आस पास जोधा खड़े हिंदी मीनिंग

आस पास जोधा खड़े हिंदी मीनिंग

आस पास जोधा खड़े, सबै बजावै गाल |
मंझ महल सेले चला, ऐसा परबल काल ||

हिंदी अर्थ : कबीर साहेब इस दोहे में सन्देश देते हैं की आज पास तुम्हारे योध्या खड़े हैं, सभी केवल विलाप कर रहे हैं, बोल रहे हैं. तुम्हारे पहरे के बावजूद तुमको काल लेकर चल पड़ेगा, ऐसा प्रबल काल है. इस दोहे में कबीर दास जी मृत्यु की सर्वव्यापकता और शक्ति का वर्णन करते हैं। वे कहते हैं कि भले ही आस-पास में शूरवीर खड़े हों, वे सब डींगे मारते रह जाते हैं। काल जैसे प्रबल शत्रु ने बीच महल से किसी को पकड़कर ले चला।
 
आस पास जोधा खड़े हिंदी मीनिंग कबीर के दोहे Aas Pas Jodha Khade Meaning

कबीर दास जी मृत्यु की गति और शक्ति का वर्णन कर रहे हैं। वे कहते हैं कि मृत्यु की शक्ति इतनी प्रबल है कि वह किसी को भी नहीं छोड़ती है। चाहे वह कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो।

कबीर दास जी के दोहे "आस पास जोधा खड़े, सबै बजावै गाल | मंझ महल सेले चला, ऐसा परबल काल ||" का भावार्थ मृत्यु की सर्वव्यापकता और अंत की अटल सच्चाई को दर्शाता है। इस दोहे में कबीर कह रहे हैं कि चाहे हमारे आस-पास कितने भी वीर या योध्दा खड़े क्यों न हों, जो शौर्य और ताकत का दिखावा कर रहे हों, फिर भी मृत्यु (काल) अपने निशान पर अव्यवस्थित रूप से आती है और किसी को भी महल के बीच से उठा ले जाती है।

दुनिया की दिखावटी शक्ति, दौलत या स्थिति मृत्यु के सामने ब्यर्थ हैं। मृत्यु सभी को समान रूप से अपनी बाँहों में समेट लेती है। इसलिए जीवन की नश्वरता को समझते हुए हमें धर्म, सत्कर्म और सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। कबीर का संदेश है कि अनवश्यक मतलबीपन और दिखावे से बचें और आत्मा की शुद्धि और ईश्वर की भक्ति को अपनाएं, क्योंकि मृत्यु की चक्की सभी को पीसती है। 

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Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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