, हार्ट को मजबूत बनाने में हमारी मदद कर सकती है।

Salmon: How much you need and why you need it

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यहाँ कुछ साल्मन मछली के रोचक तथ्य हैं:

  1. साल्मन मछली एक स्वस्थ खाद्य पदार्थ होती है जो शरीर के लिए बहुत लाभदायक होती है।
  2. साल्मन मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत होती है जो हृदय रोग से बचाता है।
  3. साल्मन मछली में विटामिन डी भी होता है जो हड्डियों के लिए बहुत लाभदायक होता है।
  4. साल्मन मछली एक प्रकार की साल्मनीड फैमिली से होती है जो नॉर्थ अटलांटिक और पैसिफिक महासागर में पाई जाती है।
  5. साल्मन मछली बनाने के विभिन्न तरीके होते हैं जैसे ग्रिल, फ्राई, स्टीम, बेक और रोस्ट।
  6. साल्मन मछली को सुबह खाना अधिक लाभदायक होता है।
  7. साल्मन मछली के सेवन से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
  8. साल्मन मछली में कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है जो अस्थमा जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करता है।साल्मन मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अधिक मात्रा होती है जो हृदय रोग से लड़ने में मदद करता है।
  9. इस मछली में प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है जो बॉडी को ऊर्जा प्रदान करती है।
  10. साल्मन मछली में विटामिन डी की अच्छी मात्रा होती है जो हड्डियों के लिए लाभकारी होता है।
  11. इस मछली में सेलेनियम नामक एक एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है जो कैंसर और अन्य रोगों से लड़ने में मदद करता है।

सालमन मछली को खाने से जुड़े प्रश्न और उत्तर

स्वास्थ्य लाभ के लिए आपको कितनी बार सैल्मन खाना चाहिए? How often should you eat salmon for health benefits?
विशेषज्ञों की सिफारिश है कि सभी वयस्क हफ्ते में कम से कम दो भाग (कुल 8 औंस) समुद्री खाद्य पदार्थ खाएँ, खासकर साल्मन जैसी ओमेगा-3 तत्वों से भरपूर मछलियों को। एफडीए और ईपीए दोनों सुझाव देते हैं कि बच्चों को दो सेवाएं (लगभग 2 से 4 औंस) समुद्री खाद्य पदार्थ हर हफ्ते खाने की शुरुआत दो साल की उम्र से ही करनी चाहिए।

क्या सैल्मन हर रोज खाने के लिए स्वस्थ है? Is salmon healthy to eat everyday?
हालांकि, आपको हर दिन साल्मन नहीं खाना चाहिए, इसे भोजन में नियमित रूप से शामिल करना आपको नुकसान नहीं पहुंचाएगा। वास्तव में, साल्मन कई पोषक तत्वों का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जिसमें शामिल हैं: ओमेगा-3 फैटी एसिड। विटामिन डी आदि। फिर भी आपको डॉक्टर से सलाह अवश्य ही प्राप्त कर लेनी चाहिए।

आपको कितनी बार सैल्मन खाना चाहिए? How many times should you eat salmon?
फिश और शैलफिश की इस श्रेणी में, जैसे कि साल्मन, कैटफिश, टिलापिया, लॉबस्टर और स्कैलोप्स, एफडीए के अनुसार हर हफ्ते दो से तीन बार, या हफ्ते में 8 से 12 औंस तक सुरक्षित तरीके से खाए जा सकते हैं।

कौनसी सालमन मछली खाना सबसे अच्छा है? Which salmon is best to eat?
वसा में अधिक, समृद्ध और आकार में बड़ा, किंग साल्मन (जिसे चिनूक भी कहते हैं) ओमेगा-3 से भरपूर होता है।

क्या साल्मन महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है? Is salmon good for women's health?
साल्मन एक मछली है जो पोषक तत्वों से भरपूर होने के लिए जानी जाती है। इसमें खनिज, विटामिन बी12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड की अधिक मात्रा होती है। ये आवश्यक घटक हैं जो किसी भी पौष्टिक और संतुलित भोजन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इसके अलावा, ओमेगा-3 फैटी एसिड विशेष रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
 
Accourding to USDA Salmon Fish Nutrition Data
  1. पौष्टिक तत्व: मात्रा प्रति 100 ग्राम
  2. जल: 75.52 ग्राम
  3. ऊर्जा: 127 कैलोरी
  4. प्रोटीन: 20.5 ग्राम
  5. टोटल लिपिड: 4.4 ग्राम
मिनरल:
  1. कैल्शियम: 7 मिलीग्राम
  2. आयरन: 0.38 मिलीग्राम
  3. मैग्नीशियम: 27 मिलीग्राम
  4. फास्फोरस: 261 मिलीग्राम
  5. पोटैशियम: 366 मिलीग्राम
  6. सोडियम: 75 मिलीग्राम
  7. जिंक: 0.39 मिलीग्राम
  8. कॉपर: 0.063 मिलीग्राम
  9. सेलेनियम: 31.4 माइक्रोग्राम
विटामिन:
  1. थियामिन: 0.08 मिलीग्राम
  2. राइबोफ्लेविन: 0.105 मिलीग्राम
  3. नियासिन (विटामिन बी3): 7.995 मिलीग्राम
  4. विटामिन बी-6: 0.611 मिलीग्राम
  5. फोलेट (कुल,डीएफई,फूड): 4 माइक्रोग्राम
  6. विटामिन बी-12: 4.15 माइक्रोग्राम
  7. विटामिन-ए (आरएई): 35 माइक्रोग्राम
लिपिड:
  1. फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड: 0.81 ग्राम
  2. फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड: 1.348 ग्राम
  3. फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड: 0.811 ग्राम
 
 
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