इब क्या को तोड़ो म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से लिरिक्स

इब क्या को तोड़ो म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से लिरिक्स

ईब क्याको तोड़ो,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
ईब क्याको तोड़ो।

मात पिता म्हारो हाथ पकड़कर,
श्याम की लेर लगाया,
श्याम ही म्हारो जीवन साथी,
यो ही पाठ पढ़ाया जी,
ईब क्याको तोड़ो,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
ईब क्याको तोड़ो।

एसो जीवन साथी मिल्यो है,
म्हाने साथ कदे ना छोड़े,
साथ साथ यो चाले म्हारे ,
चढ़के लीले घोड़े जी,
ईब क्याको तोड़ो,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
ईब क्याको तोड़ो।

यो म्हारी तबियत की पूछे,
जो माँगा सो देवे
देख उनमनो महान जद भी,
झट म्हारी सुध लेवे जी,
ईब क्याको तोड़ो,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
ईब क्याको तोड़ो।

बात करे हे मिट्ठी मिट्ठी,
जद भी यो बतलावे ,
म्हारे दिल पर राज करे यो,
दूजो नहीं सुहावे जी,
ईब क्याको तोड़ो,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
ईब क्याको तोड़ो।

बिन्नू के मन में या ही है,
ईंया ही निभ ज्यावे,
जनम जनम को साथ आपनो,
कोई तोड़ न पावे जी,
ईब क्याको तोड़ो,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
म्हारो गठजोड़ो बाबा श्याम से,
ईब क्याको तोड़ो। 
 

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