नरेंद्र मोदी ३० मई को लेंगे शपथ : मोदी सरकार से उम्मीदें

नरेंद्र मोदी ३० मई को लेंगे शपथ : मोदी सरकार से उम्मीदें


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा किये गए ट्वीट के मुताबिक नरेंद्र मोदी गुरुवार दिनक ३० मई को शपथ लेंगे और साथ में ही उनका मंत्रिमंडल भी शपथ लेगा। नयी सरकार से लोगों को बहुत उम्मीदें हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए शनिवार को संसद के सेन्ट्रल हॉल में हुई बीजेपी और एनडीए की बैठक में श्री नरेंद्र मोदी ने सबका साथ सबका विकास का विचार पुनः दोहराया। इसमें कोई दोराय नहीं है की बीजेपी को मिले प्रचंड बहुमत के पीछे आम जन के द्वारा असंख्य आशाएं छिपी हैं। आम जन चाहता है की परंपरागत राजनीति की स्थान पर विकास की बात हो, सभी को साथ लेकर चलने की बात हो, आतंकवाद का सफाया हो, देश विदेश में भारत को अहम् दर्जा प्राप्त हो, लोगों को रोजगार मिले आदि कई ऐसे मुद्दे हैं जो जनता चाहती है की मोदी सरकार उन्हें पूर्ण करे।

सही मायनों में अब जनता जागरूक हो चुकी है। वो नहीं चाहती की इधर उधर की बात हो, उन्हें धरातल पर रिजल्ट चाहिए जो की एक शुभ संकेत है। मोदी के द्वारा दिए गए बीजेपी मुख्यालय के भाषण से ही इसका भान होता है। मोदी ने जीत के बाद बीजेपी सांसदों, विधयकों और कार्यकर्ताओं को सन्देश दिया की उन्हें प्रचंड बहुमत पर अहम् भाव कतई नहीं लाना चाहिए और सेवा भाव को प्रमुखता देनी चाहिए। यदि कोई अहम् भाव आता भी है तो सेवा भाव से उसे दूर किया जा सकता है।

अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों के प्रति उनका भाषण तारीफ के काबिल है। उन्होंने कहा की वे सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं और उनकी सरकार के द्वारा कोई भी कार्य बदनीयत से नहीं किया जायेगा। आचार्य विनोभा भावे का कथन का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा की चुनाव व्यक्ति को बाँट देता है लेकिन इस चुनाव ने लोगों को एक कर दिया है। देखा जाय तो ये बात शाट प्रतिशत सही भी है। ऐसा तो नहीं है की मोदी सरकार को वोट किसी धर्म विशेष के लोगों ने दिए हैं जबकि हकीकत है की मोदी सरकार को सभी वर्ग, समाज, धर्म और संप्रदाय के लोगों ने दिल खोलकर वोट दिए हैं जो की भारतीय राजनीति में एक अनोखी घटना है। बीजेपी के अजेंडे और कार्यप्रणाली, प्रत्याशियों के अलावा लोगों ने सीधे वोट मोदी सरकार को दिए हैं और मोदी ने विभिन सभाओं में इसे दोहराया भी है की जनता के द्वारा दिए गए एक एक वोट उन्हें ही प्राप्त होंगे और वे मजबूर सरकार के स्थान पर एक मजबूत सरकार बनाएंगे। इस बात का विश्लेषण किया जाय तो ये बात शत प्रतिशत सही भी है। यदि मान लिया जाय की मोदी दे स्थान पर गठजोड़ की सरकार बनती तो उसकी कार्य प्रणाली और मोदी सरकार में रात दिन का अंतर होता। गठजोड़ में जो पार्टियां शामिल थी उनके बारे में यदि जानकारी प्राप्त की जाए तो गठजोड़ की सरकार के परिणामों के बारे में जानने में कोई दिक्क्त नहीं आएगी।

