रामजी लब पे आन बसो भजन लिरिक्स
रामजी लब पे आन बसो,
तुम मेरे राम जी,
ताकि रटता रहूं जपता रहूं,
मैं तो बस राम नाम ही,
राम जी लब पे आन बसो,
तुम मेरे राम जी।
सुबह सुबह जब मुख मैं खोलूं,
पहला शब्द बस राम ही बोलूं,
साँझ ढले छाया में तुम्हरी,
हर इक साँस में तुमको टटोलूं,
राम राम जपता रहूं,
राम नाम रटता रहूं,
राम जपता रहूं नाम रटता रहूं,
करदो कुछ ऐसा इंतेज़ाम जी,
रामजी रामजी लब पे आन बसो,
तुम मेरे राम जी।
राम जी,
अंखियों में तुम आन बसो,
और हर पल मुझको दिखते रहो,
जिधर भी जाऊं राम को पाऊं,
हर जगह तुम मिलते रहो,
बस तुम ही तुम हो,
राम नाम की धुन हो,
तुम ही तुम हो राम नाम धुन हो,
कर दो ये छोटा सा काम जी,
रामजी रामजी लब पे आन बसो,
तुम मेरे राम जी।
Ram Ji | श्री राम मंदिर अयोध्या को समर्पित | Diwali Special Bhajan | Madhavas Rock Band OFFICIAL
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Author - Saroj Jangir
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