पतंजली स्पिरुलिना क्या है स्पिरुलिना के फायदे Patanjali Spirulina Composition Doses Benefits

पतंजली स्पिरुलिना क्या है और इसके फायदे क्या हैं Patanjali Spirulina Ke Fayade Hindi

Spirulina स्पिरुलिना को सुपर फूड के नाम से भी जाना जाता है। अमेरिकन स्पेस शोध संसथान नासा (National Aeronautics and Space Administration) ने इसे भविष्य का सुपर फूड बताया है। स्पिरुलिना क्या है और आजकल हर जगह इसकी चर्चा क्यों हो रही है ? आइये जानते हैं स्पिरुलिना के बारे में विस्तार से।

पतंजली स्पिरुलिना क्या होता है Patanjali Spirulina Kya Hota Hai Hindi What is Patanjali Spirulina

 
पतंजली स्पिरुलिना क्या है स्पिरुलिना के फायदे Patanjali Spirulina Composition Doses Benefits

स्पिरुलिना एक तरह की जलीय वनस्पति होती है जो समुद्र के खारे पानी या फिर मीठे पानी, झरनों और झीलों में भी में प्राकर्तिक वनस्पति के रूप से पायी जाती है। इसके अलावा यह नाम भूमि, बरसाती वनों के वृक्ष की छाल पर एंव अत्यंत नम दीवारों में पाया जाता है। यह समुद्री शैवाल (एल्जी ) की प्रजाति है। स्पाइरल (स्प्रिंग ) के जैसी बनावट के कारन इसे स्पिरुलिना का नाम दिया गया है। 
 
पानी के अंदर स्पिरुलिना गहरे हरे और नीले रंग की दिखाई देती है। आश्चर्य की बात है की इस जलीय वनस्पति में विटामिन, एंटी ऑक्सीडेंट, और मिनरल का भंडार भरा पड़ा है और इसलिए इसे सुपर फ़ूड कहा जाता है। समुद्री शैवाल प्रकृति में काफी पहले से अस्तित्व में माने जाते हैं। माना जाता है की शैवाल ही पृथ्वी पर सबसे पहले ऑक्सीजन को उत्पन्न करने वाले हैं और सबसे प्राचीन जीव के रूप में पहचाने जाते हैं। स्पिरुलिना पृथ्वी पर तभी से है जब से यहाँ जीवन शुरू हुआ है। स्पिरुलिना के गुणों की बात करते हुए कहा जाता है की कछुआ जो की ४०० वर्ष तक जीवित रहता है स्पिरुलिना ही उसकी मुख्य खुराक है। Patanjali Spirulina Natural पतंजलि का एक प्राकृतिक सप्लीमेंट है, जो प्रोटीन, विटामिन, और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है। 
 
यह एक "सुपरफूड" के रूप में भी जाना जाता है। Spirulina एक नीला-हरा शैवाल है, जो उथले पानी में उगाया जाता है। इसे अक्सर सूखे पाउडर के रूप में बेचा जाता है, जिसे पानी या अन्य पेय पदार्थों में मिलाया जा सकता है। स्पिरुलिना एक बहुत ही पौष्टिक और फायदेमंद खाद्य पदार्थ है। इसमें प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और एमिनो एसिड जैसे कई आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं।  स्पिरुलिना का सेवन करने के लिए कई तरीके हैं। इसे पाउडर, टैबलेट या कैप्सूल के रूप में लिया जा सकता है। इसे जूस, सलाद या स्मूदी में भी मिलाया जा सकता है।

पतंजलि स्पिरुलिना के फायदे हिंदी में Patanjali Spirulina Ke Fayade Hindi Benefits of Spirulina in Hindi Spirulina Ke Fayde Hindi 

