स्वागत है आपका, आज हम लेकर आये आपके लिए एक और दिलचस्प और प्रेरणादायक कहानी जिसका शीर्षक है "तेनालीराम की चतुराई"। यह कहानी हमें सन्देश देती है कि कैसे हम चतुराई और समझदारी का उपयोग करके किसी भी स्थिति का हल निकाल सकते हैं। और कैसे कभी-कभी लोगों के लालच को खत्म करने के लिए उन्हें एक अच्छा सबक सिखाया जा सकता है। आइये, जानते हैं इस कहानी के माध्यम से तेनालीराम की बुद्धिमानी की अनोखी मिसाल। Tenaliram Ki Chaturai Kids Stories
तेनालीराम की चतुराई कहानी Tenaliram Ki Chaturai
बहुत समय पहले की बात है, राजा की माँ की मृत्यु हो गई थी। राजा की माँ ने अपनी मृत्यु से पहले आम खाने की के बारे में बताया, परंतु उसका दुर्भाग्य था की, वह आम का स्वाद कभी भी नहीं ले पाईं। कुछ दरबारियों ने राजा को यह कहकर आश्वस्त किया कि उनकी माँ की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी, जब तक कि हर दरबारी को सोने का आम न दिया जाए। राजा उनकी बातों में आ गए और उन्होंने आदेश दे दिया कि सभी दरबारियों को सोने के आम दिए जाएं।
इस बात की खबर सुनते ही महल के बाहर दरबारियों की एक लंबी लाइन लग गई। सभी दरबारी सोने का आम पाने के लिए लालायित थे। तेनालीराम ने इस बात पर गौर किया और सोचा कि दरबारी राजा की मां की आत्मा की शांति का बहाना बना कर बस अपना स्वार्थ साध रहे हैं। इसलिए उन्होंने एक योजना बनाई ताकि इन लालची दरबारियों को सबक सिखाया जा सके।
तेनालीराम ने महल के द्वार पर खड़े होकर सभी दरबारियों से कहा, "जो भी सोने का आम लेने आएगा, उसे पहले राजा की माँ के पैर के फोड़े का दर्द महसूस करने के लिए सोने की सलाखों से दागा जाएगा।" यह सुनते ही सभी दरबारी एक-दूसरे का मुंह देखने लगे और धीरे-धीरे सभी वहां से खिसक गए।
जब दरबारियों ने राजा के पास जाकर शिकायत की तो राजा ने तेनालीराम को बुलाकर स्पष्टीकरण मांगा। तेनालीराम ने मुस्कुराते हुए कहा, "महामहिम, आपकी माँ की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए आप सोने के आम बांट रहे थे, तो मैंने भी अपनी माँ की अंतिम इच्छा पूरी करने का सोचा। मेरी माँ की मृत्यु पैर में फोड़ा होने के कारण हुई थी, इसलिए मैंने निर्णय लिया कि इन दरबारियों को भी वही दर्द का अनुभव कराया जाए।"
राजा तेनालीराम की बात सुनकर हँस पड़े और समझ गए कि दरबारी सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए सोने का आम लेना चाहते थे। उन्होंने तेनालीराम की चतुराई की प्रशंसा की और दरबारियों को वहां से भगा दिया।
कहानी से शिक्षा (Moral of the Story)
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि लालच बुरी बला है और चतुराई व समझदारी से किसी भी समस्या का हल निकाला जा सकता है। जब हम दूसरों के स्वार्थ को समझकर उन्हें आईना दिखाते हैं, तो उनकी गलतियों का एहसास खुद-ब-खुद हो जाता है।
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं एक विशेषज्ञ के रूप में रोचक जानकारियों और टिप्स साझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें।
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