स्वर्ग नर्क है इस धरती पर लिरिक्स Swarg Nark Hai Is Dharti Par Lyrics
स्वर्ग नर्क है इस धरती पर,
नहीं गगन के देखो पार,
अच्छा करम तो सुख देवे है,
बूरा करम है दुःख का सार।
स्वर्ग नर्क है इस धरती पे,
नहीं गगन के देखो पार,
अच्छा करम तो सुख देवे है,
बूरा करम है दुःख का सार।
जो दुःख पाता प्रभु से कहता,
क्यों प्रभु तुम दुःख देते हो,
हमने किया नहीं कुछ ऐसा,
फिर क्यों नहीं सुख देते हो,
याद नहीं है उस प्राणी को,
जन्म जन्म के पाप का भार,
अच्छा करम तो सुख देवे है,
बूरा करम है दुःख का सार।
स्वर्ग नर्क है इस धरती पे,
नहीं गगन के देखो पार,
अच्छा करम तो सुख देवे है,
बूरा करम है दुःख का सार।
एक फकीर जो नंगा सोवे,
तन ढकने को नहीं बसन,
दुःख सह के मन निर्मल होगा,
कर ले कर ले पीर सहन,
दंड भोग के पाप कटेगा,
कारागार बना संसार,
अच्छा करम तो सुख देवे है,
बूरा करम है दुःख का सार।
स्वर्ग नर्क है इस धरती पे,
नहीं गगन के देखो पार,
अच्छा करम तो सुख देवे है,
बूरा करम है दुःख का सार।
सुख दुःख दोनों एक समाना,
दोनो प्रभु का है वरदान,
अंधकार तो दिन भी संग में,
यही प्रभु का परिचय ज्ञान,
प्रभु का सुमिरन नारायण कर,
दुःख का जो करता संहार,
अच्छा करम तो सुख देवे है,
बूरा करम है दुःख का सार।
स्वर्ग नर्क है इस धरती पे,
नहीं गगन के देखो पार,
अच्छा करम तो सुख देवे है,
बूरा करम है दुःख का सार,
बूरा करम है दुःख का सार।
स्वर्ग नरक है इस धरती | Swarg Narak Hai Is Dharti | Anup Jalota Latest Bhajan | Shri Ram Bhajan
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Song name : Swarg Narak Hai Is Dharti
Singers : Anup Jalota
Lyrics : Traditional
Music Composer : Anup Jalota
Singers : Anup Jalota
Lyrics : Traditional
Music Composer : Anup Jalota
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