माटी कहे कुम्हार से तु क्या रौंदे मोय हिंदी मीनिंग Mati Kahe Kumhar se Meaning

माटी कहे कुम्हार से तु क्या रौंदे मोय हिंदी मीनिंग Mati Kahe Kumhar se Meaning : kabir Ke Dohe Hindi Arth/Bhavarth Sahit

माटी कहे कुम्हार से, तु क्या रौंदे मोय।
एक दिन ऐसा आएगा, मैं रौदूंगी तोय।।
 
Mati Kahe Kumhar Se, Tu Kya Rounde Moy,
Ek Din Aisa Aayega, Main Rodungi Toy.
 
माटी कहे कुम्हार से तु क्या रौंदे मोय हिंदी मीनिंग Mati Kahe Kumhar se Meaning : kabir Ke Dohe Hindi Arth/Bhavarth Sahit
 

कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi

जीवन के विषय में कबीर साहेब के विचार हैं की हमें कभी भी अहम् नहीं रखना चाहिए और शक्ति पर दम्भ नहीं करना चाहिए। माटी कुम्भकार से कहती है की तुम मुझे क्यों रौंदते हो ? एक दिन ऐसा आएगा जब मैं तुमको रौंदूंगी। एक रोज व्यक्ति का जीवन समाप्त होने पर वह मिटटी में ही मिल जाता है।  इस दोहे में, माटी कुम्हार से कह रही है कि आज तो तू मुझे अपने पैरों तले रौंद रहा है, लेकिन एक दिन ऐसा आएगा जब मैं तुझे रौंदूंगी। इस दोहे का अर्थ है कि जीवन में सब कुछ क्षणभंगुर है। आज जो शक्तिशाली है, कल वह कमजोर हो सकता है। आज जो ऊपर है, कल वह नीचे हो सकता है।

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

एक टिप्पणी भेजें