श्री कृष्ण और राधा जी की होली खेलने की कहानी हिंदू धर्म में एक बहुत ही प्रसिद्ध कहानी है। कहा जाता है कि श्री कृष्ण और राधा जी एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे। वे अक्सर एक साथ होली खेलते थे। एक बार श्री कृष्ण और राधा जी बरसाना में होली खेलने गए थे। गोपियाँ भी होली खेलने के लिए वहां आई थीं। श्री कृष्ण ने गोपियों को रंग लगाना शुरू किया। गोपियाँ भी श्री कृष्ण को रंग लगा रही थीं। राधा जी भी श्री कृष्ण के साथ होली खेल रही थीं। वह श्री कृष्ण को रंग लगा रही थीं। श्री कृष्ण भी राधा जी को रंग लगा रहे थे। उन्होंने राधा जी के चेहरे, बाल, और कपड़ों पर रंग लगा दिया। राधा जी श्री कृष्ण के रंग लगाने से बहुत खुश हुईं। उन्होंने श्री कृष्ण को कहा, "कृष्ण, तुमने मुझे बहुत ही खूबसूरत बना दिया है।"
होली खेलन को आयो रे श्याम Holi Khelan Ko Aayo Shyam Lyrics
आयो रे आयो रे, देखो श्याम आयो रे, आयो रे आयो रे, देखो घनश्याम आयो रे, होली खेलन को, होली खेलन को, होली खेलन को, आयो रे श्याम, कहाँ छुपी, निकल तू राधा, बाहर निकल तू राधा, बिना रंगे ना जाऊंगा मैं, श्याम का है ये वादा, वादा,
कहाँ छुपी, निकल तू राधा,
कब तक बच के रहेगी मुझसे, बरसाने की गोरी, ढूंढ रही है तुझको कब से, नटखट नजरें मोरी, गोरी से कारी कर दूंगा मैं, करी देर जो ज्यादा, कहाँ छुपी, निकल तू राधा, बाहर निकल तू राधा, होली खेलन को, आयो रे श्याम, कहाँ छुपी, निकल तू राधा।
Krishna Bhajan Lyrics Hindi
हाथ लगी जो सखियाँ तेरी, रंगो से है रंग डाला, चन्दन अबीर गुलाल लगाया, लगा दियां रंग काला वृषभानु की बता लाडली, क्या है तेरा ईरादा, कहाँ छुपी, निकल तू राधा, बाहर निकल तू राधा, होली खेलन को, आयो रे श्याम, कहाँ छुपी, निकल तू राधा।
बैठी हो तुम छुप के जहा पे, मुझको पता है तेरा खुद से आजा सामने वरना, रंग दू वही तेरा चेहरा, कमल नैन वाली बिन तेरे, होली का मजा है आधा, कहाँ छुपी, निकल तू राधा, बाहर निकल तू राधा, होली खेलन को, आयो रे श्याम, कहाँ छुपी, निकल तू राधा।
होली खेलन को, होली खेलन को, होली खेलन को, आयो रे श्याम, कहाँ छुपी, निकल तू राधा, बाहर निकल तू राधा, बिना रंगे ना जाऊंगा मैं, श्याम का है ये वादा, वादा, कहाँ छुपी, निकल तू राधा,
राधा कृष्ण होली भजन : होली खेलन को आयो रे श्याम | Amandeep Singh | Radha Krishna Holi Bhajan 2019
इस भजन में, कृष्ण अपनी प्रेमिका राधा को होली खेलने के लिए बुला रहे हैं। वह राधा को बता रहे हैं कि वह उसे रंगों से रंगना चाहता है। वह राधा से कहता है कि वह उसे छुपकर नहीं बच सकती है। भजन के पहले छंद में, कृष्ण राधा को होली खेलने के लिए बुलाते हैं। वह कहते हैं कि वह राधा को रंगों से रंगना चाहता है। आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं