हर बात को तुम भूलो भले माँ बाप
हर बात को तुम भूलो भले, माँ बाप को मत भूलना,
उपकार इनके लाखों है, इस बात को मत भूलना,
धरती देवों को पूजा, भगवान को लाख मनाया है,
तब तेरी सूरत पायी है, संसार में तुझको बुलाया है,
इन पावन लोगों के दिलों को पत्थर बन कर मत तोड़ना,
उपकार इनके लाखों है, इस बात को मत भूलना,
अपने ही पेट को काटा है, और तेरी काया सजाया है,
अपना हर कोर खिलाया तुझे, तब तेरी भूख मिटाई है,
इन अमृत देने वालो के, जीवन में ज़हर मत घोलना,
उपकार इनके लाखों है, इस बात को मत भूलना,
जो चीज भी तुमने माँगी है, वो सब कुछ तूनें पाया है,
हर जिद को लगायासीने ,से बड़ा तुमसे नेह जताया है,
इन प्यार लुटाने वालों का, तुम प्रेम प्यार मत भूलना,
उपकार इनके लाखों है, इस बात को मत भूलना,
चाहे लाख कमाई धन दौलत, यह बंगला कोठी बनाई है,
माँ बाप बिना नाखुश है तेरे, बेकार यह कमाई है,
यह लाख नहीं यह ख़ाक है सब, इस राज को मत भूलना,
उपकार इनके लाखों है, इस बात को मत भूलना,
गीले में सदा ही सोए हैं, सूखे में तुझको सुलाया है,
बाँहों का बना कर के झूला, तुझे दिन और रात झुलाया है,
इन निर्मल निश्छल आँखों में, इक आंसू भी मत घोलना,
उपकार इनके लाखों है, इस बात को मत भूलना,
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