मिथिला क्षेत्र का धार्मिक महत्व अत्यंत गहरा और समृद्ध है। यह क्षेत्र माता सीता की जन्मस्थली के रूप में प्रसिद्ध है, जो हिंदू धर्म में विशेष श्रद्धा का केंद्र है। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, जनकपुर (वर्तमान में नेपाल में स्थित) राजा जनक की राजधानी थी, जहां माता सीता का पालन-पोषण हुआ और यहीं उनका विवाह भगवान श्रीराम से संपन्न हुआ। मिथिला की धार्मिक महत्ता इसके अनेक तीर्थस्थलों से भी प्रकट होती है। जनकपुरधाम, जहां जानकी मंदिर स्थित है, श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। इसके अतिरिक्त, धनुषाधाम वह स्थान है जहां भगवान राम द्वारा तोड़े गए शिवधनुष के अवशेष माने जाते हैं।
मिथिला महात्म्य के अनुसार, मिथिलापुरी की यात्रा का विशेष पुण्यफल माना गया है। ऐसा विश्वास है कि इस क्षेत्र की यात्रा करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है, और यहां मुण्डन, उपवास और निवास से विशेष लाभ होता है। मिथिला प्राचीन भारत का एक समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक क्षेत्र है, जो वर्तमान में भारत के बिहार और झारखंड राज्यों के साथ-साथ नेपाल के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है।
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
भजन भगवान राम और माता सीता के पवित्र विवाह का उल्लासपूर्ण वर्णन करता है। जब राम सीता के जीवन में आए, तब संपूर्ण मिथिला आनंदित हो उठा, जैसे वसंत ऋतु में पुष्प खिल उठते हैं। इसमें राम और सीता के रिश्ते को चकोर-चंद्रमा और भंवरा-कली की सुंदर उपमाओं से दर्शाया गया है। भजन यह भी सिखाता है कि पति-पत्नी को अपने धर्म और कर्तव्यों का पालन कर दोनों कुलों का सम्मान बढ़ाना चाहिए, जिससे समाज का भी कल्याण हो। भगवान राम के मिथिला में आगमन से वहां के हर कण में नई ऊर्जा और उमंग का संचार हो गया।
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।