पीछे लागा जाई था लोक वेद के साथि हिंदी मीनिंग कबीर के दोहे

पीछे लागा जाई था लोक वेद के साथि हिंदी मीनिंग Piche Laga Jai Tha Lok Ved Ke Sathi Hindi Meaning

पीछे लागा जाई था, लोक वेद के साथि।
आगैं थैं सतगुरु मिल्या, दीपक दीया साथि॥

Peechhe Laaga Jaee Tha, Lok Ved Ke Saathi.
Aagain Thain Sataguru Milya, Deepak Deeya Saathi. 
 
पीछे लागा जाई था लोक वेद के साथि हिंदी मीनिंग

इस दोहे का हिंदी मीनिंग Hindi Meaning of Kabir Doha: जीव इस संसार को अपना घर समझ लेता है और अन्य लोगों का अनुसरण करके वही करता है जो अन्य लोग करते हैं । वस्तुतः उसे ज्ञान ही नहीं होता है की उसके जीवन का उद्देश्य क्या है और उसकी मंजिल कहाँ है। संसार के लोग माया के जाल में फंस कर मिथ्या आचरण करते हैं और भूल जाते हैं की उनके जीवन का उद्देश्य हरी सुमिरन करना है, सत्य के मार्ग पर चलना है और मानवीय आचरण करते हुए ईश्वर के मार्ग का अनुसरण करना है। जब जीव को सद्गुरु का सानिध्य प्राप्त होता है तब उसे ज्ञात होता है की सत्य क्या है और सत्य का मार्ग क्या है। 

दीपक से आशय है की सतगुरु ही उसके अंधकार मय जीवन में ज्ञान का उजाला लेकर आते हैं और जीव को आगाह करते हैं की वह माया के जाल में ना फंसे। जिस अज्ञान के अन्धकार में जीव स्वंय के जीवन को बर्बाद कर रहा होता है उसे गुरु ही अपने ज्ञान के प्रकाश से दूर करते हैं। मैं अज्ञान रूपी अन्धकार में भटकता हुआ लोक और वेदों में सत्य खोज कर रहा था। मुझे भटकते देखकर मेरे सद्गुरु ने मेरे हाथ में ज्ञानरूपी दीपक दे दिया जिससे मैं सहज ही सत्य को देखने में समर्थ हो पाया।

सतगुरु साँचा सूरिवाँ, सबद जु बाह्या एक ।
लागत ही भैं मिलि गया, पड्या कलेजै छेक ।।

जाका गुरु भी अँधला, चेला खरा निरंध ।
अंधहि अंधा ठेलिया, दोनों कूप पडंत ।।

ग्यान प्रकासा गुरु मिला, सों जिनि बीसरिं जाइ ।
जब गोविंद कृपा करी, तब गुर मिलिया आई ।।

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1 टिप्पणी

  1. Kesa path sa leya gaya