पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ के फायदे Patanjali Divya Totala Kvath ke Fayde
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ एक आयुर्वेदिक क्वाथ है। जो बहुत सी जड़ी बूटियां के मिश्रण से बनाया गया है। आज हम इसके फायदे के बारे में जानेंगे तथा यह कौन से रोग और किस अंग के स्वास्थ्य लिए फायदेमंद है इसके बारे में भी जानेंगे। दिव्य टोटला क्वाथ एक आयुर्वेदिक दवा है जिसमें एकमात्र घटक श्योनाक है। श्योनाक एक जड़ी-बूटी है जिसे इसके कई औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। यह लीवर के स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से लाभकारी है। श्योनाक एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जिसे इसके कई औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। यह एक झाड़ी या छोटा पेड़ है जो भारत, नेपाल, चीन और जापान में पाया जाता है। श्योनाक की छाल, फल, फूल और बीज सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। श्योनाक के औषधीय गुणों में से एक है इसका एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण। यह सूजन को कम करने और दर्द को दूर करने में मदद करता है। इस गुण के कारण ही श्योनाक का उपयोग दशमूल में किया जाता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी औषधि है।
श्योनाक एक त्रिदोषशामक जड़ी-बूटी है, जिसका अर्थ है कि यह वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करने में मदद करती है। यह एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी भी है, जो सूजन को कम करने और दर्द को दूर करने में मदद करता है।
- व्रण रोपण: यह घावों को भरने में मदद करता है।
- वेदनास्थापन: यह दर्द को दूर करने में मदद करता है।
- दीपन: यह पाचन को उत्तेजित करता है।
- पाचन: यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- कृमिघ्न: यह कृमियों को नष्ट करने में मदद करता है।
- ज्वरघ्न: यह बुखार को कम करने में मदद करता है।
- मूत्रल: यह मूत्र को बढ़ाने में मदद करता है।
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ क्या है Patanjali Divya Totala Kvath Benefits
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां का मिश्रण है। जो लीवर तथा लीवर से जुड़ी हुई समस्याओं को ठीक करने के लिए काम में लिया जाता है। इसके साथ ही है पीलिया रोग में भी लाभकारी होता है। पतंजलि टोटला क्वाथ का उपयोग करने से पीलिया में होने वाली बुखार और दर्द में जल्द राहत प्राप्त होती है।पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ के घटक\ingredients of Patanjali Totala Kvath
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ को बनाने के लिए इसमें निम्न सामग्री उपयोग में ली जाती है- पुनर्नवा,
- मकोय,
- आर्गवध,
- भूम्यामलकी।
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ के फायदे Patanjali Divya Totala Kvath Ke Fayde/Benefits in Hindi
लीवर के लिए फायदेमंद है पतंजलि दिव्या टोटला क्वाथ
लीवर और लीवर से संबंधित बीमारियों को दूर करने के लिए पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ का उपयोग बहुत ही लाभकारी होता है। पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ का उपयोग करने से लीवर से संबंधित रोग सही होते हैं तथा यह कोशिकाओं को बनाने में भी सहायक होता है। इस क्वाथ का उपयोग करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है।पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ पीलिया रोग में भी है लाभदायक
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ में उपयोग में ली जाने वाली आयुर्वेदिक औषधियां पीलिया से होने वाली कमजोरी, थकान को दूर कर ऊर्जा प्रदान करती हैं। पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ का सेवन करने से पीलिया से होने वाली समस्या जैसे उल्टी, जी घबराना में भी राहत मिलती है।पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ मानसिक तनाव को कम करने में है सहायक
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ में उपयोग में ली जाने वाली जड़ी बूटियां मानसिक तनाव को भी कम करने में सहायक होती हैं। इसका उपयोग करने से मानसिक तनाव में राहत प्राप्त होती है।रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करता है पतंजलि का दिव्य टोटला क्वाथ
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ में उपयोग में ले जाने वाले सामग्री का सेवन करने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इम्यूनिटी बूस्टर होने की वजह से यह क्वाथ संक्रामक बीमारियों से हमारा बचाव करता है।पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ
पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में भी पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ बहुत ही फायदेमंद होता है। इसमें प्रयुक्त होने वाली जड़ी बूटियां हमारी पाचन शक्ति को सुचारू रूप से संपन्न करने में सहायक होती है।गठिया में भी कारगर है पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ का सेवन करने से जोड़ों के दर्द में भी राहत प्राप्त होती है। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाए जाती हैं। जो जोड़ों में होने वाली सूजन की वजह से होने वाले दर्द में राहत प्रदान करती हैं।दिव्य टोटला क्वाथ के निम्नलिखित फायदे हैं:
पाचन में सुधार: श्योनाक एक दीपन है, जिसका अर्थ है कि यह पाचन को उत्तेजित करता है। यह कब्ज, अपच और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
दस्त और पेचिश में राहत: श्योनाक एक ग्राही है, जिसका अर्थ है कि यह पेट में खिंचाव और दर्द को कम करता है। यह दस्त और पेचिश के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
कफ में कमी: श्योनाक एक कासहर है, जिसका अर्थ है कि यह कफ को कम करता है। यह खांसी, सर्दी और अन्य कफ संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
वात रोगों में लाभ: श्योनाक एक वातहर है, जिसका अर्थ है कि यह वात को कम करता है। यह वात से जुड़ी बीमारियों, जैसे कि गठिया, सायटिका और अन्य दर्दनाक स्थितियों में लाभप्रद हो सकता है।
दर्द निवारक: श्योनाक एक दर्द निवारक है, जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। यह सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और अन्य प्रकार के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
