हारे का सहारा बाबा दिन है या रात है लिरिक्स Hare Ka Sahara Baba Bhajan Lyrics

हारे का सहारा बाबा दिन है या रात है लिरिक्स Hare Ka Sahara Baba Bhajan Lyrics


हारे का सहारा बाबा दिन है या रात है लिरिक्स Hare Ka Sahara Baba Bhajan Lyrics

हारे का सहारा बाबा,
दिन है या रात है,
श्याम जी बैठे है फिर,
चिंता की क्या बात है।

लाखों है भगत जिन्होंने,
खाये हैं धोखे,
एक बार देखो जरा,
बाबा के होके,
भूल जाओ जो भी पगले,
हुआ तेरे साथ है।

कोई कहे बेटा बहु,
बड़े ही नालायक रे,
कोई कहे घाटा पड़ा,
बड़ा दुखदायक रे,
देर से सही पर मेरा,
थाम लिया हाथ है

पूरी तरह सुखी नहीं,
कोई दुनियादारी में,
मजा है कमल सिंह,
बाबा श्याम जी की यारी में,
जाग गयी किस्मत,
समझो नहीं प्रभात है।

हारे का सहारा बाबा,
दिन है या रात है,
श्याम जी बैठे है फिर,
चिंता की क्या बात है।

लाखों है भगत जिन्होंने,
खाये हैं धोखे,
एक बार देखो जरा,
बाबा के होके,
भूल जाओ जो भी पगले,
हुआ तेरे साथ है।


हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा || Rakesh Kala || 2020 Special Khatu Shyam Bhajan || Mor Bhakti


ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

 
Song Bhajan - Hare Ka Sahara Baba Shyam Hamara
Singer - Rakesh Kala
Lyrics - Kamal Singh

Music - Mor Music Studio ( Sid Sinha )
Edit - Deepak Balyan
Label - Mor Music Company ( 9871070123 )
Audio Studio - Mor Music Audio Recording Studio


आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

एक टिप्पणी भेजें