आकर्षण का पर्यायवाची शब्द Aakarshan Ka Paryayvachi Shabd

आकर्षण का पर्यायवाची शब्द Aakarshan Ka Paryayvachi Shabd

इस लेख में आप आकर्षण शब्द के हिंदी में पर्यायवाची (निकट अर्थ/समानार्थी शब्द ) शब्द/शब्दों के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही आकर्षण शब्द का हिंदी में अर्थ, विलोम शब्द और अंग्रेजी में मीनिंग निचे दिए गए हैं। आकर्षण/Aakarshan हिंदी भाषा का एक शब्द है, जिसके पर्यायवाची (Synonyms) निचे अर्थ सहित दिए गए हैं.
 
Paryayvachi Shabd aur unka arth

आकर्षण के पर्यायवाची शब्द हिंदी में Aakarshan synonyms in Hindi

आकर्षण के पर्यायवाची शब्द (synonyms) आकर्षण का अर्थ होता है वह गुणवत्ता या विशेषता जो हमें किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या विचार में आकर्षित करती है और हमारी ध्यान और रुचि को आकर्षित करती है। यह एक ऐसा गुण है जो हमारे भावनाओं और मनोबल को प्रेरित कर सकता है और हमें किसी चीज़ की ओर खींच सकता है। "आकर्षण" शब्द से सम्बंधित अन्य शब्द निम्नलिखित हैं:
सम्मोहन: यह शब्द भी आकर्षण की भावना को व्यक्त करता है, जो किसी को किसी चीज़ की ओर खींच लेता है।
दिलकशी: यह शब्द खूबसूरत और आकर्षक की विशेषता को दर्शाता है।
कशिश: इस शब्द से यह जाता है कि कुछ ऐसा है जो हमें आकर्षित करता है और हमें उसकी तरफ खींचता है।
खिंचाव: यह शब्द भी विशेषतः अवश्यक नहीं होता, लेकिन इसका उपयोग भावनाओं और मनोबल की दिशा में प्रेरित करने के लिए किया जा सकता है।
-आदि होते हैं

आकर्षण के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं -
 
  • मुग्ध: यह शब्द किसी की आकर्षण में पूरी तरह से लीन होने और मग्न होने की स्थिति को व्यक्त करता है। यह एक सकारात्मक अर्थ शब्द होता है जिसका अर्थ होता है कि व्यक्ति किसी चीज़ में पूरी तरह से खो जाता है और उसके प्रति मन मोह और आकर्षित हो जाता है।
  • आकर्षण: यह शब्द किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या विचार के प्रति मन में उत्पन्न होने वाली प्रवृत्ति या चाह को व्यक्त करता है। आकर्षण के कारण व्यक्ति किसी चीज़ के प्रति खींच जाता है और उसे उसकी तरफ आकर्षित होने की भावना होती है।
  • मोह: यह शब्द विषयों के प्रति अत्यंत आकर्षण या आसक्ति की अवस्था को व्यक्त करता है, जो अक्सर विवादात्मक हो सकती है और व्यक्ति के विचार और निर्णयों को प्रभावित कर सकती है।
  • लुब्धता: यह शब्द अत्यंत इच्छाशक्ति या आकर्षण की अवस्था को व्यक्त करता है, जो व्यक्ति को अत्यधिक लाभ या वांछनीय वस्तु प्राप्त करने की दिशा में प्रेरित कर सकती है।
  • तल्लीननता: यह शब्द व्यक्ति के मानसिक अवस्था को व्यक्त करता है जब वह किसी चीज़ में सम्पूर्णता से लीन हो जाता है और उसकी विचारशीलता कम होती है।
  • सम्मोहन: यह शब्द व्यक्ति को किसी चीज़ में आकर्षित करने वाली शक्ति की स्थिति को दर्शाता है। यह चमक, खूबसूरती या अन्य आकर्षणीय गुणों से संबंधित हो सकता है।
  • दिलकशी: यह शब्द खूबसूरत, प्रिय या आकर्षक गुणों को व्यक्त करता है, जो व्यक्ति को खींचते हैं और उसे प्रियतम लगते हैं।
  • कशिश: यह शब्द आकर्षण की भावना या इच्छा को व्यक्त करता है, जो किसी व्यक्ति को किसी वस्तु या परिस्थिति की ओर खींचता है।
  • खिंचाव: यह शब्द व्यक्ति की आकर्षण में आने वाली शक्ति या प्रवृत्ति को व्यक्त करता है, जो उसे किसी वस्तु या व्यक्ति की ओर खींचती है।

