सांसो का क्या भरोसा लिरिक्स Sanso Ka Kya Bharosa Lyrics

सांसो का क्या भरोसा लिरिक्स Sanso Ka Kya Bharosa Lyrics


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सांसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते,
जीवन की है जो ज्योति,
बुझ जाए चलते चलते,
सांसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते।

जीवन है चार दिन का,
दो दिन की जिंदगानी,
जब आएगा बुढ़ापा,
थक जाए चलते चलते,
सांसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते।

समझाना तो इशारा,
ना समझा खेल इसका,
क्यों तेरी बात बिगड़ी,
हर बार बनते बनते,
सांसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते।

तेरे साथ जाये बंदे,
तेरे कर्मों की कमाई,
गए जग से बादशाह भी,
यु ही हाथ मलते मलते,
सांसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते।

अब तक किया ना पगले,
अब तो हरि सिमरले,
कह रही है जिंदगी की,
ये शाम ढलते ढलते,
सांसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते,
जीवन की है जो ज्योति,
बुझ जाए जलते जलते,
सांसों का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते।


सांसो का क्या भरोसा | Sanso Ka Kya Bharosa | #SanjayGulati | Special Bhajan 2021


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