ना माने रे माता महाकाली लिरिक्स
झटकाये लट काली काली,
लम्बे लम्बे कदम बड़ा ली,
खून से खप्पर को भर ढाली,
ना माने रे माता महाकाली।
इक हाथ में खड़ग लिये,
माँ दूजे हाथ में है तलवार,
रक्त बीज के शीश काट ली,
चंडी करती वार पे वार,
इक बूंद ना गिरी जमीन पर,
खून दुष्टों का पी डाली,
ना माने रे माता महाकाली।
आँखों से चिंगारी छोड़े,
मुख से माँ छोड़े ज्वाला,
क्रोध भयंकर है काली का,
दूर हटे आने वाला,
सुनो युद्ध की इस भूमि पर,
खून से छाई है लाली,
ना माने रे माता महाकाली।
शांत हुई ना जब रण चंडी,
मचा हुआ था हाहाकार,
तब काली का क्रोध मिटाने,
आये निर्जन शिव त्रिपुरार,
पाँव पड़ा जब शिव जी के,
ऊपर जीभ चंडिका ने निकाली,
ना माने रे माता महाकाली।
Na Mane Na Mane Re Mata Mahakali - न माने न माने रे माता महाकाली || Shahnaz Akhtar || HD Vodeo Song
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