मेरा मन जाए जहाँ रूप वहाँ तेरा हो भजन

मेरा मन जाए जहाँ रूप वहाँ तेरा हो भजन

मेरा मन जाये जहाँ,
रूप वहाँ तेरा हो,
जहाँ हो चरण तेरे,
जहाँ हो चरण तेरे,
सर वहाँ मेरा हो,
मेरा मन जाये जहाँ,
रूप वहाँ तेरा हो।।

दास मैं तुम्हारा हूँ,
इतनी दया कर दो,
मेरे मन मंदिर में,
आप का बसेरा हो,
मेरा मन जाये जहाँ,
रूप वहाँ तेरा हो।।

जीवन में बुराई की,
कांटे ही उगाये हैं,
दिल के किसी कोने में,
नेकी का भी डेरा हो,
मेरा मन जाये जहाँ,
रूप वहाँ तेरा हो।।

गम के महासागर से,
पार हुआ है वो ही,
गजेसिंह जिसने भी,
श्याम नाम टेरा हो,
मेरा मन जाये जहाँ,
रूप वहाँ तेरा हो।।

मेरा मन जाये जहाँ,
रूप वहाँ तेरा हो,
जहाँ हो चरण तेरे,
जहाँ हो चरण तेरे,
सर वहाँ मेरा हो,
मेरा मन जाये जहाँ,
रूप वहाँ तेरा हो।।


इस भजन ने तो मन को पावन कर दिया || मेरा मन जाये जहाँ रूप वहाँ तेरा हो || Harsh Taneja || श्यामरूप

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर कृष्णा भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post