कबीर सूता क्या करै काहे न देखै जागि हिंदी मीनिंग Kabir Suta Kya Kare Kahe Na Dekhe Jaagi Hindi Meaning
कबीर सूता क्या करै, काहे न देखै जागि।जाका संग तैं बीछुड़ा, ताही के संग लागि।
Kabir Suta Kya Kare, Kahe Na Dekhe Jaagi.
Jaka Sang Te Bichhuda, Tahi Ke Sang Laagi.
कबीर दोहा हिंदी शब्दार्थ Word Meaning of Kabir Doha
कबीर सूता क्या करै-अज्ञान की निंद्रा में क्यों सोये हो।काहे न देखै जागि- जागो और विचार करो।
जाका- जिसका।
संग तैं- साथ से।
बीछुड़ा-बिछड़ गए हो।
ताही के- उसी के।
संग लागि- साथ में लगो/हरी के चरणों में सुमिरण करो।
कबीर दोहा हिंदी मीनिंग Kabir Doha Hindi Meaning
कबीर साहेब जीवात्मा को सम्बोधित करते हुए कहते हैं की तुम अज्ञान की निंद्रा (विषय विकार व्याप्त अन्धकार ) में क्यों पड़े हुए हो। उठो और ज्ञान प्राप्त करो। जिस ईश्वर के तुम अंश हो, जिससे बिछड़ गए हो उसी के साथ पुनः संलग्न हो जाओ।सुता से आशय है कर्तव्य से विमुख हो जाना। विषय विकार में पड़ा व्यक्ति अज्ञान की निंद्रा में लिप्त रहता है और उसे पता ही नहं रहता है की यह जीवन बहुत ही अल्प समय के लिए प्राप्त हुआ है। इसलिए कबीर साहेब कहते हैं की जागो (सचेत हो जाओ) और इस तन में प्राणों के रहते रहते हरी के नाम का सुमिरण करो। जीवात्मा पूर्ण परमात्मा का ही एक अंश (जिससे बिछड़ा है ) होता है। माया के द्वारा ही आत्मा पथ भ्रष्ट हो गई है।
Kabir Doha (Couplet Hindi Meaning) Kabir Sahib, while addressing the soul, says that why are you lying in the sleep of ignorance. Wake up and get knowledge. Re-engage with the God of whom you are a part of.
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें। |