माटी कहे कुम्हार से तु क्या रौंदे मोय हिंदी मीनिंग
माटी कहे कुम्हार से, तु क्या रौंदे मोय।
एक दिन ऐसा आएगा, मैं रौदूंगी तोय।।
Mati Kahe Kumhar Se, Tu Kya Rounde Moy,
Ek Din Aisa Aayega, Main Rodungi Toy.
कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग अर्थ/भावार्थ
जीवन के विषय में कबीर साहेब के विचार हैं की हमें कभी भी अहम् नहीं रखना चाहिए और शक्ति पर दम्भ नहीं करना चाहिए। माटी कुम्भकार से कहती है की तुम मुझे क्यों रौंदते हो ? एक दिन ऐसा आएगा जब मैं तुमको रौंदूंगी। एक रोज व्यक्ति का जीवन समाप्त होने पर वह मिटटी में ही मिल जाता है। इस दोहे में, माटी कुम्हार से कह रही है कि आज तो तू मुझे अपने पैरों तले रौंद रहा है, लेकिन एक दिन ऐसा आएगा जब मैं तुझे रौंदूंगी। इस दोहे का अर्थ है कि जीवन में सब कुछ क्षणभंगुर है। आज जो शक्तिशाली है, कल वह कमजोर हो सकता है। आज जो ऊपर है, कल वह नीचे हो सकता है।आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें।
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