  • स्पिरुलिना में कुल 18 प्रकार के विटामिन और मिनरल होते हैं। इन्समे कुल १३ प्रकार के मिनरल्स भी होते हैं।
  • स्पिरुलिना एक जलीय वनस्पति है इसलिए इन्समे क्लोरोफिल भरपूर मात्रा में होता है।
  • स्पिरुलिना में एमिनो एसिड भी होता है जो मानव शरीर के लिए आवशयक है।
  • स्पिरुलिना प्रोटीन का भंडार होता है और इसमें 65% हिस्सा प्रोटीन से युक्त होता है।
  • स्पिरुलिना में गाजर से 100 गुना ज्यादा विटामिन ए पाया जाता है।
  • स्पिरुलिना में पालक से 50 गुना ज्यादा आयरन होता है।
  • स्पिरुलिना में गाजर से 10 गुना ज्यादा कैरोटीन होता है जो मानव शरीर के लिए लाभदायद होता है।
  • स्पिरुलिनामें कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है और दूध से 7 गुणा ज्यादा कैल्शियम इससे प्राप्त होता है।
  • स्पिरुलिना में अंडे से 6 गुणा ज्यादा प्रोटीन होता है।
  • स्पिरुलिना में फाइटो न्यूट्रीएंट्स और एन्टी ऑक्सीडेंट्स होता है जो मानव शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए अत्यंत आवश्यक होता है।
  • इसमें ४ प्रकार के प्राकृतिक पिगमेंट्स होते हैं।
  • इसमें १८ प्रकार के एमिनो एसिड होते हैं।
  • इसे B 12 का सबसे श्रेष्ठ स्रोत माना जाता है।
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सूखे स्पिरुलिना पाउडर के एक चम्मच (लगभग 7 ग्राम) में निम्न प्रकार से पोषक तत्व होते हैं। 
  • प्रोटीन की मात्रा - 4 ग्राम। 
  • विटामिन बी 1 (थायामिन) की मात्रा - आरडीए का 11% 
  • विटामिन बी 2 (रिबोफाल्विन) की मात्रा - आरडीए का 15% 
  • विटामिन बी 3 (नियासिन) की मात्रा - आरडीए का 4% 
  • कॉपर की मात्रा - आरडीए का 21% 
  • आयरन की मात्रा - आरडीए का 11% 
  • इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम और मैंगनीज की मात्रा भी होती है, और हमें लगभग हर दूसरे पोषक तत्व की थोड़ी मात्रा होती है।

Spirulina Benefits स्पिरुलिना के लाभ Spirulina Ke Fayade Hindi

स्पिरुलिना का उपयोग त्वचा की देखभाल के लिए - Spirulina for Skin Care in Hindi

स्पिरुलिना का उपयोग त्वचा की देखभाल के लिए किया जा सकता है। इसमें विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा होती है जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। स्पिरुलिना में विटामिन ए, विटामिन बी12, विटामिन ई, कैल्शियम, लोहा और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व त्वचा के लिए आवश्यक हैं। विटामिन ए त्वचा को स्वस्थ रखने और घावों को ठीक करने में मदद करता है। विटामिन बी12 त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करता है। विटामिन ई त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है। कैल्शियम त्वचा को मजबूत बनाने में मदद करता है। लोहा त्वचा को ऑक्सीजन प्रदान करने में मदद करता है। फास्फोरस त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करता है। स्पिरुलिना में एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को मुक्त कणों से बचाने में मदद करते हैं। मुक्त कण त्वचा में सूजन और झुर्रियों का कारण बन सकते हैं। स्पिरुलिना में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को मुक्त कणों से बचाकर सूजन और झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

कैंसर से बचाव Spirulina Cures Cancer in Hindi

स्पिरुलिना फ्री रेडिक्लस (मुक्त कण ) को समाप्त करता है जिन्हे कैंसर कारक माना जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कैंसर से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। इसमें एक तरह का बैक्ट्रिया होता है जो कैंसर की कोशिकाओं के निर्माण को रोकता है। इसमें फायकोसाईनिन पाया जाता है जो की सेल्स के विभाजन को रोकने में सक्षम होता है। स्पिरुलिना में फिनोलिक नामक यौगिक भी उपस्थित रहता है जो कि कार्सिनोजेनेसिस पर रोक लगाने में सहायक होता है। कैंसर के ट्यूमर को नष्ट करने की क्षमता भी इसमें होती है। स्पिरुलिना में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट शरीर को मुक्त कणों से बचाने में मदद करते हैं। 
 
