शनि देव के बनो उपासक, शनि देव के बनो उपासक, शनि है बड़े महान रे, शनि की किरपा जब जब बरसे, हो जाता कल्याण रे, शनि की किरपा जब जब बरसे, हो जाता कल्याण रे, शनि है बड़े महान, शनि हैं कृपा निधान, शनि है बड़े महान, शनि हैं कृपा निधान,
नौ गृह में ये सिद्ध है सबसे सूर्य पुत्र कहलाते, नौ गृह में ये सिद्ध है सबसे सूर्य पुत्र कहलाते, चार भुजा तन श्याम बरन है इनको सभी रिझाते, इनकी महिमा बड़ी अनोखी इनकी महिमा बड़ी अनोखी, पूजे सकल जहां रे, शनि की किरपा जब जब बरसे हो जाता कल्याण रे,
शनि है बड़े महान, शनि हैं कृपा निधान, शनि है बड़े महान, शनि हैं कृपा निधान, लोहा तिल और उड़द चढ़ा के जो भी इन्हें रिझाते, लोहा तिल और उड़द चढ़ा के जो भी इन्हें रिझाते,
Shani Dev Bhajan Lyrics in Hindi
श्रधा प्रेम से तेल चढ़ा के जो भी ध्यान लगाते, श्रधा प्रेम से तेल चढ़ा के जो भी ध्यान लगाते, उनकी भक्ति से खुश हो के उनकी भक्ति से खुश हो के, देते वरदान रे, शनि की किरपा जब जब बरसे हो जाता कल्याण रे,
शनि है बड़े महान, शनि हैं कृपा निधान, शनि है बड़े महान, शनि हैं कृपा निधान,
वक्र है दृष्टि तनी है भोंहे न्याय धीश कहलाते, वक्र है दृष्टि तनी है भोंहे न्याय धीश कहलाते,
केवल भक्तों के ये रक्षक दुष्ट सदा घबराते, माँत छाया के आज्ञा कारी दूर करे व्यवधान रे , शनि की किरपा जब जब बरसे हो जाता कल्याण रे,
शनि है बड़े महान, शनि हैं कृपा निधान, शनि है बड़े महान, शनि हैं कृपा निधान,
शनिवार Special भजन | शनि हैं बड़े महान | Shani Dev Bhajan | Kewal Vinayak | Lyrical Video