जो तू मिटाना चाहे जीवन की तृष्णा भजन
जो तू मिटाना चाहे जीवन की तृष्णा
जो तू मिटाना चाहे,
जीवन की तृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
कृष्णा नाम पावन पावन,
कृष्णा नाम प्यारा प्यारा,
जो ना बोले कृष्णा कृष्णा,
जग से वो हारा हारा,
मन का मिटे अंधियारा,
बोल कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
जिसको मिली ना पीड़ा,
सुख का मर्म क्या जाने,
जो ना ध्याये कृष्णा कृष्णा,
नित का धर्म क्या माने,
चाहे अगर उजियाला,
बोल कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
छोड़ दे भटकना दर दर,
तोड़ दे अहम का घेरा,
भूल जा जगत के वैभव,
जग है दुखों का डेरा,
फिरे काहे मारा मारा,
बोल कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
जो तू मिटाना चाहे,
जीवन की तृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
जीवन की तृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
कृष्णा नाम पावन पावन,
कृष्णा नाम प्यारा प्यारा,
जो ना बोले कृष्णा कृष्णा,
जग से वो हारा हारा,
मन का मिटे अंधियारा,
बोल कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
जिसको मिली ना पीड़ा,
सुख का मर्म क्या जाने,
जो ना ध्याये कृष्णा कृष्णा,
नित का धर्म क्या माने,
चाहे अगर उजियाला,
बोल कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
छोड़ दे भटकना दर दर,
तोड़ दे अहम का घेरा,
भूल जा जगत के वैभव,
जग है दुखों का डेरा,
फिरे काहे मारा मारा,
बोल कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
जो तू मिटाना चाहे,
जीवन की तृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा,
सुबह शाम बोल बन्दे,
कृष्णा कृष्णा कृष्णा।
Jo Tu Mitana Chahe
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
"जो तू मिटाना चाहे जीवन की तृष्णा" भजन भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति और उनके पावन नाम के जप की महिमा को व्यक्त करता है, जो भक्त को सांसारिक मोह और तृष्णा से मुक्ति का मार्ग दिखाता है। यह भजन सिखाता है कि कृष्ण के नाम का निरंतर जप सुबह-शाम करने से मन का अंधेरा मिटता है, और जीवन में सुख, शांति व आध्यात्मिक उजाला प्राप्त होता है। यह संसार दुखों का डेरा है, जहाँ अहंकार और वैभव की चाह भटकाव पैदा करती है, परंतु कृष्ण का नाम जपने वाला भक्त इन बंधनों से मुक्त हो जाता है। भजन भक्त को प्रेरित करता है कि वह दर-दर भटकना छोड़कर, अहंकार का घेरा तोड़कर और सांसारिक सुखों को भूलकर केवल कृष्ण के नाम में लीन हो जाए, क्योंकि यही सच्चा धर्म और जीवन का सार है। कृष्ण का नाम वह पवित्र मंत्र है, जो भक्त को जीवन की तृष्णा से मुक्त कर परम आनंद और मोक्ष की ओर ले जाता है।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
