चौपड़ि माँडी चौहटै हिंदी Choupadi Mandi Chohate
चौपड़ि माँडी चौहटै, अरध उरध बाजार।
कहै कबीरा राम जन, खेलौ संत विचार॥Chaupadi Maandee Chauhatai, Aradh Uradh Baajaar.
Kahai Kabeera Raam Jan, Khelau Sant Vichaar Raam
कबीर के दोहे के शब्दार्थ Word Meaning of Kabir Doha
चौपड़ि - पासों की सहायता से खेला जाने वाला एक खेल.
माँडी- खेल स्थापित किया है, खेल को रचा है.
चौहटै- चौराहा.
अरध उरध-ऊपर निचे.
बाजार-बाजार.
राम जन-योगी/जोगी.
खेलौ संत विचार-विचार करके/सोच विचार करके.
माँडी- खेल स्थापित किया है, खेल को रचा है.
चौहटै- चौराहा.
अरध उरध-ऊपर निचे.
बाजार-बाजार.
राम जन-योगी/जोगी.
खेलौ संत विचार-विचार करके/सोच विचार करके.
कबीर दोहे का हिंदी मीनिंग Hindi Meaning of Kabir Doha (Couplet)
शरीर रूपी चौराहे के उपर और निचे चौपड का खेल रचा हुआ है. कबीर साहेब राम भक्तों से कहते हैं की इस चौपड के खेल को विशेष ध्यानपूर्वक खेलो. अरध उरध बाजार शरीर की शट चक्र हैं जिनमे मूलाधार प्रथम और सहस्त्रसार अंतिम चक्र हैं. जैसे चौपड़ के खेल में खिलाड़ी प्रत्येक गोटी को बड़े ही ध्यानपूर्वक चलता है वैसे ही साधक को प्रत्येक चक्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
उल्लेखनीय है की इन षट चक्रों को भेद करके ही कुंडलिनी ब्रह्मरंध तक पहुंच सकती है। ब्रह्मरंध्र में ही अमृत निस्सृत होता है। योग साधना में बहुत ही विचारपूर्वक आगे बढ़ना चाहिए।
भक्ति मार्ग पर साधना करने के लिए विशेष ध्यान देने पर कबीर साहेब ने जोर जैसे चौपड़ के खेल में खिलाड़ी प्रत्येक गोटी को बड़े ही ध्यानपूर्वक चलता है वैसे ही साधक को प्रत्येक चक्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। उल्लेखनीय है की इन षट चक्रों को भेद करके ही कुंडलिनी ब्रह्मरंध तक पहुंच सकती है।
भक्ति मार्ग पर साधना करने के लिए विशेष ध्यान देने पर कबीर साहेब ने जोर जैसे चौपड़ के खेल में खिलाड़ी प्रत्येक गोटी को बड़े ही ध्यानपूर्वक चलता है वैसे ही साधक को प्रत्येक चक्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। उल्लेखनीय है की इन षट चक्रों को भेद करके ही कुंडलिनी ब्रह्मरंध तक पहुंच सकती है।
ब्रह्मरंध्र में ही अमृत निस्सृत होता है। योग साधना में बहुत ही विचारपूर्वक आगे बढ़ना चाहिए। भक्ति मार्ग पर साधना करने के लिए विशेष ध्यान देने पर कबीर साहेब ने जोर दिया है. चौपड़ि माँडी चौहटै का अर्थ है कि शरीर रूपी चौराहे पर चौपड़ का खेल रचा गया है। कबीर साहेब राम भक्तों से कहते हैं कि इस खेल को विशेष ध्यानपूर्वक खेलना चाहिए। "अरध उरध बाजार" से तात्पर्य है कि शरीर के सात चक्र हैं, जिनमें मूलाधार पहले और सहस्त्रसार अंतिम चक्र हैं। जैसे चौपड़ के खेल में खिलाड़ी हर गोटी को ध्यान से चलाता है, वैसे ही साधक को हर चक्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। इन छह चक्रों को भेदने पर ही कुंडलिनी ब्रह्मरंध्र तक पहुंच सकती है, जहां अमृत का निस्सरण होता है। कबीर साहेब ने भक्ति मार्ग पर ध्यान देने और विचारपूर्वक साधना करने का महत्व बताया है, यह भी दर्शाते हुए कि योग साधना में सावधानी बरतनी चाहिए।
Kabir Doha (Couplet) Meaning in English : Kabir has described Bhakti Marg as a game of chaupar. Just as the game of Chaupar is played carefully, so there is a need to be careful on the path of devotion.
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Author - Saroj Jangir
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