भोले को मना लो सावन में शिव भजन

भोले को मना लो सावन में शिव भजन

 
भोले को मना लो सावन में शिव भजन

चल कावड़ उठा ले,
भोले को मना ले,
श्रद्धा से तू,
जल भोले पर चढ़ा ले,
ये वक्त ही बड़ा ही पावन है,
भोले बाबा आएंगे आंगन में,
सावन में सावन में,
भोले को मना लो सावन में।

भोले जी तेरी में सेवा करूंगा,
चरणों का तेरे में फूल बनूंगा,
आरती हो जब महाकाल तेरी,
भस्म की तेरी में धूल बनूगा,
सावन में सावन में,
तुम भस्म रमालो सावन में,
सावन में सावन में,
भोले को मना लो सावन में।

तन मन से भोले तुझको मनाए,
कांवड़ में जल भर के दूर से लाए,
प्यास कहां तुझको लगती है भोले,
जटा में खुद अपनी गंगा समाए,
सावन में सावन गंगा में,
गंगा में नहा लो सावन में
सावन में सावन में,
भोले को मना लो सावन में।

Bhole Ko Mana Lo Sawan Mein (Official Video) Bholenath Song | New Song 2023 | Shekhar Jaiswal

Song - Bhole Ko Mana Lo Sawan Mein
Singer, Lyrics, Compose - Shekhar Jaiswal
Music - GW Music Studio Rudrapur (Saif)
Cast - Shekhar Jaiswal, Vinod & Baheri Ki Public
DOP - Soumya Jaiswal
Location - Baheri (UP), Amritpur, Anandpur Uttarakhand 

सावन का पावन समय भोलेनाथ को समर्पित होता है, जब कांवड़ उठाकर गंगाजल चढ़ाने से भक्तों का मन शुद्ध हो जाता है। यह भजन श्रद्धा से भरे समर्पण की पुकार है, जहां तन मन से सेवा करने की तड़प व्यक्त होती है। भोले बाबा आंगन में विराजमान हो जाते हैं, प्यास न सही पर भक्तों की भावना से प्रसन्न होते हैं।

​भस्म रमाल बनकर चरणों में फूल बने रहने की कामना इसकी गहराई है, जो आध्यात्मिक विलय का प्रतीक है। महाकाल की आरती में धूल बन जाना भक्ति का चरम रूप दर्शाता है। जटा में गंगा समाए भोले को जल चढ़ाना प्रतीकात्मक तपस्या है, जो जीवन के कष्ट मिटा देती है।

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