दरशन कीजै साधु का दिन में कइ कइ बार हिंदी मीनिंग Darshan Keeje Sadhu Ka Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Arth/Bhavarth Sahit
दरशन कीजै साधु का, दिन में कइ कइ बार |आसोजा का भेह ज्यों, बहुत करे उपकार ||
Darshan Keje Sadhu Ka, Din Me Kai Kai Baar,
Asoja Ka Bheh Jyo, Bahut Kare Upkar.
कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi
संतजन के दर्शन शुभकारी होते हैं। साधू के दर्शन को दिन में कई बार करना चाहिए। आसाढ़ की बरसात की भाँती यह बहुत लाभकारी होता है। इस दोहे में कबीर साहेब संतजन के सानिध्य के बारे में बताते हुए सन्देश देते हैं की संतों का दर्शन हितकर होता है। इस दोहे में कबीर दास जी संतों के दर्शन के महत्व को बता रहे हैं। वे कहते हैं कि हमें दिन में कई बार संतों के दर्शन करने चाहिए। संतों के दर्शन आश्विन महीने की वृष्टि के समान बहुत उपकारी होते हैं। बारिश से खेतों में फसल लहलहा उठती है। ठीक उसी तरह, संतों के दर्शन से मन में ज्ञान और आध्यात्मिकता की फसल पनपती है।