गरीबों और अल्पसंख्यकों के साथ किये गए छल पर भी नरेंद्र मोदी ने अपनी राय रखी और सन्देश दिया की छल की राजनीती को समाप्त किया जायेगा। धर्म के नाम पर बाँटने वाली राजनीती के स्थान पर विकास की राजनीती को लोगों ने पसंद किया और बीजेपी को वोट देकर इस पर अपनी मुहर लगा दी।

ऐसा नहीं है की मोदी को वोट कमजोर विपक्ष, गठजोड़ की राजनीती के कारन से मिले हैं जबकि वास्तविकता है की सभी वर्गों के लोगों ने मोदी सरकार को विकास के नाम पर वोट दिए हैं। मोदी सरकार के द्वारा चलायी गयी योजनाओं का लाभ आम जन तक पंहुचा भी है। बात यदि जन धन खातों से लेकर भू माफियों के सफाये को लेकर की जाय तो प्रतीत होता है की मोदी सरकार की नियत साफ़ है और वो अमीर और गरीब के अंतर को कम करने में अग्रसर हैं। लोगों को सफाई के लिए प्रेरित करने से लेकर मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं का लाभ सभी को मिला है। आवास योजना के अंतर्गत सभी को आवास देने की पहल का स्वागत लोगों ने किया है। गांव गाँव तक इंटरनेट, गैस कनेक्शन, आवास, बैंक खाते, सब्सिडी, बिजली के प्रति सरकार की नीतियां काफी प्रशंसनीय हैं। सरकारी आंकड़ो के मुताबिक केवल उज्जवला योजना के तहत 7 लाख लोगों तक उन्होंने गैस कनेक्शन पहुंचाया है।


सौभाग्य योजना के तहत अब तक चार करोड़ घरों तक बिजली पहुंचाने का कार्य सरकार के द्वारा सफलता पूर्वक पूर्ण कर लिया गया है।स्वच्छ भारत अभियान को लोगों तक पहुंचाने में नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा जमीनी स्तर पर कार्य किये गए हैं। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार ९० प्रतिशत घरों में शौचालय का निर्माण किया जा चूका है। ग्रामीण स्तर पर इसका लाभ ज्यादा हुआ है। जहाँ पहले इस और उदासीनता थी वहां पर मोदी सरकार के प्रयत्न का ही परिणाम है की ९ करोड़ परिवारों ने इस योजना को समझा और उसका लाभ उठाया। इसके आलावा अन्य लोग भी इससे प्रेरित होकर अपने स्तर पर भी शौचालय निर्माण के प्रति गंभीर हुए हुए और स्वच्छ भारत की मुहीम में अपना योगदान दिया।

उज्ज्वला योजना के बारे में बात की जाय तो मजदूर दिवस के रूप में 1 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का प्रारंभ किया इस योजना के अंतर्गत। 5 करोड़ लोग जो गरीबी रेखा के नीचे आते हैं उन परिवारों को मुफ्त में LPG का कनेक्शन दिया जाएगा प्रधानमंत्री जी की योजना सरकारी और बहुत ही उपयोगी योजना है जो गरीब लोगों के लिए है। PMUY के तहत सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को घरेलू रसोई गैस (एलपीजी (LPG) गैस) का कनेक्शन देती है. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) केंद्र सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से चलाई जा रही है.

PMUY के तहत सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को घरेलू रसोई गैस (एलपीजी (LPG) गैस) का कनेक्शन देती है. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) केंद्र सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से चलाई जा रही है. भारत सरकार PMUY में हर योग्य बीपीएल परिवार को वित्तीय सहायता योजना के तहत PMUY में 1600 रुपये की आर्थिक सहायता देगी. यह रकम LPG गैस कनेक्‍शन खरीदने के लिए होगी.

मोदी सरकार ने हर क्षेत्र में जमीनी स्तर पर कार्य किये हैं जिनके कारन लोगों ने उनको दिल खोल कर मत दिया है। आशा है की आने वाली सरकार लोगों की अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी और भारत को वैश्विक पटल पर नयी पहचान दिलाएगी।
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