बुहा खोल दे मैया जी इक वारी
बुहा खोल दे मैया जी इक वारी,
के संगता आ गईया।
खुशिया च घूम दे द्वारे,
तेरे आवा माँ,
भेंटां तेरी गावां,
नाले भंगड़ा भी पावा मैं,
पावा भंगड़ा ते जावा बलिहारी,
संगता आ गईयां।
सुनया ऐ मैया तू सब नु बुलानी ऐ,
कोल बिठा के मैया चरनी लगानी ऐ,
लावे चरनी ते जावे बलिहारी,
संगता आ गईया,
बुहा खोल दो मैया जी इक वारी,
के संगता आ गईया।
तेरे दर आके मिले सब नु सहारा जी,
डूबी होइ नैया नु मिलदा किनारा जी,
सोनी लगे मैया शेर दी सवारी के,
संगता आ गईयां,
बुहा खोल दे मैया जी इक वारी,
के संगता आ गईया।
ज्योति दा नजारा आज,
सानु वी वखा दो जी,
तारे दिन किवे घूम,
सानु समझा दो जी,
वेखी ज्योति वाली,
लाट मैं न्यारी के,
संगता आ गईया।
SSDN:-बुहा खोल दे मैया जी इक वारी के संगता आ गईया | Mata rani bhajan |Devi bhajan | Navratri bhajan
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