कुमति कीच चेला भरा गुरु ज्ञान जल होय हिंदी मीनिंग

कुमति कीच चेला भरा गुरु ज्ञान जल होय हिंदी मीनिंग Kumati Keech Chela Bhara

कुमति कीच चेला भरा, गुरु ज्ञान जल होय।
जनम जनम का मोरचा, पल में डारे धोय॥४॥
 
Kumati Keech Chela Bhara, Guru Gyan Jal Hoy,
Janam Janam Ka Moracha, Pal Me Dare Dhoy,
 
कुमति कीच चेला भरा गुरु ज्ञान जल होय हिंदी मीनिंग Kumati Keech Chela Bhara

कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi

कबीर साहेब की वाणी है की चेला अवगुणों से भरा हुआ होता है, गुरु अपने ज्ञान रूपी जल से शिष्य के अवगुणों को धो डालता है। जन्म जन्म के अवगुणों को गुरु अपने ज्ञान से समाप्त कर देता है। इस दोहे का मूल भाव है की शिष्य को गुरु के सानिध्य में ही रहना चाहिए और गुरु के आदेशों के अनुसार स्वंय का कल्याण करना चाहिए। कबीर दास जी का यह दोहा गुरु के ज्ञान की महिमा को दर्शाता है। गुरु का ज्ञान एक ऐसा अमृत है जो शिष्य के मन की कुबुद्धि रूपी कीचड़ को धोकर उसे शुद्ध कर देता है। गुरु का ज्ञान शिष्य को जन्म-जन्मांतरों के पापों से मुक्त कर देता है।

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post