रे दिल गाफिल गफलत मत कर लिरिक्स Re Dil Gafil Gaflat Mat Kar Kabir Bhajan Lyrics

रे दिल गाफिल गफलत मत कर लिरिक्स Re Dil Gafil Gaflat Mat Kar Kabir Bhajan Lyrics कबीर भजन लिरिक्स

रे दिल गाफिल गफलत मत कर लिरिक्स Re Dil Gafil Gaflat Mat Kar Kabir Bhajan Lyrics

रे दिल गाफिल गफलत मत कर
एक दिना जम आवेगा

सौदा करने या जग आया
पूँजी लाया मूल गॅंवाया
प्रेमनगर का अन्त न पाया
ज्यों आया त्यों जावेगा

सुन मेरे साजन सुन मेरे मीता
या जीवन में क्या क्या कीता
सिर पाहन का बोझा लीता
आगे कौन छुड़ावेगा

परलि पार तेरा मीता खड़िया
तासों मिलने का ध्यान न धरिया
टूटी नाव ऊपर जा बैठा
गाफिल गोता खावेगा

दास कबीर कहै समुझाई
अन्त समय तेरा कौन सहाई
चला अकेला संग न कोऊ
कीया अपना पावेगा
 
कबीर हमें यह चेतावनी दे रहे हैं कि हमें जीवन में गफलत नहीं करनी चाहिए। हमें यह याद रखना चाहिए कि मृत्यु एक दिन आ ही जाएगी, और उस समय हम जो कुछ भी किया होगा, उसका हिसाब देना होगा। कबीर कहते हैं कि हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम हमेशा के लिए जीवित रहेंगे। हमें यह याद रखना चाहिए कि मृत्यु एक दिन आ ही जाएगी। कबीर कहते हैं कि हम इस जीवन में जो कुछ भी प्राप्त करते हैं, वह सब क्षणिक है। दुनिया की सभी सुख-सुविधाएं एक दिन खत्म हो जाएंगी। कबीर कहते हैं कि हमें इस जीवन में अपने कर्मों पर ध्यान देना चाहिए। हमें यह सोचना चाहिए कि हम मरने के बाद क्या छोड़ जाएंगे। हमें इस जीवन में ईश्वर की याद रखनी चाहिए। हमें यह याद रखना चाहिए कि मृत्यु के बाद हमें ईश्वर के सामने जवाब देना होगा।


Arey Dil Ghafil Ghaflat Mat Kar
Re Dil Gaaphil Gaphalat Mat Kar
Ek Dina Jam Aavega

Sauda Karane Ya Jag Aaya
Poonjee Laaya Mool Gainvaaya
Premanagar Ka Ant Na Paaya
Jyon Aaya Tyon Jaavega

Sun Mere Saajan Sun Mere Meeta
Ya Jeevan Mein Kya Kya Keeta
Sir Paahan Ka Bojha Leeta
Aage Kaun Chhudaavega

Parali Paar Tera Meeta Khadiya
Taason Milane Ka Dhyaan Na Dhariya
Tootee Naav Oopar Ja Baitha
Gaaphil Gota Khaavega

Daas Kabeer Kahai Samujhaee
Ant Samay Tera Kaun Sahaee
Chala Akela Sang Na Kooo
Keeya Apana Paavega

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