नांव जिसाई गुण राजस्थानी कहावत मीनिंग

इस राजस्थानी कहावत का अर्थ है की जैसा नाम वैसे ही गुण का होना। जैसा नाम वैसे ही गुण का होना। व्यंग्य के रूप में यदि किसी के नाम में कोई खोट हो तो उसे उसके नाम से जोड़ कर उसके गुणों पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी की जाती है। 

राजस्थानी कहावत- नांव/नाम जिसाई गुण

अर्थ हिंदी: जैसा नाम होता है, वैसे ही उसके गुण होते हैं।
अंग्रेजी: A person's name reflects their qualities or characteristics.
रामू का नांव सुनके लागे कि ई मानस नेक है, बरणा तो सांच है, नांव जिसाई गुण।
यह कहावत इस बात पर जोर देती है कि नाम और व्यक्ति के स्वभाव के बीच संबंध होता है।
This proverb highlights the connection between a person’s name and their qualities or character.

This proverb suggests that a person's name often reflects their nature or qualities. It emphasizes that names carry a symbolic meaning, and people sometimes exhibit traits that match the characteristics implied by their names. It also highlights the cultural importance of naming and how names often serve as a representation of a person's identity or reputation.

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Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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