राजस्थानी कहावत- नाक रै चूनौ लगाणौ।
अर्थ हिंदी में: किसी की इज्जत पर बट्टा लगाना।
अंग्रेज़ी में: To tarnish someone's reputation.
रामलाल नै गाम रै मंझार चोरी करी, अर ईं तो परिवार री नाक रै चूनौ लगाणौ।
हिंदी में: रामलाल ने गाँव के बीचों-बीच चोरी की, और यह उसके परिवार की इज्जत पर बट्टा लगाने जैसा था।
अंग्रेज़ी में: Ramlal stole in the middle of the village, tarnishing his family's reputation.
यह कहावत तब प्रयोग की जाती है जब कोई व्यक्ति ऐसा कार्य करता है, जिससे उसकी या उसके परिवार की इज्जत खराब हो जाती है। "नाक" सम्मान और प्रतिष्ठा का प्रतीक है, और "चूनौ लगाणौ" इसका अनादर या नुकसान दर्शाता है। अतः राजस्थानी कहावत का अर्थ है की इज्जत को कम करना, इज्जत को बट्टा लगाना.
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