शब्द आदि पाँचों विषय करे आचार्य बखान मीनिंग कबीर दोहे
शब्द आदि पाँचों विषय, करे आचार्य बखान।
शब्द विषय ठहराय के, भजन कहे भगवान।।
Shabd Aadi Paanchon Vishay, Kare Aachaary Bakhaan.
Shabd Vishay Thaharaay Ke, Bhajan Kahe Bhagavaan..
शब्द आदि पाँचों विषय करे आचार्य शब्दार्थ
शब्द : शब्द/ज्ञान की वाणी, तत्व ज्ञान की बातें.
पांचों विषय : काम, क्रोध, मद मोह माया आदि।
आचार्य बखान : आचार्य बताते हैं/आचार्य व्याख्यान देते हैं।
आचार्य : गुरु जो धर्म के विषय में सिखाता है.
शब्द विषय ठहराय के : शब्दों को रोककर.
शब्द आदि पाँचों विषय करे आचार्य बखान मीनिंग
दोहे का हिंदी मीनिंग : ऐसे शब्द जो पांचों विषय को बढ़ाते हैं, विषय वासना और तृष्णा को बढ़ाते हैं, माया के चककर में डालते हैं, ऐसे शब्द ज्ञान की प्राप्ति में बाधक होते हैं, ज्ञान प्राप्ति में रुकावट होते हैं। ईश्वर प्राप्ति के लिए ऐसे सभी विषय वासनाओं का त्याग करना पड़ता है। स्वंय की चेतन ज्योति के अलावा सभी विषय वासना ही है जिन्हे ईश्वर प्राप्ति के लिए त्याग करना पड़ता है।
विषय वासना, लालच/कल्पना और भ्रम को बढाने वाले शब्द कल्याण में रुकावट होते हैं. ज्ञान और वैराग्य की प्राप्ति में शब्द ही साधक होते हैं. आखिर में सभी शुभ शब्दों और विषयों को भी छोड़ना पड़ता है, स्वंय को छोड़कर जो भी कुछ है उसे त्यागना पड़ता है, तभी स्वरुप स्थिति मिलती है.
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