उदाहरण Example:
 
  1. अंधकार — अंधियारा , अँधेरा , तिमिर , तमस , तमिस्र , तम।
  2. अत्याचारी — आततयी , जालिम , बर्बर , नृशंस।
  3. अनिवार्य — अपरिहार्य , परमावश्यक , अत्यावश्यक , अवश्यंभावी।
  4. असत्य — जाली , खोटा , काल्पनिक , मिथ्या , झूठ , अवास्तविक , बनावटी , मृषा , कृत्रिम , असत , कृतक।
  5. असभ्य — हिनाचार , कुशील , अकुलीन , अविनीत , अशिष्ट , अननुग्रही , उजड्ड , असौम्य , दुःशील , असंस्कृत , अभद्र , गँवार।
  6. अंगद — भुजबंध , बाजूबंद , बलीकुमार , बालितनय , तारेय् , बालिपुत्र।
  7. अंगीकरण — स्वीकारोक्ति , स्वीकार , कबूलना , आत्म स्वीकृति , मंजूर , अंगीकार।
  8. अंदेशा — चिन्ता , खटका , खतरा , सन्देह , दुविधा , पशोपेश , सोच , फिक्र , भय , भास , आशंका , असमंजस।
  9. अकल्याण — अमंगल , अनिष्ट , अशुभ , अहित , खराबी , हानि।
  10. अकस्मात — एकाएक , यकायक , अनायास , संयोग वंश , सहसा , अचानक , तक्षण , अकारण , देवयोग , हठात , एकदम।
  11. अकाल — भुखमरी , काल , महंगी , तेजी , दुष्कल , दुर्भिक्ष , कुसमय , मूल्यवृद्धि।
  12. अखाड़ा — तमाशा दिखाने वाले या नाच-गान करने वालों का जमावड़ा , साधुओं की मण्डली , मठ , मंडली , मल युद्ध करने का स्थान , व्यायामशाला।
  13. अगला — प्रथम , आगे आने वाला , सामने का पहले वाला , अग्र , पहला।
  14. अग्निकांड — ज्वलन , प्रचंड ज्वाला , प्रज्वलन , प्रचंड ज्वाला , प्रचंडअग्नि , अग्निदाह , दीपन।
  15. अग्राह्य — अमान्य , अनुपयुक्त , अनुचित , अस्वीकार्य।
  16. अचवना — अचवन करना , कुल्ली करना , आचमन करना , मुंह धोना।
  17. अच्छा लगना — शोभा देना , फबना , नजर में चढ़ना , सुहाना , भाना , जचना , पसंद आना , प्रिय लगना , रुचना , सजना।
  18. अठखेली — हँसी-मज़ाक , खेलकूद , कौतुक , उछल कूद , क्रीडा , चुलबुलापन।
  19. अटकाना — उलझाना , गति रोकना , अवरोध करना , रोकना , टिकाना , चेतना , रुकावट डालना , गति रोकना , रोकना , फँसाना।
  20. अतिक्रमण — अवज्ञा उल्लघंन , उत्क्रमण , संक्रमण , अति चरन , अतिचार।
  21. अतिरिक्त — विभिन्न , जुदा , न्यारा , विभिन्न भिन्न , सिवाय , अलग , जुदा , अलावा , पृथक।
  22. अद्वितीय — मुख्य , प्रधान , अद्भुत , विचित्र , असाधारण , एक , एकाकी , अकेला , बेजोड़ , अनुपम , विलक्षण , अजीब , मुख्य।
  23. अधिकार — योग्यता , समस्या , प्रभाव , अधिकार , सत्ता , वश , हक , स्वामित्व , अधिपत्य , प्रभुत्व , स्वत्व , दावा , अखत्यार , काबू , शासन , शक्ति , सामर्थ्य।
  24. अधिकारी — योग्य , अफसर , शासक , पात्र , सत्ताधारी , अधिपति , स्वामी , दावेदार , हकदार , स्वत्व धारी , कब्जेदार , प्रभु , विज्ञ।
  25. अधीनस्थ पदाधिकारी — पेशकार , नायाब अधिकारी , उपाश्रित अधिकारी , कनिष्ठ अधिकारी , सहायक कर्मचारी , उपाधिकारी , अधिनस्थ अभिकर्ता , निम्न पदाधिकारी।
  26. अनवरतता — निरन्तरता , बिना रुके , लगातार , निरंतर , सतत , शाश्वतता , सातत्य , क्रमबद्धता , निरंतरता , चिरस्थायित्व।
  27. अनियमित — असमान , बेकायदा , नियमविरुद्ध , अनियमी , अनियत।
  28. अनुचित — असमीचीन , असमयोचित , असंगत , नाजायज , अनैतिक , गैरवाजिब , नीति विरुद्ध , नामुनासिब , अनुपयुक्त , युक्ति हीन , इष्ट प्रतिकूल , बैजा।