मुक्त कण शरीर में सूजन और कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। स्पिरुलिना में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को नष्ट करने में मदद कर सकते हैं, जिससे कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। स्पिरुलिना में फाइटोकेमिकल्स भी पाए जाते हैं। फाइटोकेमिकल्स कैंसर के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं। स्पिरुलिना में पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल्स में क्लोरोफिल, फाइकोसायनिन और फाइटोस्टिरोल शामिल हैं। कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि स्पिरुलिना का सेवन कैंसर के उपचार में सहायक हो सकता है। स्पिरुलिना का उपयोग कैंसर के इलाज के साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए किया जा सकता है।

पतंजलि स्पिरुलिना मधुमेह के लिए

मधुमेह के लिए भी स्पिरुलिना काफी कारगर है। शोध से पता चला है की स्पिरुलिना रक्तचाप को सामान्य करता है और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सामान्य करता है। यह सूजन भी कम करता है। स्प्रिरुलीना कोलेस्ट्रॉल को भी नियमित करता है।

पतंजलि स्पिरुलिना हृदय को स्वस्थ रखता है स्पिरुलिना

स्पिरुलिना रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियमित करके हृदय की गति को नियमित करने में सहायक है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व हृदय को स्वस्थ रखते हैं। हृदय सम्बन्धी रोगों की रोकथाम के लिए स्पिरुलिना एक कारगर और असरदार फ़ूड सप्लीमेंट हैं।

पतंजलि स्पिरुलिना तंत्रिका तंत्र को रखे सेहतमंद 

तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक फोलेट और विटामिन बी-12 स्पिरुलिना में पाए जाते हैं। इससे मस्तिष्क से सबंधी रोगों से बचाव होता है और अवसाद या डिप्रेसन में इससेराहत मिलती है। इसमें पाए जाने वाले फोलिक एसिड मस्तिष्क को स्वस्थ रखते हैं। यह ऊर्जा और रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है।

पतंजलि स्पिरुलिना प्रेगनेंसी में लाभदायक

विटामिन्स और मिनरल्स के साथ इसमें आयरन की प्रचुर मात्रा गर्भावस्था में लाभदायक है। इसकी सहायता से अनीमिया को दूर किया जा सकता है। पेट से सम्बंधित रोगों के लिए भी यह कारगर है।

पतंजलि स्पिरुलिना त्वचा के लिए स्पिरुलिना के लाभ

स्पिरुलिना में त्वचा के स्वास्थ्य के लिए जरुरी विटामिन ए, बी-12, ई, फास्फोरस, लोहा और कैल्शियम आदि पाए जाते है जो त्वचा के रोगों की रोकथाम के लिए उपयोगी है। चमड़ी सम्बन्धी रोग दूर होते हैं और झुर्रियां और कालापन दूर होता है। आँखों के निचे काले घेरे को दूर करता है। आखों के सूखेपन को दूर करने में यह उपयोगी होती है।

पतंजलि स्पिरुलिना अल्सर से करे बचाव

स्पिरुलिना में उच्च गुणवत्ता वाली प्रोटीन, सिस्टीन और एमिनो एसिड होते हैं जो ड्यूइडनल अल्सर और गैस्ट्रिक के उपचार में में इसे उपयोगी बनाता है। इसके अलावा इसमें पाया जाने वाला क्लोरोफिल इसे पाचन को भी दुरुस्त करने की क्षमता देता है.

पतंजलि स्पिरुलिना मोटापा हटाने में

वजन बढ़ने का मुख्य कारण होता है आवश्यकता से अधिक खाना। इसमें मौजूद फैटी एसिड, बीटा कैरोटिन, क्लोरोफिल शरीर की विटामिन/मिनरल्स की आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं जिससे भूख कम लगती है। कम खाने से शरीर में मोटापा बढ़ता नहीं है।

पतंजलि स्पिरुलिना एंटी एजिंग

स्पिरुलिना में एंटी ऑक्सीडेंट्स की प्रचूर मात्रा होती है जो बढ़ती उम्र की दुष्परिणामों को रोकने में सहायक सिद्ध होती है ।बढ़ती उम्र को रोकने के आवश्यक तत्व इसमें पाए जाते हैं।

पतंजलि स्पिरुलिना आँखों के लिए उपयोगी

स्पिरुलिना आखों के लिए भी बहुत उपयोगी होती है। यह जेराट्रिक मोतियाबिंद, नेफ्रैटिक रेटिनल क्षति मधुमेह रेटिनल क्षति आदि के लिए उपयोगी है।

