करदे साँवरे तू कोई जादूगरी भजन
श्याम श्याम रटते रटते मैं,
भूल गयी मेरा नाम रे,
एक अरज छोटी सी मोरी,
मान ले अब ओ साँवरे,
करदे साँवरे तू कोई जादूगरी,
करदे साँवरे तू कोई जादूगरी,
करदे साँवरे तू कोई जादूगरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
सारी उमर की है तेरी मैंने चाकरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
मैंने बहुत तोहे माखन खिलाया,
मैंने बहुत तोहे माखन खिलाया,
नाची मैं जैसे मोहे तूने नचाया,
पलकन के पलने में तुम्हे झुलाया,
झूलूँगी अब मैं कमर पे तेरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
सारी उमर की है तेरी मैंने चाकरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
पल पल तोहरे संग रहूंगी ,
पल पल तोहरे संग रहूंगी ,
बन के सुरो की तरंग रहूंगी,
तू राखेगा जिस रंग रहूगी,
सुन लीरे सखियों को बहुत खोटी खरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
सारी उमर की है तेरी मैंने चाकरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
बात है मेरी सो बातों में,
रहना है बस तेरे हाथों में,
बार बार बिनती करे तेरी बाँवरी,
बार बार बिनती करे तेरी बाँवरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
सारी उमर की है तेरी मैंने चाकरी,
भूल गयी मेरा नाम रे,
एक अरज छोटी सी मोरी,
मान ले अब ओ साँवरे,
करदे साँवरे तू कोई जादूगरी,
करदे साँवरे तू कोई जादूगरी,
करदे साँवरे तू कोई जादूगरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
सारी उमर की है तेरी मैंने चाकरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
मैंने बहुत तोहे माखन खिलाया,
मैंने बहुत तोहे माखन खिलाया,
नाची मैं जैसे मोहे तूने नचाया,
पलकन के पलने में तुम्हे झुलाया,
झूलूँगी अब मैं कमर पे तेरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
सारी उमर की है तेरी मैंने चाकरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
पल पल तोहरे संग रहूंगी ,
पल पल तोहरे संग रहूंगी ,
बन के सुरो की तरंग रहूंगी,
तू राखेगा जिस रंग रहूगी,
सुन लीरे सखियों को बहुत खोटी खरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
सारी उमर की है तेरी मैंने चाकरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
बात है मेरी सो बातों में,
रहना है बस तेरे हाथों में,
बार बार बिनती करे तेरी बाँवरी,
बार बार बिनती करे तेरी बाँवरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
आज मोहे छू कर बना दे बांसुरी,
सारी उमर की है तेरी मैंने चाकरी,
Bana De Bansuri Krishna Bhajan By SANDEEP BANSAL I Full Audio Song I Jadugar Sanwariya