  29. अनुपस्थित — शून्यता , अभाव , अविद्यमानता , गैरमौजूदगी , कमी , गैरहाजरी , रहित।
  30. अनुरूप — मिलता-जुलता , समरूप , सम्मान , तुल्य रूप , एकरूप , अनुषंगिक , सदृश।
  31. आँख — दृष्टि , अक्षि , नयन , नेत्र , विलोचन , चक्षु , लोचन , अक्षि , नैन , अंबक , दृग।
  32. आकाश — द्यौ , अर्श , अंबर , आसमान , पुष्कर , गगन , नभ , व्योम , अंतरिक्ष , अनंत , तारा पथ , अभ्र , शून्य।
  33. आनंद — आह्राद , प्रमोद , उल्लास , प्रसन्नता सुख मोद आमोद हर्ष।
  34. आश्रम — अखाड़ा , स्तर , मठ , कुटी , संघ , विहार।
  35. आम — सहकार , सहुकार , मादक , आम्र , अतिसौरभ , रसाल , अमृतफल , चूत , च्युत (आम का पेड़)।
  36. आंसू — अश्रु , नयनजल , नेत्रजल , चक्षुजल।
  37. आत्मा — चेतनतत्तव , अंतःकरण , देव , चैतन्य , जीव।
  38. आँगन — अँगना , प्रांगण , चौक , अजिरा , सेहन , सहन , अहाता।
  39. आँधी — तूफान , अंधड़ , झंझावात , बवंडर।
  40. आईना — आरसी , शीशा , दर्पण।
  41. आक्रोश — क्रोध , खीझ , कोप , रोष , रिष।
  42. आखेटक — लुब्धक , व्याध , अहेरी , शिकारी , बहेलिया।
  43. आगंतुक — अतिथि , अभ्यागत , मेहमान।
  44. आग — दावाग्नि , बाड़व , वहि , अनल , दव , ताप , जलन , ज्वाला , दावानल , आतिश , ऊष्मा , अग्नि , पावक , हुताशन , तपन , रोहिताश्व , पांचजन्य।
  45. आचरण — चरित्र , व्यवहार , चालचलन , बर्ताव।
  46. आचार्य — प्राध्यापक , गुरु , अध्यापक , शिक्षक।
  47. आजादी — स्वतंत्रता , मुक्ति , स्वाधीनता।
  48. आजीविका — व्वृत्ति , धंधा , रोजीरोटी , व्यवसाय।
  49. आज्ञा — फरमान , आदेश , हुक्म।
  50. आतिथ्य — मेहमाननवाजी , खातिरदारी , मेजबानी , मेहमानदारी।
  51. आत्मा — जीव , अंतरात्मा , जीवात्मा , रुह।
  52. आदत — प्रकृति , प्रवृत्ति , स्वाभाव।
  53. आदमी — मानुष , इंसान , मनुष्य , मानव , मनुज।
  54. आनन — मुख , मुखड़ा , मुखमंडल , मुँह , चेहरा।
  55. आबंटन — वंटन , विभाजन , बाँट , वितरण।
  56. आबरू — सम्मान , इज्जत , प्रतिष्ठा।
  57. आयु — जीवनकाल , वय , उम्र।
  58. आयुष्मान — दीर्घजीवी , चिरायु , चिरंजीवी , दीर्घायु।
  59. आरंभ — शुभारंभ , प्रारंभ , शुरू , शिलान्यास , आगाज , उदय , उत्पत्ति , श्री गणेश , सूत्रपात , उपकर्म , बिस्मिल्लाह , पादुर्भाव , जन्म , अथ , इब्तदा , उपक्रम , आविर्भाव , समारंभ , आदि।
  60. आरसी — शीशा , आइना , दर्पण , मुकुर।
  61. आवास — निकेत , निवास , घर , निवास स्थान , निलय।
  62. आवेदन — प्रार्थना , निवेदन , याचना।
  63. आशीर्वाद — धन्यवाद , दुआ , आशीष , शुभवाचन , शुभकामना , आर्शीवचन।
  64. आँकना — आकलन करना , प्राक्कलन , अनुमान लगाना , निरखना , अंदाजना , समझना , कुतना।
  65. आँसू भरा — अश्रुपूरित , अश्रुपूर्ण।
  66. आइसक्रीम — जमाई गई मिठाई , मलाई बर्फ , जल की बर्फ , मेवों की बर्फ।
  67. आकर्षक — चित्ताकर्षक , चिन्ताहारी , मोहक , प्रलोभक , मनोहारी , मुग्ध , मनमोहक , प्रलोभनकारी , हृदयग्राही , दिलकश , मनमोहक , सुन्दर , विमोहक , दिलचस्प , लुभावना , मनोहर , विमोही , स्पर्शी।


