सब आया एक ही घाट से उतरा एक ही बाट हिंदी मीनिंग Sab Aaya Ek Hi Ghat Se Meaning
सब आया एक ही घाट से, उतरा एक ही बाट,
बीच में दुविधा पड़ गयी, हो गए बारह बाट.
बीच में दुविधा पड़ गयी, हो गए बारह बाट.
Sab Aaya Ek Hi Ghat Se, Utara Ek Hi Baat,
Beech Me Duvidha Pad Gayi, Ho Gaye Barah Baat.
दोहे के शब्दार्थ Doha Hindi Shabdarth
- सब : सभी जीव जंतु।
- आया : आये हैं
- एक ही : एक ही स्थान से।
- घाट : स्थान जैसे की नदी का घाट।
- उतरा : उतरे हैं।
- एक ही बाट : एक ही तरीके से।
- बीच में दुविधा पड़ गयी : बीच में दुविधा हो गई है।
- हो गए बारह बाट : वे सभी (जीव) मूर्ख/भ्रमित हो गए हैं।
हिंदी अर्थ Hindi Meaning
कबीर साहेब कहते हैं की जगत में सभी व्यक्ति / जीव परमात्मा का ही अंश हैं और वे सभी एक ही स्थान से आये हैं। समस्त जीवात्मा का एक ही उद्गम है। सभी एक ही घाट से आये हैं से आशय है की सभी का मूल एक ही है। जब वे इस धरती पर आ जाते हैं तो बीच में दुविधा आन पड़ती है। आशय है की वे अपने असल उद्देश्य को विस्मृत (भूलकर) माया के प्रभाव में हरी सुमिरन को भूल जाते हैं, यही दुविधा है।
कबीर साहेब कहते हैं की जगत में सभी व्यक्ति / जीव परमात्मा का ही अंश हैं और वे सभी एक ही स्थान से आये हैं। समस्त जीवात्मा का एक ही उद्गम है। सभी एक ही घाट से आये हैं से आशय है की सभी का मूल एक ही है। जब वे इस धरती पर आ जाते हैं तो बीच में दुविधा आन पड़ती है। आशय है की वे अपने असल उद्देश्य को विस्मृत (भूलकर) माया के प्रभाव में हरी सुमिरन को भूल जाते हैं, यही दुविधा है।
बहुत ही सुंदर और गहराई से संसारिक जीवन के रहस्य को व्यक्त किया गया है। यह सच है कि परमात्मा, जो सर्वव्यापी और अविनाशी है, एक ही सत्यलोक से सभी जीव धरती पर उतरते हैं लेकिन धरती पर आकर वे अपना उद्देश्य ही भूल जाते हैं।
Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें। |