पतंजली स्पिरुलिना प्रतिरक्षा तंत्र को करे मजबूत

स्पिरुलिना में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स, विटामिन्स आदि के कारन यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में बहुत ही कारगर सिद्ध हुआ है। यह तो सामान्य सी बात है की यदि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है तो शरीर रोगों से लड़ने में सक्षमहोता है। वायरल संक्रमण में भी यह लाभदायक होता है। स्पिरुलिना में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बहुत अधिक होती है। एंटीऑक्सीडेंट शरीर को मुक्त कणों से बचाने में मदद करते हैं। मुक्त कण शरीर में सूजन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। स्पिरुलिना में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद कर सकते हैं।कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि स्पिरुलिना का सेवन हृदय रोग, कैंसर और अन्य पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, इन स्वास्थ्य लाभों की पुष्टि करने के लिए अभी भी और अधिक शोध की आवश्यकता है।
 
पतंजली स्पिरुलिना के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसमें शामिल हैं:
  • प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत: पतंजली स्पिरुलिना में प्रोटीन की मात्रा मांस, मछली, या अंडे की तुलना में अधिक होती है।
  • विटामिन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत: पतंजली स्पिरुलिना विटामिन बी12, आयरन, और कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है।
  • एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत: पतंजली स्पिरुलिना एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है, जो मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं।
  • इम्यूनिटी को बढ़ावा दे सकता है: पतंजली स्पिरुलिना इम्यूनिटी को बढ़ावा दे सकता है।
  • मोटापा कम करने में मदद कर सकता है: पतंजली स्पिरुलिना मोटापा कम करने में मदद कर सकता है।
  • एनर्जी बढ़ा सकता है: पतंजली स्पिरुलिना एनर्जी बढ़ा सकता है। 
  • प्रोटीन का अच्छा स्रोत: स्पिरुलिना में प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है। यह प्रोटीन के लिए एक अच्छा विकल्प है, खासकर शाकाहारियों और वीगन के लिए।
  • विटामिन और मिनरल का अच्छा स्रोत: स्पिरुलिना में विटामिन बी12, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और जिंक जैसे कई विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व शरीर के लिए आवश्यक हैं।
  • इम्यूनिटी को बढ़ाता है: स्पिरुलिना में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • वजन कम करने में मदद करता है: स्पिरुलिना में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। इससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है।
  • हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है: स्पिरुलिना में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
  • आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है: स्पिरुलिना में विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।
  • त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है: स्पिरुलिना में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।

Patanjali Spirulina Dosage पतंजलि स्पिरुलिना की खुराक

स्पिरुलिना की खुराक डॉक्टर की सलाह से ली जानी चाहिए। सामान्य रूप से एक दिन में २ से ६ ग्राम तक इसकी खुराक ली जा सकती है। इसकी खुराक डॉक्टर की सलाह और निरिक्षण के बाद बढ़ाई जा सकती है। आवश्यकता से अधिक और बगैर डॉक्टर की सलाह के स्पिरुलिना नहीं लेनी चाहिए क्यों की इसके गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं।

स्पिरुलिना के सेवन में सावधानियां

  • ऑटो इम्यून से पीड़ित व्यक्ति को इसके इस्तेमाल करने से परहेज करना चाहिए क्योंकि ये यह एक अड़चन
  • लम्बी अवधि तक इसका सेवन किडनी और आँतों पर बुरा असर डाल सकता है। इसके किसी भी प्रकार के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें स्वंय अपनी मर्जी से इसका सेवन ना करें। 
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. Lyricspandits.blogspot.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.
 
The author of this blog, Saroj Jangir (Admin), is a distinguished expert in the field of Ayurvedic Granths. She has a diploma in Naturopathy and Yogic Sciences. This blog post, penned by me, shares insights based on ancient Ayurvedic texts such as Charak Samhita, Bhav Prakash Nighantu, and Ras Tantra Sar Samhita. Drawing from an in-depth study and knowledge of these scriptures, Saroj Jangir has presented Ayurvedic Knowledge and lifestyle recommendations in a simple and effective manner. Her aim is to guide readers towards a healthy life and to highlight the significance of natural remedies in Ayurveda.
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1 टिप्पणी

  1. बहुत उपयोगी जानकारी।