आकर्षण के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी :-

आकर्षण: एक छोटा लेख

आकर्षण का अर्थ, उत्पत्ति और विलोम

आकर्षण शब्द हमारे जीवन में खास महत्व रखता है। यह एक सांसारिक जगह को आकर्षित करने की क्रिया का परिणाम होता है जो हमें विशेष रूप से आकर्षित करता है और हमारी ध्यान वहाँ खींच लेता है। आकर्षण का अर्थ न केवल विद्यमान जगहों या चीजों को श्रेष्ठ बनाने में है, बल्कि यह व्यक्तिगत और आध्यात्मिक स्तर पर भी अहम है।

आकर्षण का शब्द उत्पन्न होता है विचारों, भावनाओं और भावनाओं की शक्ति से। यह हमारी इच्छाओं, आकांक्षाओं और सपनों को प्रेरित करने का एक तात्कालिक और मार्गदर्शन करने वाला तत्व होता है।

आकर्षण शब्द का विलोम होता है "अपकर्षण"। जैसा कि नाम से स्पष्ट होता है, अपकर्षण वह प्रक्रिया है जिसमें कोई चीज हमें दूर खींचती है या हमें उसमें रुचि नहीं दिलाती।

आकर्षण हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह हमें नए और रोमांचक सांदर्भों की ओर आग्रहण करता है। यह हमारी रूचियों, प्राथमिकताओं और मानसिक स्थितियों का परिचय करता है और हमें अपने जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने में मदद करता है। इसके साथ ही, यह हमें अपनी प्राथमिकताओं और उद्देश्यों को पहचानने में भी मदद करता है ताकि हम अपने जीवन की दिशा में स्थिर रह सकें।

आकर्षण एक शक्तिशाली और महत्वपूर्ण शब्द है जो हमारे जीवन को अद्वितीय बनाता है और हमें नए और उत्कृष्ट सांदर्भों की ओर आकर्षित करता है। यह हमें समृद्धि, संतोष और उत्कृष्टता की दिशा में प्रेरित करता है। इसका सही उपयोग करके हम अपने जीवन को एक नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकते हैं।
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पर्यायवाची किसे कहते हैं ? What is Synonyms ?

पर्यायवाची  का अर्थ है "ऐसे शब्द जिनके अर्थ समान हों, एक सामान अर्थ वाला पर्यायवाची (अंग्रेज़ी में Synonym) शब्द कहलाते हैं। यथा आकर्षण शब्द के पर्यायवाची आप इस लेख में देखेंगे।
एक पर्यायवाची शब्द किसी शब्द का समान या लगभग समान अर्थ वाला होता है (जैसा की आकर्षण के पर्यायवाची शब्द यहाँ पर दिए गए हैं )। उदाहरण के लिए सूर्य के पर्यायवाची दिनकर, दिवाकर, भानु, भास्कर, आक, आदित्य, दिनेश, मित्र, मार्तण्ड, मन्दार, पतंग, विहंगम, रवि, प्रभाकर, अरुण, अंशुमाली और सूरज भगत, दिनमणि, अर्क, हरि आदि होते हैं।
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