खड्ग धारिणि तुम्हें देत मान वन्दना
खड्ग धारिणि तुम्हें देत मान वन्दना,
शत्रु संहारिणि तुम्हारी आज अर्चना,
तुम्हारी आज अर्चना।
श्याम शांत धीर मूर्ति,
तेजोमय दिव्य कान्ति,
अश्वारूढ देवि क्रान्ति,
बार बार वन्दना,
बार बार वन्दना।
स्वाभिमान दिप्त ज्योति,
बिजली सी चंचल गति,
वीरों को दे रहीं,
चण्डी मुण्डी चेतना,
चण्डी मुण्डी चेतना।
बीत गया वत्सरशत,
युद्धानल सर्वशांत,
स्वतन्त्र राष्ट्र आज स्मरित,
तुम्हारी तपःसाधना,
तुम्हारी तपःसाधना।
राणि लक्ष्मि अमर राम,
आर्य नारी का विक्रमा,
पुण्य रूप लो हमारे,
नम्य पूज्य भावना,
नम्य पूज्य भावना।
खड्ग धारिणि तुम्हें देत मान वन्दनाशत्रु संहारिणि तुम्हारि आज अर्चना || देशभक्ति गीत ||
You may also like
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।