श्री श्याम भजनों में अमृत सा बरसता है

श्री श्याम भजनों में अमृत सा बरसता है


श्री श्याम भजनों में अमृत सा बरसता है भजन
श्री श्याम भजनों में अमृत सा बरसता है,
जो भी सुने जब भी सुने मस्ती में रहता है,
कोई मिले तो पहले जय श्री श्याम कहता है।

कोई लिखे या फिर गाये हां गाये,
चाहे कीर्तन में बैठ के ताली बजाये,
श्रृंगार करे बाबा का बाबा का,
या प्रेम से वो पावन जोत जलाये,
भाव से जो करता भजन वो ही तरता है,
कोई मिले तो पहले जय श्री श्याम कहता है।

कोई नाचे कोई नचाये हां नचाये,
कोई आंसू की श्याम को भेंट चढ़ाये,
कब कैसे ये रीझेगा रीझेगा,
प्रेमी ये कभी समझ ना पाये,
सुदामा के तंदुल को कृष्ण तरसता है,
कोई मिले तो पहले जय श्री श्याम कहता है।

राजू माया अलबेली अलबेली,
ये होती है केवल सुख की सहेली,
जीवन का मकसद क्या हो हां क्या हो,
सबके लिए है ये एक पहेली हां पहेली,
तेरी शरण में ही मुझे सच्चा सुख मिलता है,
कोई मिले तो पहले जय श्री श्याम कहता है।


जय श्री श्याम कहता है jai shree shyam kahta h Rajendra Agrawal

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

 
Writer : राजेन्द्र अग्रवाल देई 

Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post