श्याम तुझे मिलने का सतसंग ही बहाना भजन
श्याम तुझे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
जब से तेरी लगन लगी, दिल हुआ दीवाना है,
श्याम तुमसे मिलने का,
द्वारिका में ढूँढा तुझे, डाकोर में पाया है,
द्वारिका के मंदिर में, मेरे श्याम ठिकाना है,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुमसे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
सूरज में ढूँढा तुझे, चंदा में पाया है,
तारों की टिमटिम में मेरे श्याम का बेसरा है,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुमसे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
रामायण में ढूँढा तुझे, भागवत में पाया है
गीता जी पन्नों में, मेरे श्याम का बेसरा है,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुमसे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
फुलो में ढूँढा तुझे, बागियो में पाया है
कलियों की खुश्बू में मेरे श्याम का बसेरा हैं,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुमसे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
गंगा में ढूँढा तुझे, यमुना में पाया हैं
गोदावरी के लेहरो में मेरे श्याम का बेसरा है
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुमसे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
गोकुल में ढूँढा तुझे, मथुरा में पाया है
वृंदावन की गलियों में मेरे श्याम का बेसरा है,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुमसे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
जंगलओ में ढूँढा तुझे, मंदिरों में पाया है
भगतो की दिलों में मेरे श्याम का बेसरा है,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुमसे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
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