सूजन दूर करने में मदद: श्योनाक एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी है जो सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। यह गठिया, मधुमेह, एलर्जी और अन्य सूजन संबंधी स्थितियों में लाभप्रद हो सकता है।
लीवर की रक्षा: श्योनाक एक लिवर टॉनिक है जो लीवर को नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है। यह पीलिया, हेपेटाइटिस और अन्य लीवर रोगों के इलाज में मदद कर सकता है।
मूत्रल: श्योनाक एक मूत्रल है, जिसका अर्थ है कि यह मूत्र को बढ़ाता है। यह मूत्राशय और गुर्दे की समस्याओं में लाभप्रद हो सकता है।
100 ग्राम – 25 रूपए
पाचन में सुधार: श्योनाक एक दीपन है, जिसका अर्थ है कि यह पाचन को उत्तेजित करता है। यह कब्ज, अपच और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
दस्त और पेचिश में राहत: श्योनाक एक ग्राही है, जिसका अर्थ है कि यह पेट में खिंचाव और दर्द को कम करता है। यह दस्त और पेचिश के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
कफ में कमी: श्योनाक एक कासहर है, जिसका अर्थ है कि यह कफ को कम करता है। यह खांसी, सर्दी और अन्य कफ संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
वात रोगों में लाभ: श्योनाक एक वातहर है, जिसका अर्थ है कि यह वात को कम करता है। यह वात से जुड़ी बीमारियों, जैसे कि गठिया, सायटिका और अन्य दर्दनाक स्थितियों में लाभप्रद हो सकता है।
दर्द निवारक: श्योनाक एक दर्द निवारक है, जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। यह सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और अन्य प्रकार के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
सूजन दूर करने में मदद: श्योनाक एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी है जो सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। यह गठिया, मधुमेह, एलर्जी और अन्य सूजन संबंधी स्थितियों में लाभप्रद हो सकता है।
लीवर की रक्षा: श्योनाक एक लिवर टॉनिक है जो लीवर को नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है। यह पीलिया, हेपेटाइटिस और अन्य लीवर रोगों के इलाज में मदद कर सकता है।
मूत्रल: श्योनाक एक मूत्रल है, जिसका अर्थ है कि यह मूत्र को बढ़ाता है। यह मूत्राशय और गुर्दे की समस्याओं में लाभप्रद हो सकता है।
दिव्या पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ का सेवन कैसे करें
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ का सेवन करने के लिए 5 से 10 ग्राम टोटला क्वाथ को आधा लीटर पानी में तब तक पकाएं जब तक वह एक चौथाई ना रह जाए। आप सुबह शाम खाने से एक घंटा पहले इसका सेवन करें। अगर आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई भी समस्या है तो इसका सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।पतंजलि पतंजलि दिव्या टोटला क्वाथ की कीमत
पतंजलि दिव्या टोटला क्वाथ की 100 ग्राम पैकेट का मूल्य ₹25 है। यह समय के अनुसार परिवर्तित हो सकता है इसलिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसके मूल्य का पता कर सकते हैं। आप इसके लिए आयुर्वेदिक दुकान पर भी संपर्क कर सकते हैं।100 ग्राम – 25 रूपए
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ के नुकसान या दुष्प्रभाव
पतंजलि दिव्य टोटला क्वाथ एक आयुर्वेदिक औषधि है। इसका कोई भी ज्ञात दुष्प्रभाव या नुकसान नहीं है फिर भी अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं और किसी अन्य दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो आप टोटला क्वाथ का सेवन करने से पहले चिकित्सक से संपर्क अवश्य कर ले।सावधानियाँ
गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
इस दवा का सेवन करते समय अन्य दवाओं का भी सेवन कर रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
इस दवा का सेवन करने से पहले किसी भी तरह की एलर्जी के बारे में डॉक्टर को बताएं।
साइड-इफ़ेक्ट्स
निर्धारित मात्रा में लेने से इसका कोई ज्ञात साइड इफ़ेक्ट नहीं है। हालांकि, कुछ मामलों में निम्नलिखित दुष्प्रभाव देखे जा सकते हैं:
कब प्रयोग न करें
यदि आपको श्योनाक या किसी अन्य आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी से एलर्जी है, तो इस दवा का सेवन न करें।
यदि आपको कोई गंभीर बीमारी है, तो इस दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
यह भी ध्यान रखें कि आयुर्वेदिक दवाएं भी दवाएं हैं और इनका भी सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।
गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
इस दवा का सेवन करते समय अन्य दवाओं का भी सेवन कर रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
इस दवा का सेवन करने से पहले किसी भी तरह की एलर्जी के बारे में डॉक्टर को बताएं।
साइड-इफ़ेक्ट्स
निर्धारित मात्रा में लेने से इसका कोई ज्ञात साइड इफ़ेक्ट नहीं है। हालांकि, कुछ मामलों में निम्नलिखित दुष्प्रभाव देखे जा सकते हैं:
- पेट दर्द
- दस्त
- सिरदर्द
- उल्टी
- चक्कर आना
कब प्रयोग न करें
यदि आपको श्योनाक या किसी अन्य आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी से एलर्जी है, तो इस दवा का सेवन न करें।
यदि आपको कोई गंभीर बीमारी है, तो इस दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
यह भी ध्यान रखें कि आयुर्वेदिक दवाएं भी दवाएं हैं और इनका भी सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।
The author of this blog, Saroj Jangir (Admin),
is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a
diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me,
shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak
Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from
an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has
presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple
and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life
and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.
Disclaimer : इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी https://lyricspandits.blogspot.com
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पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी
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